Tuesday 17 June 2014

my pic

D:\Documents and Settings\mangeram\Desktop\BeFunky_SDC14971.jpg.jpg

प्‍याज की कीमतें थामने के लिए मोदी सरकार ने लिया एक्‍शन, एमईपी तय

http://i3.dainikbhaskar.com/thumbnail/300x259/web2images/www.bhaskar.com/2014/06/17/2455_modi-kurta1.jpg नई दिल्ली. मोदी सरकार ने महंगाई कम करने को अपने एजेंडे में सबसे ऊपर रखा है, लेकिन हालात ऐसे बन रहे हैं कि सरकार के लिए बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण मुश्किल हो सकता है। मई की महंगाई दर का आंकड़ा तो बढ़ कर आया ही है, अब आगे कीमतें और ऊपर जाने का खतरा बन गया है। प्‍याज की कीमतें पिछले सप्‍ताह भर में पांच से सात रुपए प्रति किलो बढ़ गई हैं। व्‍यापारी मानते हैं कि कम उत्‍पादन की आशंका के चलते कीमत और ऊपर जाएगी। सरकार ने इस पर रोक लगाने के लिए मंगलवार को प्‍याज का न्‍यूनतम निर्यात मूल्‍य (एमईपी) तय किया। 300 डॉलर प्रति टन से कम कीमत पर प्‍याज विदेश नहीं भेजा जा सकेगा। उधर, इराक संकट के चलते दस दिन में अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत 106 से 113 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। इराक के बुरे हालात के चलते अगर आपूर्ति प्रभावित हुई तो यहां पेट्रोल-डीजल सामान्‍य से ज्‍यादा महंगा हो सकता है। महंगाई दर का आंकड़ा देश में थोक मूल्य आधारित महंगाई दर मई में 6.01% हो गई है। इससे पहले, अप्रैल में यह 5.2% थी। अगर महंगाई दर बढ़ती रही तो रिजर्व बैंक की ओर से ब्‍याज दराें में कटौती की संभावना और कम हो जाएगी। बता दें कि सोमवार को आए आंकड़ों के मुताबिक, मई में थोक महंगाई दर, दिसंबर 2013 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। मार्च की थोक महंगाई दर 5.7% से संशोधित होकर 6% हो गई थी। इसके अलावा मासिक आधार पर मई में खाने-पीने की महंगाई दर भी 8.64 से बढ़कर 9.5% हो गई है। इसी तरह मासिक आधार पर ही प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर में भी इजाफा देखा गया है। यह 7.06 से बढ़कर 8.58 हो गई है। मासिक आधार पर मैन्यूफेक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 3.15% से बढ़कर 3.55% हो गई है। यह 13 माह के उच्चतम स्तर पर है। मासिक आधार पर मई में फ्यूल-पावर की महंगाई दर 8.93% से बढ़कर 10.53% हो गई। रेल मंत्री ने दिए किराया बढ़ाने के संकेत केंद्रीय रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने सोमवार को एक बयान जारी किया, जिसके मुताबिक मंत्रालय रेल किराये की समीक्षा करेगी। गौड़ा के मुताबिक, यदि रेल किराया बढ़ जाता है तो इसमें कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं होगी। गौर हो कि सदानंद गौड़ा ने एक अखबार के साथ इंटरव्‍यू में भी कहा कि निश्चित तौर पर रेल किराया बढ़ाने की जरूरत है। वहीं, मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि रेलवे की माली हालत अच्छी नहीं है। पैसेंजर सब्सिडी का आंकड़ा 26,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। इस देखते हुए यात्री किराया और माल भाड़ा दोनों में बढ़ोतरी किए जाने की जरूरत है। हालांकि इसमें कितनी बढ़ोतरी होनी चाहिए, इस अभी फैसला होना बाकी है। रेल मंत्री जुलाई के दूसरे हफ्ते में 2014-15 का रेल बजट पेश करेंगे। अच्‍छे दिन आखिर कैसे आएंगे? देश से अच्‍छे दिन लाने का वादा कर चुके पीएम नरेंद्र मोदी ने अब कहा है कि कुछ कड़े फैसलों के लिए तैयार रहना होगा, लेकिन रेल किराया बढ़ाने और सब्सिडी खत्‍म करने जैसे फैसले लिए गए तो महंगाई और बढ़ेगी। ऐसे में मोदी के सामने आम लोगों को राहत देने की चुनौती और बढ़ जाएगी। साथ ही, यह सवाल भी गहरा जाएगा कि अच्‍छे दिन आखिर कैसे आएंगे?

राज्यपालों के इस्तीफे का दौर शुरू, शीला अड़ीं?

नई दिल्ली यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपालों में से एक, बीएल जोशी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। उत्तर प्रदेश के गवर्नर बीएल जोशी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति भवन को भेज दिया है, जबकि असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने अपने इस्तीफे की खबरों को अफवाह बताते हुए पूछा है कि मैं इस्तीफा क्यों दूं? कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज के भी इस्तीफे की खबर आई थी, जिसे उन्होंने गलत बताया है। राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा भी राष्ट्रपति से मिली हैं, लेकिन उनके इस्तीफा देने की अब तक कोई खबर नहीं है। अगले 24 घंटे में कुछ और राज्यपालों के इस्तीफे आ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने भी पद छोड़ने का मन बना लिया है। [ जारी है ] सूत्रों की मानें तो एनडीए सरकार इनकी जगह वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा, विजय कुमार मल्होत्रा, कल्याण सिंह, केसरी नाथ त्रिपाठी और बलराम दास त्रिपाठी को राज्यपाल की जिम्मेदारी देगी। दरअसल, ऐसी खबर आई थी कि एनडीए सरकार ने गृह सचिव अनिल गोस्वामी के जरिए सात राज्यपालों को इस्तीफा देने का संदेश पहुंचा दिया था। इनमें एमके नारायणन, केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित, राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा, गुजरात की कमला बेनीवाल, उत्तर प्रदेश के बीएल जोशी, महाराष्ट्र के के शंकरनारायणन और त्रिपुरा के देवेंद्र कुंवर शामिल हैं। बताया जाता है कि इनमें से एक महिला गवर्नर ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा था कि लिखित में आदेश मिलने के बाद ही वह इस्तीफा देंगी। चर्चा है कि यह महिला गवर्नर कोई और नहीं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित हैं। शीला दीक्षित से जब उनके इस्तीफे के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करती हूं। गौरतलब है कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद शीला दीक्षित को इसी साल 4 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले आनन-फानन में केरल का राज्यपाल बनाया गया था। दावा किया जाता है कि कॉमनवेल्थ घोटाले में संभावित कार्रवाई से उन्हें बचाने के लिए तत्कालीन यूपीए सरकार ने यह कदम उठाया था। हालांकि, कांग्रेस यह कहकर फैसले का बचाव करती है कि इसमें किसी संवैधानिक प्रावधान का हनन नहीं हुआ है। राजनीति में सक्रिय रहे राज्यपालों को पद से हटने का फरमान सुनाकर एनडीए सरकार यूपीए के नक्शेकदम पर चली रही है। यूपीए ने 2004 में सत्ता में आने के बाद बीजेपी द्वारा नियुक्त चार राज्यपालों- विष्णुकांत शास्त्री, कैलाशपति मिश्र, बाबू परमानंद और केदारनाथ साहनी- की छुट्टी कर दी थी। उस फैसले से यूपीए और एनडीए में ठन गई थी। बीजेपी के सांसद बीपी सिंघल इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट चले गए थे।

राज्यपालों के इस्तीफे का दौर शुरू, शीला अड़ीं?

यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपालों में से एक, बीएल जोशी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। उत्तर प्रदेश के गवर्नर बीएल जोशी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति भवन को भेज दिया है, जबकि असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने अपने इस्तीफे की खबरों को अफवाह बताते हुए पूछा है कि मैं इस्तीफा क्यों दूं? कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज के भी इस्तीफे की खबर आई थी, जिसे उन्होंने गलत बताया है। राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा भी राष्ट्रपति से मिली हैं, लेकिन उनके इस्तीफा देने की अब तक कोई खबर नहीं है। अगले 24 घंटे में कुछ और राज्यपालों के इस्तीफे आ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने भी पद छोड़ने का मन बना लिया है। [ जारी है ] सूत्रों की मानें तो एनडीए सरकार इनकी जगह वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा, विजय कुमार मल्होत्रा, कल्याण सिंह, केसरी नाथ त्रिपाठी और बलराम दास त्रिपाठी को राज्यपाल की जिम्मेदारी देगी। दरअसल, ऐसी खबर आई थी कि एनडीए सरकार ने गृह सचिव अनिल गोस्वामी के जरिए सात राज्यपालों को इस्तीफा देने का संदेश पहुंचा दिया था। इनमें एमके नारायणन, केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित, राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा, गुजरात की कमला बेनीवाल, उत्तर प्रदेश के बीएल जोशी, महाराष्ट्र के के शंकरनारायणन और त्रिपुरा के देवेंद्र कुंवर शामिल हैं। बताया जाता है कि इनमें से एक महिला गवर्नर ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा था कि लिखित में आदेश मिलने के बाद ही वह इस्तीफा देंगी। चर्चा है कि यह महिला गवर्नर कोई और नहीं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित हैं। शीला दीक्षित से जब उनके इस्तीफे के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करती हूं। गौरतलब है कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद शीला दीक्षित को इसी साल 4 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले आनन-फानन में केरल का राज्यपाल बनाया गया था। दावा किया जाता है कि कॉमनवेल्थ घोटाले में संभावित कार्रवाई से उन्हें बचाने के लिए तत्कालीन यूपीए सरकार ने यह कदम उठाया था। हालांकि, कांग्रेस यह कहकर फैसले का बचाव करती है कि इसमें किसी संवैधानिक प्रावधान का हनन नहीं हुआ है। राजनीति में सक्रिय रहे राज्यपालों को पद से हटने का फरमान सुनाकर एनडीए सरकार यूपीए के नक्शेकदम पर चली रही है। यूपीए ने 2004 में सत्ता में आने के बाद बीजेपी द्वारा नियुक्त चार राज्यपालों- विष्णुकांत शास्त्री, कैलाशपति मिश्र, बाबू परमानंद और केदारनाथ साहनी- की छुट्टी कर दी थी। उस फैसले से यूपीए और एनडीए में ठन गई थी। बीजेपी के सांसद बीपी सिंघल इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट चले गए थे।

