Krishana Rao |
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के इंदिरा
गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन में नियमित सभा में महज पांच मिनट की
देरी से पहुंचे करीब 70 छात्र-छात्राओं को सभा में मौजूद एक शिक्षक ने दंड
में 200 मीटर की फ्रंट रोल कराई।
स्कूलों
में शारीरिक रूप से बच्चों को दंडित करने के मामलों से परे विवि स्तर पर
यह अपनी तरह की पहली घटना कही जा सकती है। घटना के बाद जब छात्र-छात्राओं
की हालत बिगड़ी तो उन्होंने प्रिंसिपल कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर
कार्रवाई की मांग। आनन-फानन में कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. देविंद्र के. कंसल ने
आरोपी शिक्षक से न सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा बल्कि उसे सभा से भी निष्कासित
कर दिया है।
क्या है मामला : मामला
11 अक्टूबर दोपहर तीन बजे का है जब इस कॉलेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं
की कॉलेज ग्राउंड में नियमित सभा हो रही थी। इसमें एक क्लास के देरी से
छूटने के चलते सभा में देरी से पहुंचे बीएससी फिजिकल एजुकेशन स्पोर्ट्स
साइंस सेकंड ईयर व एक अन्य पाठ्यक्रम के करीब 70 छात्र-छात्राओं को वहां
मौजूद एक शिक्षक ने दंडित किया।
हैरान
करने वाली बात यह थी कि सभा प्रमुख शिक्षक