Sunday 15 June 2014

फीफा: इटली की रोमांचक जीत, इंग्‍लैंड को हराया

बेलो होरीजोंटे। ग्रुप-डी के मैच में 4 बार की वर्ल्ड चैंपियन इटली ने इंग्लैंड को 2-1 से हरा दिया।इटली की तरफ से बालोटोली और मार्कसियो ने गोल किए जबकि इंग्लैंड की तरफ से इकलौता गोल स्टरिज ने किया। पहले मैच में जिस तरह से कोस्टा रिका ने उरूग्वे के खिलाफ उलफेर किया उससे इटली और इंग्लैंड की परेशानी और बढ़ गई थी।वैसे भी इस ग्रुप में हर एक मुकाबला मुश्किल नजर आ रहा है। इटली के खिलाफ मैच में इंग्लैंड ने शुरूआत अच्छी की और विरोधी टीम के गोल पोस्ट पर कई हमले किए। लेकिन सफलता मिली इटली को। मिडलफील्डर मार्किसियो ने मैच का पहला गोल दागा।मार्किसियो ने खेल के 35वें मिनट में इटली को बढ़त दिला दी, लेकिन इटली का ये जश्न ज्यादा देर तक नहीं रहा सका। सिर्फ 2 मिनट बाद ही इंग्लैंड के स्टरिज ने वेन रूनी के शानदार पास पर गोल दाग दिया।खेल के 37वें मिनट में हुए इस गोल के बाद हाफ टाइम तक दोनों टीमों आौर गोल नहीं कर सकी और स्कोर 1-1 से बराबर रहा। दूसरे हाफ में इटली को उस समय एक बार फिर बढ़त मिल गई जब स्टार खिलाड़ी बालोटोली ने हेडर के जरिए गोल किया।बालटोलो का ये गोल खेल के 50वें मिनट में आया। इसके बाद दोनों टीमों की तरफ से गोल की कोशिश हुई, लेकिन आखिरकार इटली ने 2-1 से बाजी मार ली। 1986 के बाद ये दूसरा मौका है जब इंग्लैंड को वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा है।

Monday 9 June 2014

हिंदू राष्ट्रवादी सेक्युलर!

जनसत्ता 16 जुलाई, 2013: भारतीय जनता पार्टी के नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अभी अपने एक असंवेदनशील बयान के लिए विवाद में हैं। समाचार एजेंसी रायटर को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उन्हें 2002 के दंगों को लेकर कोई अपराधबोध या पछतावा नहीं है।
दुख जरूर है, दुख तो अगर कुत्ते का बच्चा कार के नीचे आ जाता है तो भी होता है, चाहे कार खुद चला रहे हों या कोई और। उन्होंने कहा कि दंगों के दौरान जितनी बुद्धि उन्हें भगवान ने दी थी, उसके अनुसार उन्होंने सही काम किया। यह विरोधाभासी बयान भी उन्होंने दिया कि वे अपने आप को एक हिंदू राष्ट्रवादी मानते हैं, लेकिन वे सेक्युलर हैं। सेक्युलर का मतलब उनके लिए ‘इंडिया फर्स्ट’ है।
इस बयान को लेकर विभिन्न पार्टियों और आम नागरिकों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे एक असंवेदनशील और बेशर्मी भरा बयान करार दिया और मोदी से माफी की मांग की। मगर भाजपा ने रक्षात्मक होते हुए साक्षात्कार को ठीक से पढ़ने की नसीहत दी। इन आलोचनाओं का ही असर था कि मोदी ने बाद में क्षतिपूर्ति के लिए ‘जीव मात्र पर दया’ जैसे जुमले इस्तेमाल किए।
असल में, मोदी का ऐसे बयान देना कोई नई बात नहीं है। इस आशय के बयान वे और संघ परिवार के कई नेता देते रहे हैं। बात यह है कि कुछ महीने पहले तक नरेंद्र मोदी सिर्फ गुजरात के नेता हुआ करते थे और क्षेत्रीय समाचार-पत्रों में ही उनके बयान प्रमुखता से छपते थे। उन अखबारों में ये बयान ‘महान विचारों’ की महिमा पाते थे। गौरतलब है कि दंगों के दौरान भी गुजरात के समाचार-पत्रों का चरित्र सांप्रदायिक और मोदी समर्थक रहा था। ताजा साक्षात्कार का समाचार भी क्षेत्रीय अखबारों में हर बार की तरह ही प्रकाशित हुआ। उनके लिए असामान्य कुछ भी नहीं था।
कुछ अखबारों के लिए ‘कुत्ते’ शब्द का प्रयोग खटकने वाला था, क्योंकि ‘हमारी संस्कृति’ में कुत्ता सम्मान का प्रतीक नहीं माना जाता है। इसलिए उनकी सलाह रही कि ‘वे अगर ऐसा नहीं करते, तो ज्यादा बेहतर होता’, ‘उसकी जगह वे कोई दूसरा शब्द काम में ले सकते थे।’ इन अखबारों के पाठक भी उन खबरों के अनुकूल होते हैं, इसलिए कोई असहज स्थिति नहीं आती है। बल्कि ये मोदीनुकूल अखबार पाठकों का कॉमन सेंस भी वैसा ही तैयार करते हैं। इसका एक दिलचस्प उदाहरण उस वक्त सामने आया जब उत्तराखंड में पंद्रह हजार लोगों को बचा लेने के समाचार से मोदी मजाक के पात्र बने हुए थे। उस समय भी कुछ ऐसे लोग थे, जो सेना से खफा थे कि अगर मोदी एक दिन में इतने लोगों को निकाल लेते हैं तो फिर सेना क्यों नहीं निकाल पा रही है!
यह सर्वविदित है कि नरेंद्र मोदी अपनी छवि सुधारने के लिए एप्को वर्ल्डवाइड नामक एक कंपनी को महीने के लाखों रुपए देते हैं। लेकिन अब वह प्रबंधन काम आता नहीं दिख रहा है। वे कई समाचार चैनलों पर दंगों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दे पाए और मजबूर होकर साक्षात्कार बीच में छोड़ दिया। मोदी के भाषण संघ परिवार की खास लफ्फाजी वाली शैली के होते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर प्रवीण तोगड़िया तक में यह शैली देखी जा सकती है, जिसमें स्वर का उतार-चढ़ाव, बलाघात आदि के जरिए प्रभाव पैदा कर कमजोर वस्तु को मजबूत शिल्प में असरदार बनाने की कोशिश की जाती है। लेकिन सवाल-जवाब के मामले में यह शैली काम नहीं आती, इसलिए अक्सर मोदी फंस जाते हैं।
गुजरात में 2002 में हुए दंगों के बारे में कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, संगठनों और पत्रकारों ने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया कि दंगों के दौरान दंगाइयों को खुली छूट दी गई थी और मुसलमानों को कई दिनों तक उत्पीड़न के लिए छोड़ दिया गया।
महिलाओं और बच्चों के साथ नृशंस अत्याचार किए गए। दंगाइयों को रोका नहीं गया था। ऐसे कई वीडियो फुटेज हैं, जिनमें पुलिस निष्क्रिय खड़ी है और दंगाई आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन मोदी आजकल इसके जवाब में एसआइटी के ‘क्लीन चिट’ रूपी प्रमाण-पत्र दिखाते फिर रहे हैं।
अगर मोदी की सीधी भूमिका को विवादास्पद मान भी लें तो गुजरात के 2002 के दंगों के बारे में इतना तो निर्विवाद है कि सरकार कानून और व्यवस्था देने में विफल रही, अपने नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे पाई थी। उस समय भारतीय जनता पार्टी के ही प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे शर्मनाक बताते हुए यहां तक कहा था कि ‘जल्दी ही मैं विदेश जाने वाला हूं, लोग गुजरात के बारे में पूछेंगे तो मैं क्या जवाब दूंगा, क्या मुंह दिखाऊंगा।’
गुजरात में उस समय एक महीने से ज्यादा समय तक हिंसक वारदातें होती रही थीं। शाह आलम कैंप के शरणार्थियों ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से शिकायत की थी कि पुलिस ने उनके साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार किया है और राज्य सरकार की ओर से उन्हें पर्याप्त राहत नहीं मिल रही है। राज्य में जनसंहार जैसी हालत हो गई थी और पिछले दस सालों में सरकार की तरफ से पुनर्वास के कोई मुकम्मल प्रयास नहीं किए गए। कुछ अपवादों को छोड़ कर अपराधियों को

सजा भी नहीं दी गई।
इसके बावजूद अगर वहां की चुनी हुई सरकार का मुखिया आज यह कहे कि ‘बिल्कुल सही काम’ किया और उसका कोई ‘पछतावा’ नहीं है, तो यह बेशर्मी से भरी असंवेदनशीलता और अमानवीयता है। यहां तक कि जर्मनी ने भी फासीवादी अत्याचारों के लिए फ्रैंकफर्ट-आॅश्विट्स मुकदमों में कई अपराधियों को सजाएं दी थीं।
इससे भी आगे मोदी ने कहा कि 2002 की घटनाओं पर उन्हें दुख हुआ और दुख तो पिल्ले के कार के नीचे आ जाने का भी होता है, लेकिन पिल्ले के कार के नीचे आ जाने और 2002 की घटनाओं की कोई तुलना नहीं की जा सकती है। पिल्ले का कार के नीचे आ जाना एक दुर्घटना होगी, लेकिन 2002 की घटनाएं सुनियोजित तरीके से अंजाम दी गई थीं। इशरतजहां हत्याकांड दुर्घटना नहीं थी। गुजरात दंगों के दौरान मानवाधिकार संगठनों द्वारा जारी की गई विभिन्न तथ्यान्वेषी रिपोर्टों में यह स्पष्ट था कि वे दंगे सुनियोजित थे। गुजरात के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों- आरबी श्रीकुमार और संजीव भट्ट के बयानों के बाद यह भी पता चला कि कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उन षड्यंत्रों में शामिल थे। सोहराबुद्दीन, तुलसी प्रजापति और इशरतजहां फर्जी मुठभेड़ की चार्जशीट से यह भी स्पष्ट हुआ कि उक्त सभी घटनाएं दुर्घटनाएं नहीं, बल्कि बड़े स्तर के नेताओं और अधिकारियों द्वारा सुनियोजित तरीके से अंजाम दी गई घटनाएं थीं। पिल्ले के दुर्घटना में शिकार होने का उदाहरण देकर मोदी ने न केवल अपनी असंवेदनशीलता का परिचय दिया, बल्कि दंगा पीड़ितों का मजाक उड़ाया है।
भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार के अन्य हलकों में सेक्युलर शब्द को काफी विचलित और चिढ़ पैदा करने वाला माना जाता है। उसका सीधा कारण यह है कि सेक्युलरवाद की मूल धारणा धर्म और राजनीति का अलगाव है। यूरोप में इस धारणा द्वारा पोप और गिरजाघरों को राजनीतिक क्षेत्र से अलग कर दिया था। मतलब यह कि अब धर्म और राजनीति अलग-अलग हैं। भारत में यह उसी रूप में तो लागू नहीं हुआ, लेकिन इसका यह आशय लिया गया कि राज्य किसी एक धर्म को प्रश्रय नहीं देगा। सेक्युलरवाद की यह धारणा भारतीय जनता पार्टी की धर्म आधारित राजनीति के मूल मकसद पर चोट करती है।
भाजपा सिर्फ हिंदुओं की राजनीति करती है और सेक्युलरवाद इसकी इजाजत नहीं देता। लेकिन आधुनिक राज्यों के लिए सेक्युलरवाद इतना अहम सिद्धांत है कि उसे लांघ पाना आसान नहीं है। दूसरी बात यह भी है कि हमारे यहां सेक्युलरवाद का प्रतिपक्ष सांप्रदायिक/ फासीवादी है, जिसका लांछन कोई व्यक्ति या दल खुद पर नहीं लगने देना चाहता। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने कोई रास्ता न देख कर एक नायाब तरीका निकाला और कहना शुरू किया कि हम ही असली सेक्युलर हैं, हमारे अलावा सभी छद्म धर्मनिरपेक्ष हैं।
यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नफरत की राजनीति के लिए सेक्युलरवाद को सिर के बल खड़ा करते हुए समान नागरिक संहिता की मांग को इससे जोड़ दिया। जबकि सेक्युलरवाद का एक उद्देश्य यह भी है कि धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों के नागरिक अधिकार सुरक्षित रहें। हालांकि भाजपा ने समान नागरिक संहिता के आधार पर अगड़ों-पिछड़ों, अमीरों-गरीबों, अल्पसंख्यकों-बहुसंख्यकों सभी को एक घाट का पानी पिलाने की मंशा पाली थी।
खैर, यह फिर भी भाजपा द्वारा की गई सेक्युलरवाद की एक विकृत व्याख्या थी, लेकिन मोदी ने जनता को बेवकूफ बनाने की दिशा में इससे भी आगे बढ़ते हुए कहा कि मेरे लिए सेक्युलरवाद का मतलब है ‘इंडिया फर्स्ट’। अब बताइए, सेक्युलरवाद की यह कौन-सी परिभाषा हुई! सेक्युलरवाद के मूल धर्म और राज्य-राजनीति के पार्थक्य का ‘इंडिया फर्स्ट’ से क्या संबंध है! दरअसल, यह भावुक अंधराष्ट्रवाद को संबोधित करने की एक कोशिश है, सेक्युलरवाद का इससे कोई मतलब नहीं है।
यहां उन लोगों के बारे में कुछ कहा जाना ठीक रहेगा, जो यह सोच कर मोदीमय हो रहे हैं कि मोदी का राष्ट्रीय राजनीति में उभार पिछड़ी जातियों के लिए मददगार होगा। यहां पर यह जान लेना आवश्यक है कि मोदी की चाबी राष्ट्रीय स्वयंसेवक नामक घोर जातिवादी संगठन के हाथ में है, जिसके सर-संघचालक नामक मुखिया कोई गैर-ब्राह्मण नहीं हुआ है। यह वही संघ परिवार है, जिसने तथाकथित निचली जातियों का शोषण और इस्तेमाल किया। ये वही मोदी हैं, जिन्होंने आदिवासियों का हिंदूकरण कराया और 2002 के दंगों में उनसे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करवाए। अब जिस तरह सरकार के आदेश पालन के बावजूद फर्जी मुठभेड़ में पुलिस अधिकारी ही जेल गए हैं, उसी तरह जब कभी इन मामलों की न्यायिक जांच होगी तो संघ परिवार के उच्च वर्णीय नेता-कार्यकर्ता बच जाएंगे और वे आदिवासी ही फंसेंगे।
बहरहाल, राष्ट्रीय राजनीति में तथाकथित कदम रखने के बाद अपने पहले ही साक्षात्कार से मोदी विवादों में आ गए हैं। इससे भाजपा द्वारा खुद को अल्पसंख्यकों की हिमायती पार्टी के रूप में पेश करने की कोशिशों की पोल खुल गई और प्रति माह लाखों रुपए देकर मोदी की अपनी छवि सुधारने की कोशिशें भी नाकाम हुई।

फेसबुक पेज को लाइक करने के क्लिक करें-          https://www.facebook.com/Jansatta
ट्विटर पेज पर फॉलो करने के लिए क्लिक करें-      https://twitter.com/Jansatta



आपके विचार

 
 
Close

raofamilysirsa

raofamilysirsa

नई दिल्ली, जनसत्ता। एक ही फिल्म में साथ काम करना और फिर प्यार हो जाना यह तो बॉलीवुड में बहुत आम बात है। ऐसा ही कुछ हुआ फिल्म 'आशिकी 2' के लीड एक्टर और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर के बीच। जी हां दोनों को फिल्म 'आशिकी 2' में रोमांस करते-करते प्यार हो गया जो आज भी कायम है। सूत्रों की मानें तो यह दोनों स्टार्स चुपके-चुपके अपनी बीज़ी शेड्यूल से वक्त निकालकर मिलते हैं। alt="" align="left"> कभी-कभी तो श्रद्धा के घर के बाहर सुबह तक आदित्य की गाड़ी खड़ी रहती है। खबर है कि श्रद्धा और आदित्य कुछ दिन पहले यूएस में कुछ वक्त बिताकर आए हैं। इन बातों में कितनी सच्चाई है यह तो इन दोनों के अलावा और कोई नहीं बता सकता।

नई दिल्ली, जनसत्ता। एक ही फिल्म में साथ काम करना और फिर प्यार हो जाना यह तो बॉलीवुड में बहुत आम बात है।


ऐसा ही कुछ हुआ फिल्म 'आशिकी 2' के लीड एक्टर और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर के बीच।

जी हां दोनों को फिल्म 'आशिकी 2' में रोमांस करते-करते प्यार हो गया जो आज भी कायम है।

सूत्रों की मानें तो यह दोनों स्टार्स चुपके-चुपके अपनी बीज़ी शेड्यूल से वक्त निकालकर मिलते हैं।


alt="" align="left">कभी-कभी तो श्रद्धा के घर के बाहर सुबह तक आदित्य की गाड़ी खड़ी रहती है। खबर है कि श्रद्धा और आदित्य कुछ दिन पहले यूएस में कुछ वक्त बिताकर आए हैं।


इन बातों में कितनी सच्चाई है यह तो इन दोनों के अलावा और कोई नहीं बता सकता।

Sunday 8 June 2014

रितेश-जेनेलिया को नन्हे मेहमान का इंतजार, देखें दोनों में कितना है प्यार

रितेश-जेनेलिया को नन्हे मेहमान का इंतजार, देखें दोनों में कितना है प्यारमुंबई. बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख ने यह बात स्वीकार की है कि उनकी पत्नी जेनेलिया प्रेग्नेंट हैं। यह बात उन्होंने हाल में एक लीडिंग मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में मानी है। इस इंटरव्यू के दौरान जब उनसे जेनेलिया की प्रेग्नेंसी के बारे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "जी हां जेनेलिया प्रेग्नेंट हैं और हम अपने आने वाले बच्चे को लेकर काफी उत्साहित हैं।"
गौरतलब है कि कई दिनों से मीडिया
में उनकी प्रेग्नेंसी को लेकर ख़बरें आ रही थीं, लेकिन जेनेलिया और रितेश लगातार इन ख़बरों को गलत करार देते आ रहे थे। 
 
दरअसल, जेनेलिया के बारे में ऐसी ख़बरें उस वक्त आनी शुरू हो गई थीं, जब वे रितेश के साथ उनकी मराठी फिल्म 'येलो' की स्क्रीनिंग में शामिल होने गई थीं। इसके बाद जब रितेश कुछ समय पहले टेम्पा वे (फ्लोरिडा, अमेरिका) में संपन्न हुए आइफा अवॉर्ड्स में अकेले ही गए तो मीडिया के बीच यह सुगबुगाहट तेज हो गई कि जेनेलिया की प्रेग्नेंसी के चलते वे उन्हें इवेंट में नहीं ले गए। हालांकि, रितेश ने तब ऐसी किसी भी बात इनकार कर दिया था। खैर, देर आए दुरुस्त आए, रितेश को उनके आने वाले बच्चे के लिए बधाई और बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
 
बता दें कि हाल ही में दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी बताया कि वे और जेनेलिया दो नहीं, बल्कि एक ही हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जेनेलिया की एनर्जी और स्माइल काफी अच्छी लगती है। उनके अनुसार, जेनेलिया और उनके विचार एक-दूसरे से काफी मिलते हैं। जैसे-दोनों को ही भेलपुरी बहुत पसंद है।

बदायूं गैंगरेपः DGP ने बोला झूठ? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई थी दोनों से रेप की पुष्टि

बदायूं गैंगरेपः DGP ने बोला झूठ? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई थी दोनों से रेप की पुष्टिलखनऊ. बदायूं गैंगरेप कांड में राज्य के शीर्ष पुलिस ऑफिसर का बयान सवालों के घेरे में आ गया है। एक बहन के साथ रेप नहीं होने के डीजीपी के दावे को पोस्टमार्टम रिपोर्ट झुठला रही है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि दोनों बहनों के साथ गैंगरेप हुआ है। ऐसे में यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर डीजीपी एएल बनर्जी ने झूठ क्यों बोला? 
 
गौरतलब है कि बदायूं गैंगरेप केस की एसआईटी जांच के बीच शनिवार को बनर्जी ने चौंकाने वाला बयान दिया था। उन्होंने कहा था कहा है कि दो पीड़िताओं में से एक के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई है। बनर्जी ने कहा था, 'यह ऑनर किलिंग का मामला भी हो सकता है और गिरफ्तार किए गए आरोपी निर्दोष  हो सकते हैं।'  वहीं, इस मामले के बाद बसपा ने डीजीपी को हटाए जाने की मांग की है।
 
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
डीजीपी बनर्जी के बयान की सच्चाई जानने के लिए dainikbhaskar.com की टीम ने दोनों बहनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट खंगाली। यह रिपोर्ट तीन डॉक्टरों के पैनल ने दोनों बहनों का पोस्टमार्टम करने के बाद तैयार की थी। डॉक्टरों के पैनल में जिला अस्पताल के डॉ. राजीव कुमार गुप्ता (फिजिशियन), डॉ. अवधेश कुमार (सर्जन) और महिला डॉक्टर पुष्पा पंत त्रिपाठी शामिल थीं। 
रिपोर्ट से पता चलता है कि दोनों बहनों की मौत दम घुटने से हुई और दोनों के साथ रेप भी किया।  रिपोर्ट के मुताबिक दोनों बहनों की मौत 27 मई की रात नौ बजे से 28 मई की रात तीन बजे के बीच हुई।

नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में 15 वकील तो 2 डॉक्टर

altनई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के एक तिहाई सदस्य विधि डिग्री धारक हैं
जबकि दो डॉक्टर और नौ विभिन्न संकायों में स्नातक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत 12 मंत्री स्नातकोत्तर डिग्री धारक हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में 15 विधि डिग्रीधारकों में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्तमंत्री अरुण जेटली, शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा और उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान शामिल हैं।
मंत्रियों के हलफनामे के अनुसार, रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी विधि डिग्री धारक है। स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों में कपड़ा राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार, युवा एवं खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, उर्जा मंत्री पीयूष गोयल और योजना मामलों के मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के पास भी विधि की डिग्री है।
राज्य मंत्रियों में भारी उद्योग एवं लोक उद्यम राज्य मंत्री पी राधाकृष्णन, गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू, सड़क परिवहन राज्य मंत्री कृष्ण पाल ने विधि से स्नातक किया है।
मोदी के मंत्रिमंडल में दो डॉक्टर हैं जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन और कार्मिक, जन शिकायत एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेन्द्र सिंह शामिल हैं। अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला प्राणी विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्रीधारक हैं और दर्शनशास्त्र में डॉक्ट्रेट भी हैं। छोटे, कुटीर एवं मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्रा कला में स्नातकोत्तर डिग्री धारक हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री निर्मला सीतारमण दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर हैं जबकि पेट्रोलियम

एवं प्राकृतिक गैस  (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान कला में स्नातकोत्तर हैं। ग्रामीण विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा स्नातकोत्तर हैं। कृषि राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान और विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह पीएचडी डिग्री धारक है जबकि आदिवासी मामलों के राज्य मंत्री मनसुखभाई धानजीभाई वासावा सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर डिग्री धारक हैं। नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में नौ मंत्री स्नातक डिग्री धारक हैं जिनमें खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोह, संस्कृति मंत्री श्रीपद यशो नाईक, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री निहालचंद, उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री राव साहब दादाराव धनवे और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री सुदर्शन भगत शामिल हैं।
हलफनामे के मुताबिक, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कॉमर्स में स्नातक (पार्ट 1) किया है जबकि खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसितरत कौर बादल और आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम डिप्लोमा धारक हैं। जल संसाधन मंत्री उमा भारती छठी कक्षा पास हैं जबकि महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी 10वीं कक्षा पास है। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू 10वीं कक्षा पास हैं जबकि भारी उद्योग एवं लोक उद्यमिता मंत्री अनंत गीते 10वीं कक्षा पास हैं। खान मंत्री विष्णु देव साइ 11वीं कक्षा पास है जबकि नागर विमानन राज्य मंत्री जी एम सिद्धेश्वर 10वीं कक्षा पास हैं।

केजरीवाल का AAP के लिए 'मिशन विस्तार' प्लान

arvind
नई दिल्ली  लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन और पार्टी के अंदर आपसी कलह के बाद अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के पुनर्गठन का ऐलान किया है। दिल्ली में तीन दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि पार्टी अब 'मिशन विस्तार' में जुटेगी। इसके तरह जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पार्टी के अंदर बदलाव किए जाएंगे।

चुनाव में हमने अच्छा कियाः केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आम आदमी पार्टी देश में स्वराज स्थापित करना चाहती है। उन्होंने लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को उम्मीद से बेहतर बताकर पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश की। केजरीवाल ने कहा, 'हमने लोकसभा चुनाव में 430 सीटों पर चुनाव लड़ा। पहली बार में पार्टी को चार सीटें और 1 करोड़ से ज्यादा वोट मिले। मोदी की आंधी में जहां सारे दल उड़ गए, वहीं इस माहौल में भी पार्टी का प्रदर्शन दिखाता है कि लोगों को उससे कितनी उम्मीदें हैं।'

केजरीवाल ने कहा कि अगले एक साल के दौरान संगठन में बड़े बदलाव किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले एक साल में पार्टी के बूथ लेवल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक बदलाव किए जाएंगे। पार्टी के सभी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों को पार्टी की विचारधारा बताएंगे। जिला और राज्य समितियों का पुराने और नए लोगों को जोड़कर पुनर्गठन किया जाएगा। ऐसे लोगों को काम दिया जाएगा, जो गांव में घूमकर संगठन को मजूबत करेंगे।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी का भी पुनर्गठन किया जाएगा। इसमें समाज के विभिन्न तबके के लोगों को शामिल किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी पीएसी का गठन करेगी। इस योजना का खाका तैयार तैयार करने के लिए पृथ्वी रेड़्डी की अध्यक्षता में कमिटी बनाई गई है। इसके अन्य सदस्य अंजलि दमानिया, प्रफेसर आनंद कुमार, प्रवीण अमानउल्लाह, आशुतोष, संजय सिंह, पंकज गुप्ता आदि शामिल हैं।

केजरीवाल ने कहा कि नई कार्यकारिणी के गठन तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नए सदस्यों को विशेष तौर पर शामिल किया गया है। इनमें आलोक अग्रवाल, अनिल त्रिवेदी, आशीष खेतान, आशुतोष, धर्मवीर गांधी, दिलीप पांडे, एस. शाह, डॉक्टर अशोक, गुल पनाग, हरिंदर सिंह खालसा, आईडी खजूरिया, कंचन चौधरी, तनु भाई कसारिया, लिगराज, मुजफ्फर भट्ट, पंकज पुष्कर, प्रवीन अमानउल्ला, प्रफेसर साधु सिंह, राजमोहन गांधी, सारा जोसफ, सुनील अग्रवाल, तनवीर मकबूल दर, विजय नायर शामिल हैं।

केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गैस के दाम न बढ़ाने और डिफेंस में 100 फीसदी एफडीआई के फैसलों पर दोबारा से विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले 15 दिनों से बिजली और पानी की स्थिति खराब है। बीजेपी के कार्यकाल में दिल्ली में बिजली-पानी का संकट हो गया है, जबकि आम आदमी पार्टी की सरकार में लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के चार सांसद इन मुद्द्दों को जोर-शोर से संसद में उठाएंगे।

करिश्मा की जिंदगी में नए प्यार की एंट्री!

बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर दूसरी शादी की तैयारी में हैं. का
PICS: करिश्मा की जिंदगी में नए प्यार की एंट्री, तलाक के बाद करेंगी शादी!
फी समय से चल रही अनबन के ब

देर रात श्रद्धा कपूर के घर पहुंचे आदित्य रॉय कपूर!

श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर ने यह कभी नहीं माना है कि वे दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं, पर गॉसिप तो यही है कि 'आशिकी-2' के दोनों कलाकार स्टार कपल हैं.
गुरुवार रात कुछ ऐसा हुआ जिससे यह गॉसिप सच होता दिख रहा है. दरअसल, आदित्य गुरुवार देर रात को श्रद्धा से मुलाकात करने उनके अपार्टमेंट पहुंचे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य रॉय कपूर कैजुअल ड्रेस पहने हुए थे. रात 10 बजे के आसपास वह अपनी बीएमडबल्यू कार में श्रद्धा की बिल्डिंग के नीचे पहुंचे. पहुंचने के बाद जैसे ही आदित्य को इस बात का एहसास हुआ कि वहां मीडिया मौजूद है. उन्होंने कुछ देर इंतजार करना मुनासिब समझा. थोड़ी देर के इंतजार के बाद वह अंदर चले गए. रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य की कार अगले दिन सुबह तक श्रद्धा की बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में मौजूद थी.
गौरतलब है कि श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर की पहली मुलाकात 'आशिकी 2' की शूटिंग के दौरान हुई थी. तब से ही दोनों के कपल होने की गॉसिप होती रहती है.

अब हेल्दी हिरोइनों में नहीं होगी मेरी गिनती: सोनाक्षी


Sonakshi Sinhaबॉलिवुड में सोनाक्षी सिन्हा एक ऐसी ऐक्ट्रेस हैं, जिनके टैलंट को कम और उनके वजन को लोग ज्यादा देखते आए हैं। लेकिन अब सोनाक्षी पहले जैसी नहीं रहीं। उन्होंने अपना फैट तो कम कर ही लिया है, साथ ही ग्लैमरस भी लगने लगी हैं। जब सोनाक्षी ने अपनी पहली फिल्म की थी, तब भी उन्होंने पूरे 30 किलो वजन घटाया था, मगर अब वह अपनी अपकमिंग मूवी के लिए और भी पतली होना चाहती हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने हमसे शेयर कीं कुछ पर्सनल बातें।

आपने काफी वेट लूज कर लिया है। इसके लिए क्या कर रही हैं?
कहूंगी तो यही कि आसान नहीं होता वेट कम करना। छह महीने से रेग्युलर जिम जा रही हूं। रोज वहां पर एक से डेढ़ घंटा एक्सर्साइज करती हूं। वैसे, आपको बता दूं कि मैं जिम से नफरत करने वालों में से एक हूं। मुझे जिम से अलर्जी है। मैं इससे दूर भागना चाहती हूं। लेकिन अगर मैं एक बार किसी चीज पर ध्यान लगाती हूं, तो उसे पाकर रहती हूं और मेरे ख्याल से, मैंने वही किया। हालांकि काम की वजह से भागदौड़ तो काफी रहती है, लेकिन मैं पूरी कोशिश करती हूं एक्सर्साइज के लिए टाइम निकालने की।

जिम में कौन-सी एक्सर्साइज आप ज्यादा फॉलो करती हैं?
वेट लॉस ट्रेनिंग करती हूं। वेट जल्दी से कम हो, इसके लिए हफ्ते में 5 दिन एक्सर्साइज करती हूं। इसके अलावा बॉक्सिंग भी मुझे पसंद है। हफ्ते में तीन दिन हॉट योगा करना मुझे बेहद भाता है। बाकी मूड है... अगर फ्रेश और एनर्जेटिक हैं, तो कई नई एक्सर्साइज और ऐड हो जाती हैं।

इन दिनों आपका डायट चार्ट क्या चल रहा है?
सुबह उठकर ग्रीन टी पीती हूं। ब्रेकफास्ट में कार्नफ्लेक्स और दूध या फिर वीट ब्रेड टोस्ट लेती हूं। कभी-कभार कॉर्न भी लेती हूं। लंच में रोटी, सब्जी और फ्रेंच सैलड खाती हूं। इससे वेट लॉस होता है और पूरा पेट भी अच्छी तरह से भर जाता है। डिनर में चावल, दाल, सब्जी और सैलड लेती हूं। अगर बीच के समय में भूख लगती है, तो ढेर सारे फ्रूट्स ले लेती हूं। इतना सब करने के बाद मुझे उम्मीद है कि अब लोग अब मेरी गिनती हेल्दी हिरोइनों में करना बंद कर देंगे।

खाने में कोई ऐसी चीज, जिसे आप अक्सर रिपीट करती हों...
पिज्जा। पिज्जा खाना मुझे बेहद पसंद है। हालांकि इन दिनों उसे खाना भी कम कर दिया है। लेकिन हफ्ते में एक बार तो अभी भी खाने से नहीं चूकती।

इन दिनों आप ज्यादा ग्लैमरस और हॉट अंदाज में नजर आ रही हैं। सुनने में तो यह भी आया है कि आपने इमेज बदलने के लिए बोल्ड अंदाज में फोटो शूट भी करवाए हैं और पॉप्युलर डिजाइनर से ड्रेसेज भी तैयार करवाई हैं। क्या अब आपने अपनी इमेज को ग्लैमरस बनाने की ठान ही ली है?
नहीं, मैंने कुछ प्लान नहीं किया है। फिल्म की डिमांड जैसी होती है, कोशिश करती हूं उसमें फिट बैठने की। उसके लिए जो बन पड़ता है, वह मैं करती हूं। जिस तरह ऐक्टिंग में जान डालने के लिए आपको किरदार में घुसना पड़ता है, उसी तरह आउटफिट्स भी किरदार को स्ट्रॉग बनाते हैं। इसलिए जैसा रोल होता है वैसी ड्रेस पहननी पड़ती है। ड्रेस से ग्लैमरस दिखने का मेरा कोई इरादा नहीं है।

आपकी हेल्दी स्किन का राज क्या है?
खूब पानी पीती हूं। डीहाइड्रेशन के लिए यह बेहद जरूरी है। इससे इम्यून सिस्टम अच्छा काम करता है और यह आपको दिनभर एनर्जेटिक भी बनाए रखता है। मॉइश्चराइज़र जरूर लगाती हूं। इसके अलावा, तो कुछ खास नहीं करती। वैसे, सच कहूं तो मुझे ज्यादातर चीजें हेरडेटिक मिली हुई हैं। मेरी मम्मी की स्किन भी काफी हद तक मेरी तरह ही है।

आपने अपने लाइफ पार्टनर के तौर पर किस तरह के ड्रीम बॉय की कल्पना की है?
मुझे छोटी हाइट के लड़के पसंद नहीं हैं। मैं लंबे कद का और अच्छे सेंस ऑफ ह्यूमर वाला लड़का पसंद करूंगी, जो बुद्धिमान हो, जिसके साथ बात करने में मज़ा आए और जो अच्छा दिखता हो। छह फीट से थोड़ा लंबा तो चाहिए ही, ताकि मैं हील वाले सैंडल पहन सकूं। मुझे हील पहनना बेहद पसंद है, इसलिए लड़का तो मैं अपने लिए लंबा ही तलाशने वाली हूं।

खाली समय में क्या टीवी देखना पसंद है?
नहीं, समय नहीं मिलता। पॉसिबिल होता है, तो कपिल का कॉमिडी शो देख लेती हूं और ज्यादा से ज्यादा कोई रिऐलिटी शो। डेली शॉप देखने का तो कोई टाइम नहीं मिल पाता है। यहां तक कि हमारा अपना प्रॉडक्शन हाउस है, जिसे मेरे भाई संभाल रहे हैं। उसके लिए भी टाइम नहीं निकाल पाती हूं।

स्टाइल को कितना फॉलो करती हैं?
बहुत कम। जो पसंद आता है, उसे पहन लेती हूं। कई बार कोई नए फैशन ट्रेंड की चीज खरीदती भी हूं, लेकिन अगर दूसरे को पसंद नहीं आती, तो फिर उसे कभी नहीं पहनती। इसमें मेरी ममी मुझे काफी हेल्प करती हैं।

किसका स्टाइल आपको सबसे ज्यादा भाता है?
दीपिका पादुकोण और अक्षय कुमार का। वे जो भी पहनते हैं, उन पर सब अच्छा लगता है।

सलमान की आप फैन हैं...
यही कहना सही रहेगा। बस इतना कहना चाहती हूं कि सलमान मुझे यदि एक फोन कॉल करें कि इस फिल्म में काम करना है, तो मैं उनका कहा टाल नहीं सकती। सलमान ही नहीं, अगर अक्षय कुमार भी मुझे अपनी फिल्म में काम करने के लिए कहते हैं, तो उसके लिए भी मैं तुरंत तैयार हो जाउंगी।

भारत ने हॉकी वर्ल्ड कप में दर्ज की पहली जीत, मलेशिया को 3-2 से हराया

भारत ने हॉकी वर्ल्ड कप में दर्ज की पहली जीत, मलेशिया को 3-2 से हरायाहेग (नीदरलैंड). भारतीय टीम की हॉकी वर्ल्ड कप में पहली जीत की तलाश आखिरकार पूरी हो ही गई। टीम इंडिया ने शनिवार को खेले गए ग्रुप-ए के मैच में मलेशिया को 3-2 से हराया। भारत की ओर से आकाशदीप सिंह (49वें और 51वें मिनट) ने दो और जसजीत सिंह (15वें मिनट) ने एक गोल दागा।
 
मलेशिया की ओर से रेजी (46वें मिनट) और मरहान (61वें मिनट) ने गोल किए। भारत का अगला मुकाबला 9 जून को ऑस्ट्रेलिया से होगा। इसके पहले भारत ने अपने दो मुकाबले बेल्जियम और इंग्लैंड से हारे थे, जबकि स्पेन के साथ ड्रॉ खेला था।
 
105 में से 14 मैच ही हारा है भारत
 
भारत और मलेशिया के बीच इसके पहले तक 105 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए थे, जिसमें भारत सिर्फ 14 मैचों में हारा था। वर्ल्ड कप में भारत व मलेशिया अब तक चार बार आमने-सामने हुए थे, जिनमें टीम इंडिया ने तीन बार जीत दर्ज की थी। उसे सिर्फ 2002 के वर्ल्ड कप में मलेशिया से हार का सामना करना पड़ा था।
 
चौथे स्थान पर पहुंचा भारत
 
भारत के अब चार मैचों से एक जीत, दो हार और एक ड्रॉ के साथ चार अंक हो गए हैं और वह चौथे स्थान पर आ गया है। मलेशिया का चार मैचों के बाद अब तक खाता भी नहीं खुला है। और वह अंतिम स्थान पर है। एक अन्य मुकाबले में बेल्जियम ने स्पेन को 5-2 से शिकस्त दी।

फ्रेंच ओपन जीतने के बाद टेनिस 'क्वीन' ने कुछ यूं मनाया जश्न

PICS: फ्रेंच ओपन जीतने के बाद टेनिस 'क्वीन' ने कुछ यूं मनाया जश्न
पेरिस. मारिया शारापोवा ने फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल वर्ग फाइनल में रोमानिया की सिमोना हालेप को 6-4, 6-7, 6-4 से हराकर ख़िताब अपने नाम कर लिया। उन्होंने जीत का जश्न एफिल टॉवर के पास बड़ी संख्या में उपस्थित प्रशंसकों के बीच मनाया।
उन्होंने सेलिब्रेशन के दौरान की तस्वीरें सोशल साइट्स पर पोस्ट की।
 
कुछ ऐसा रहा मुकाबला
 
सातवीं वरीयता प्राप्त मारिया के अनुभव के आगे चौथी वरीयता प्राप्त सिमोना का जोश नहीं टिक सका। 2012 की फ्रेंच ओपन चैंपियन शारापोवा ने पहला सेट 6-4 से जीतकर अपने दबदबे का अहसास करा दिया। दूसरे सेट में सिमोना ने वापसी की और सेट 7-6 से अपने नाम करके स्कोर 1-1 कर दिया।
 
तीसरे सेट में टेनिस क्वीन पड़ी भारी
 
तीसरे और निर्णायक सेट में मारिया शारापोवा का अनुभव काम आया। उन्होंने अपनी सर्विस बरकार रखते हुए सिमोना की सर्विस दो बार ब्रेक की। निर्णायक मुकाबला शारापोवा ने 6-4 से अपने नाम कर एक और फ्रेंच ओपन खिताब अपने नाम कर लिया।

अपनी कामयाबी की कहानी बताएंगे शाहरुख


मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान अनुपम खेर के आने वाले शो में अपनी कामयाबी की कहानी बताने जा रहे हैं। अनुपम खेर बहुत जल्द छोटे पर्दे पर कुछ भी हो सकता है शो लेकर आ रहे हैं। इस शो में शाहरुख खान शिरकत करने जा रहे है जहां वह अपनी कामयाबी की दास्तां लोगों को बताएंगे।
बताया जा रहा है कि इस एपिसोड की शूटिंग हाल ही में की गई है। शूटिंग पूरी होने के बाद अनुपम ने शाहरुख का माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर शुक्रिया अदा किया। वहीं शाहरुख ने भी जवाब दिया कि उन्हें इस शो की शूटिंग कर काफी मजा आया है।
अनुपम खेर के इस चैट शो में 12 एपीसोड होंगे। यह शो उन मशहूर हस्तियों की प्रेरणादायक कहानियों पर रोशनी डालेगा जो उनकी जिंदगी की चुनौतियों और मुश्किल भरे दौर के बारे में बताएंगी। इन एपिसोड में शाहरुख के अलावा कई अन्य दिग्गज हस्तियां शिरकत करेंगी। यह शो जुलाई में कलर्स पर प्रसारित होगा।

फिल्मिस्तान पर भारी पड़ी अक्षय-सोनाक्षी की फिल्म हॉलीडे

नई दिल्ली: इस हफ्ते बड़े पर्दे पर दो फिल्में हॉलीडे- ए सोल्ज़र नेवर ऑफ ड्यूटी'  और 'फिल्मिस्तान' रिलीज हुई हैं. बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और दबंग सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म 'हॉलीडे'  को अच्छी ओपनिंग
मिली है. फिल्म समीक्षकों ने भी इस फिल्म को सराहा है.


फिल्म समीक्षक तरन आदर्श ने ट्विट करके जानकारी दी है कि हॉलीडे ने सिर्फ दो दिनों में 24 करोड़ रूपये की कमाई कर ली है. इस फिल्म ने शुक्रवार को 12.18 करोड़ और शनिवार को 12.30 करोड़ रूपये कमाए हैं.

बेटों के साथ डिज्नीलैंड में ऋतिक रोशन ने की खूब मस्ती

Hrithik Roshan visits Disneyland with sonsमुंबई: बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन ने अपने दो बेटों रेहान और रिदान के साथ डिज्नीलैंड में जमकर मस्ती की। अपने बेटों के साथ मस्ती भरे इस दिन की तस्वीर ऋतिक ने ट्विटर पर साझा की। तीनों ने जीन्स और टीशर्ट पहन रखी थीं। इसके साथ इन लोगों ने बेसबॉल कैप भी पहनी हुई थीं।
ऋतिक ने तस्वीर के साथ पोस्ट में लिखा, अनजाने रास्ते पर सफर करते हुए आपको कुछ समय रुकना चाहिए और एक तस्वीर लेनी चाहिए। 'कृष 3' के स्टार अभिनेता और उनकी पत्नी सुजैन ने बीते दिसंबर में अलग होने और 17 वर्ष पुराने संबंध को खत्म करने का फैसला किया था।

घर खाली करने के लिए पूर्व सांसदों को 18 जून की डेडलाइन

नई दिल्ली : नवनिर्वाचित संसद सदस्यों को आवास उपलब्ध कराने के लिए लोकसभा सचिवालय ने करीब 265 पूर्व सांसदों को नोटिस भेजकर 18 जून तक मकान खाली करने को कहा है।

कार्रवाई को ‘सामान्य’ करार देते हुए लोकसभा महासचिव पी. श्रीधरन ने कहा, ‘सचिवालय ने सभी पूर्व सांसदों को सूचित कर उनसे 18 जून तक मकान खाली करने को कहा है। जहां तक पूर्व मंत्रियों का सवाल है, उनसे संपदा निदेशालय ने 26 जून तक अपने बंगले सौंप देने को कहा है।’ 16वीं लोकसभा में नवनियुक्त मंत्रियों सहित करीब 320 नए सांसद हैं, जिन्हें राष्ट्रीय राजधानी में आवास उपलब्ध कराया जाना है।

संपदा निदेशालय जहां मंत्रियों को बंगले उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार है, वहीं लोकसभा हाउसिंग कमेटी नए सांसदों को मकान आवंटित करेगी। लोकसभा हाउसिंग कमेटी का गठन 11 जून को संसद का पहला सत्र समाप्त होने के बाद अध्यक्ष द्वारा किया जाएगा।

लोकसभा सचिवालय ने करीब 265 पूर्व सांसदों को पत्र लिखकर 18 जून तक मकान खाली करने को कहा है, वहीं संपदा निदेशालय ने करीब 55 पूर्व मंत्रियों को पत्र लिखकर उनसे 26 जून तक बंगले सौंपने के लिए कहा है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘यह एक चुनौती भरा कार्य है। एक बार मकान खाली होने पर हमें उन्हें नए सांसदों और मंत्रियों को उपलब्ध कराने के लिए तैयार करना होगा।’

उन्होंने कहा, ‘इन मकानों में अनिवार्य रूप से सफेदी और जरूरत पड़ने पर अन्य मरम्मत का कार्य किया जाना है।’ नए सांसद वर्तमान में अस्थाई तौर पर रह रहे हैं। उन्हें दिल्ली में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के गेस्ट हाउसों के 200 से अधिक कमरों और भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) के 150 से अधिक कमरों में व्यवस्थित किया गया है।

पूर्ववर्ती संप्रग-2 सरकार में 70 मंत्री थे, जिनमें से कुछ चुनाव में जीत गए और बहुत से अन्य हालिया लोकसभा चुनाव में हार गए। संपदा निदेशालय के नोटिस के अनुसार चुनाव हारने वालों को 26 जून तक अपने बंगले खाली करने होंगे। शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने भी पूर्व मंत्रियों से खुद ही अपने आधिकारिक निवास खाली करने और एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने की अपील की है। (एजेंसी)

अब बिना एटीएम के भी निकलेंगे पैसे


बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अब बगैर एटीएम के लोग दुकान या मॉल में स्वाइप मशीन के जरिए 100 से एक हजार रुपये तक निकाल सकेंगे। भारतीय स्टेट बैंक शीघ्र ही ग्राहकों को कैश एंड पॉश स्कीम की सुविधा का लाभ देगा। कई बड़े शहरों में यह सुविधा शुरू हो गई है। एसबीआई के एटीएम चैनल प्रबंधक कृष्ण मूर्ति ने बताया कि बैंक ग्राहकों की सुविधा के लिए शहर में जल्द ही कैश एंड पॉश स्कीम शुरू करने जा रहा है।
ग्राहक 100 रुपये से एक हजार तक नकद बड़े दुकान
दारों से ले सकेंगे। यह सुविधा केवल चुनिंदा स्वाइप मशीन वाले दुकानदारों के पास मिलेगा। बताया जा रहा है कि जुलाई से ग्राहक इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। हालांकि इस सुविधा का उपयोग करने वाले ग्राहकों को कुल धनराशि का एक प्रतिशत सर्विस चार्ज के रूप में देना होगा।
इस स्कीम के अंतर्गत ग्राहक अपने नजदीकी दुकान मॉल से नकद रुपये प्राप्त कर सकते हैं। मॉल या दुकान में रखे स्वाइप मशीन में एटीएम कार्ड का उपयोग करना होगा, जिसमें संचालक की सहमति के बाद ग्राहक को न्यूनतम 100 रुपये व अधिकतम एक हजार रुपये नकद प्राप्त हो सकेगा। कई बार ग्राहक खरीदारी करने के बाद तथा आसपास एटीएम मशीन न होने से नकद रुपये की तालाश में भटकता है। यह सुविधा शुरू होने से ग्राहकों को राहत मिलेगी।
एसबीआई प्रबंधन जल्द ही शहर के प्रमुख व्यापारियों से संपर्क कर अनुबंध करेगा। इसके बाद तत्काल यह सुविधा शुरू हो जाएगी। मॉल के भीतर प्रमुख दुकानों के अलावा शहर के बड़े दुकानदार, जिनके पास एसबीआई स्वाइप मशीन की सुविधा है। वहां यह सेवा शुरू की जाएगी। ग्राहकों को इस सेवा के शुरू होने से तत्काल आवश्यकता होने पर बगैर एटीएम के भी नकद रुपये उपलब्ध कराया जाएगा।

अभी और सताएगी गर्मी, पानी-बिजली भी गुल


नई दिल्ली। पूरा भारत गर्मी और लू के थपेड़ों से जूझ रहा है। दिल्लीवालों को अगले दो-तीन दिनों तक इस चिलचिलाती धूप और गर्मी से राहत मिलने की भी कोई संभावना नहीं है, क्योंकि मौसम विभाग का अनुमान है कि 10 जून तक शहर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा।
आज दिल्ली में पारा 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। वहीं उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से उपर है। शनिवार को इलाहाबाद में अधिकतम तापमान 48.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राजस्थान में भी गर्मी हद से ज्यादा रही और राजधानी जयपुर में गर्मी ने 116 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
आज जयपुर में तापमान 46.8 डिग्री रहा। वहीं अलवर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। झालावाड़ में तापमान 48.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हरियाणा के हिसार में पारा सामान्य से पांच डिग्री उपर 46.5 रिकॉर्ड किया गया। पंखा, कूलर, एसी सब बेकार दिख रहे हैं। जब तक मानसून दस्तक नहीं देता इसी जानलेवा गर्मी से पाला पड़ता रहेगा। साथ ही बिजली का संकट बदस्तूर जारी है।
तपती गर्मी के साथ दिल्ली के लोग बिजली कटौती से भी खासे परेशान हैं। दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में बिजली की भारी कटौती देखी जा रही है, जिसके चलते पानी की भी समस्या शुरू हो गई है। कभी रात में तो कभी दिन में बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में पहले से ही गर्मी से परेशान लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।

अफगानिस्तान में बाढ़ में 70 से अधिक की मौत


 
कुदुज: उत्तरी अफगानिस्तान के सुदूरवर्ती हिस्से में बाढ़ के कारण 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई, सैकड़ों मकान बह गए और हजारों लोग बेघर हो गए। बगलान प्रांत के प्रवक्ता जावेद बशरात ने बताया कि लोगों ने मकान, संपत्ति, गांव, खेत, मवेशी सब खो दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास जिंदा रहने के लिए कुछ भी नहीं बचा यहां तक कि पीने का पानी भी नहीं।
अफगान आपदा प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि वे बाढ़ से प्रभावित इलाकों में भोजन और चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए जूझ रहे हैं। प्रांत के राज्यपाल सुल्तान मोहम्म्द एबादी ने कहा कि मृतकों की संख्या 74 पहुंच गई है और यह तादाद और बढ़ सकती है।

श्रीलंका नौसेना ने 73 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया

कोलंबो। श्रीलंका की नौसेना ने अपने जल क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में 73 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के 33 भारतीय मछुआरों की रिहाई के आदेश के महज कुछ दिनों बाद हुई है।
नौसेना के प्रवक्ता कोसला वार्नाकुलसूर्या के हवाले से शिन्हुआ ने रविवार को बताया कि 41 भारतीयों को उत्तरी तालईमन्नार जलक्षेत्र से सात नावों के साथ पकड़ा गया। जबकि अन्य 32 मछुआरे आठ नावों समेत उत्तर में डेल्फ्ट द्वीप के समीप गिरफ्तार किए गए। उन्होंने कहा कि आगामी कार्रवाई के लिए पकड़े गए मछुआरों को संबंधित अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है।
पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली नई भारतीय सरकार के प्रति सद्भावना व्यक्त करने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति ने 33 मछुआरों को रिहा करने का आदेश दिया था। इन्हें 31 मई को कच्चातिवु के समीप पकड़ा गया था। हालांकि श्रीलंकाई मछुआरों ने इसके बदले अपने देश के मछुआरों को नहीं छोड़ने का भारत पर आरोप लगाया है।

बगदाद में कार बम विस्फोटों में 44 की मौत

 
बगदाद: इराक की राजधानी में शनिवार रात हुए एक के बाद कई कार बम विस्फोटों में कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बगदाद में हुए हमले शिया इलाकों को निशाना बनाकर किए गए। इस बीच उत्तरी इराक में एक अलग संघर्ष में 21 पुलिस अधिकारी और 38 आतंकी मारे गए। बगदाद में शनिवार रात पहला हमला बाइया जिले में हुआ, जिसमें नौ लोग मारे गए और 22 घायल हो गए। बाद में बगदाद के विभिन्न हिस्सों में सात कार बम धमाके हुए, जिसमें कम से कम 35 व्यक्ति मारे गए और 62 अन्य घायल हुए। सभी हमले एक घंटे के भीतर हुए।
इससे पहले दिन में बंदूकधारियों ने अनबार विश्वविद्यालय के गेट पर तैनात तीन पुलिस अधिकारियों को मार डाला और फिर विश्वविद्यालय के भीतर दर्जनों छात्रों को हिरासत में ले लिया।
एक छात्र अहमद अल महमदी ने बताया कि वह गोलीबारी की आवाज सुनकर उठा और खिड़की से देखा कि काले कपड़े पहने सशस्त्र लोग परिसर में दौड़ रहे हैं। कुछ मिनट बाद वे डोरमेटरी में दाखिल हुए और हर किसी से कक्षा में ही रहने को कहा, जबकि अन्य को ले गए। अल महमदी ने बताया कि शिया छात्र भयभीत हैं।
हमलावरों ने खुद को अल कायदा से अलग गुट का बताया, जिसे इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक के नाम से जाना जाता है। इस गुट ने तत्काल स्कूल पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। कई घंटे बाद बंदूकधारी अस्पष्ट परिस्थितियों में विश्वविद्यालय से चले गए।

अमेरिका में 6 साल की बच्ची को कुत्तों ने काट खाया

लॉस एंजिलिस : अमेरिका के सिनसिनाटी राज्य में दो कुत्तों ने छह वर्षीय एक लड़की को काट खाया है और वह जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है।

लड़की के परिवार ने आज बताया कि जैनाबोउ ड्रामे की हालत अभी भी गंभीर है और वह कोमा में है। लड़की के अभी कई ऑपरेशन किए जाने हैं और उसका उपचार किया जा रहा है।

लड़की के परिवार के सदस्य लेसली मैकईलार्थ ने बताया, इस समय वह आराम कर रही हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि वह कुछ सप्ताह में ठीक हो जाएगी। मैकईलार्थ ने बताया कि उसे अपने छोटे भाई के साथ खेलना पसंद है और वह पढना सीख रही है। वह छह वर्ष की एक सामान्य बच्ची है।

सिनसिनाटी पुलिस ने बताया कि बुधवार को कुत्तों ने जैनाबोउ का पीछा किया और उसे काट खाया। लड़की की चाची ने सिनसिनाटी इनक्वायरर को बताया कि कुत्तों के हमले में जैनाबोउ का जबड़ा, जीभ और आंख क्षतिग्रस्त हो गया है।

दिल्ली के मॉल्स को रात 10 बजे के बाद बिजली नहीं


No power to Delhi shopping malls after 10 PMनई दिल्ली
दिल्ली में प्रचंड गर्मी के बीच जारी बिजली संकट से निपटने के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग ने कुछ खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत शॉपिंग मॉल्स को रात 10 बजे के बाद बिजली नहीं मिलेगी। इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कॉलेजों और लोगों से एससी कुछ घंटे न चलाने की अपील की गई है।

लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग ने रविवार को दिल्ली में बिजली संकट को लेकर बैठक की। इस बैठक में उन्होंने रात 10 बजे के बाद शॉपिंग मॉल्स को बिजली न देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्कूल-कॉलेजों से अपील की गई है कि वे बिजली बचाने के लिए दोपहर 3.30 से 4.40 बजे के बीच एसी न चलाएं।

जंग ने इसके साथ ही पीक आवर्स में गलियों में लगे मास्ट हैलोजन लैंप न जलाने के निर्देश दिए हैं, ताकि बिजली बचाई जा सके। उन्होंने साथ ही बिजली कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे पावर सप्लाई का शिड्यूल जारी करें।

शादी की खबरों से नाराज शोएब अख्‍तर, कहा एक बार उनसे तो पूछा होता

शादी की खबरों से नाराज शोएब अख्‍तर, कहा एक बार उनसे तो पूछा होता
कराची। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के तुफानी गेंदबाजी शोएब अख्तर ने उन सभी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि उनकी शादी एक नाबालिग लड़की से होने जा रही है। शोएब अख्‍तर ने एक ट्वीट कर इन खबरों का खंडन किया। शो
एब ने ट्वीट करके कहा कि शुभकामनाओं का हमेशा स्वागत है लेकिन अफवाह के लिए नहीं शोएब ने ट्वीट के जरिए अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि मैं 17 वर्ष की रुबाब से शादी नहीं कर रहा हूं। 2011 में वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 38 वर्षीय शोएब अख्तर की शादी के चर्चे इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान भी जोर शोर से जारी थे। शनिवार को शोएब की शादी की खबरें जंगल में आग की तरह फैलीं। लेकिन रावलपिंडी एक्सप्रेस ने इन खबरों को फर्जी ठहराया है। शोएब ने एक नहीं बल्कि तीन ट्वीट्स की हैं। इन सभी ट्वीट्स में उन्‍होंने अपनी शादी की खबरों को मूर्खतापूर्ण करार दिया है। शोएब ने कहा है कि उनकी नहीं तो कम से कम मीडिया को एक लड़की के सम्‍मान का ध्‍यान तो रखना चाहिए था। इसके साथ ही शोएब ने यह भी कहा है कि एक बार इस तरह की खबरें पोस्‍ट करने से पहले अगर उनसे पूछ लिया जाता तो बेहतर होता। शुक्रवार को पाकिस्‍तान के न्‍यूजपेपर द एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून में इस बाबत एक खबर छपी थी। इस खबर सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि शोएब की शादी पाक के एबटोबाद के हरिपुर जिले की रहने वाली 17 वर्षीय रूबाब के साथ होगी। 12 जून को शोएब अपने गृहनगर रावलपिंडी जाएंगे और जून के तीसरे हफ्ते में इनकी शादी की तारीखें तय हो जाएंगी। एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून में जो जानकारी दी गई थी कि रुबाब की क्रिकेट में बहुत कम दिलचस्‍पी है। शोएब की होने वाली बेगम के तीन बड़े भाई हैं और एक छोटी बहन है। पिछले माह ही रुबाब ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी है। इस जानकारी में यह तक दिया हुआ था कि 19 जून को मेहंदी का फंक्‍शन होगा, इसके बाद हरिपुर के बिलवाल हॉल से 20जून को रुखसती और फिर 22 जून को रावलपिंडी में वलीमा का आयोजन किया जाएगा।
 

मुंबई में दौड़ी मेट्रो, वर्सोवा से अंधेरी का सफर मात्र 22 मिनट में

मुंबई। रविवार की सुबह मुंबईकरों के लिए बेहतर यात्रा की सौगात लेकर आई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने उद्घाटन किया। लोकल की मशक्कत से आगे निकल अब यात्री मेट्रो की आनंददायक यात्रा का आनंद ले सकेंगे और वर्सोवा से घाटकोपर तक का सफर मात्र 22 मिनट में ही तय कर लेंगे।
हालांकि, मेट्रो के किराए को लेकर शुरू कलह ने लोगों की उम्मीद का मजा थोड़ा किरकिरा कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार और संचालक एजेंसियों के बीच किराए को लेकर तकरार जारी है। सरकार न्यूनतम किराया नौ रुपए और अधिकतम 13 रुपए चाहती है जबकि एजेंसियों का कहना है कि यह 10 और 40 होना चाहिए। यही नहीं मुंबई की मेट्रो पर अब सियासत भी शुरू हो गई।
इस बीच रविवार को मुंबई में भी मेट्रो सेवा की शुरूआत होने जा रही है। तीन साल के लंबे इंतजार के बाद फेज-1 के तहत बनी करीब 11 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर मेट्रो चलने जा रही है। वरसोवा-अंधेरी-घाटकोपर लाइन पर यात्रियों को हर चार मिनट के अंतराल पर मेट्रो मिलेगी।
मेट्रो का न्यूनतम किराया 10 रुपए और अधिकतम 40 रुपए रखा गया है। जबकि, राज्य सरकार इसका विरोध कर रही है। हालांकि मेट्रो के चलने से लाखों यात्रियों के साथ ही मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकट ट्रेन को भी राहत मिलने की उम्मीद है।
देश की पहली मोनोरेल सेवा के इस वर्ष एक फरवरी को शुरू होने के बाद मुंबई के यात्रियों को यह दूसरी सौगात है।
मुंबई मेट्रो वन प्रा. लि. के कार्यकारी निदेशक अभय मिश्रा के अनुसार प्रतिदिन 200 से 250 फेरों में ट्रेन चलाई जाएगी। इसके साथ ही हर कोच में 375 यात्रियों के सवार होने की सुविधा होगी। दोपहर एक बजे से यात्री यात्रा कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र सरकार ने नौ से 13 रुपए के बीच में मेट्रो किराया रखने बात बार-बार कह रही है। लेकिन, मेट्रो प्रबंधन ने निर्माण कार्य के खर्च का हवाला देते हुए किराया महंगा किया है। आठ साल पहले मेट्रो का काम शुरू हुआ था जो तीन साल की देरी से चल रहा है। यह मेट्रो पहले फेज की है जबकि कुल तीन फेज में काम होना है।
उल्लेखनीय है कि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, वियोलिया ट्रांसपोर्ट और मुंबई मेट्रोपोलिटियन अथॉरिटी के संयुक्त प्रावधान में मुंबई मेट्रो वन प्रा.लि. का गठन किया गया है।

अपनी आंखें दान करना चाहती हैं शिल्पा शेट्टी


मुंबई। बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री फिल्मकार शिल्पा शेट्टी ने नेत्रदान करने का फैसला किया है। शिल्पा शेट्टी अपने पति राज कुन्द्रा और पिता सुरेंद्र शेट्टी के साथ महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के सोनाई गांव स्थित शनि शिंगनापुर मंदिर के दर्शन के लिए आई थीं। इस दौरान उन्होंने सामाजिक संस्था यशवंत सामाजिक प्रतिष्ठान के जरिए अपनी आंखें दान करने
का फैसला किया। शिल्पा ने इसके लिए औपचारिक तौर पर फॉर्म भी भरा।
शिल्पा ने कहा की मेरी मौत के बाद आंखें मेरे किसी काम की नहीं रहेंगी। अगर मेरी आंखें किसी को रोशनी दे सकें तो इससे मुझे काफी संतुष्टि मिलेगी। उल्लेखनीय है कि शिल्पा की बहन और अभिनेत्री शमिता शेट्टी भी इसी सामाजिक संस्था के जरिए नेत्रदान करने का फैसला कर चुकी हैं।

बीजेपी नेता की हत्या, समर्थकों का हंगामा


नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा के दादरी में बीजेपी नेता विजय पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पंडित की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और दर्जन भर से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और पंडित के समर्थकों के बीच जमकर झड़प हुई, जिसमें कई कुछ पुलिसवाले जख्मी हो गए। हालात काबू में करने के लिए पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। देर रात तक बीजेपी नेता के समर्थक डीएम आफिस के बाहर प्रदर्शन करते रहे।
शनिवार रात ग्रेटर नोएडा के दादरी में बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने बीजेपी नेता विजय पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। पंडित को पांच गोलियां लगीं अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। विजय पंडित की पत्नी गीता पंडित दादरी की नगर पालिका अध्यक्ष हैं। पंडित की हत्या की खबर सुनते ही दादरी में उनके समर्थकों की भीड़ जुट गई। गुस्साए समर्थकों ने दर्जन भर से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने जमकर पथराव किया। पुलिस को जवाब में कई राउंड गोलियां चलानी पड़ीं। इस झड़प में दादरी के थानाध्यक्ष समेत 15 पुलिसवालों के घायल होने की खबर है। भीड़ पर काबू पाने के लिए आसपास के थानों की पुलिस और पीएससी बुलानी पड़ी।
पंडित की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव बना हुआ है। मेरठ रेंज के कमिश्नर, आईजी, डीआईजी और डीएम मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रमुख सचिव गृह को मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पंडित नोएडा से बीजेपी उम्मीदवार महेश शर्मा का प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें कई बार धमकियां मिली। 2 अप्रैल को उन्होंने दादरी पुलिस थाने में इसकी शिकायत भी की थी।

raofamilysirsa

raofamilysirsa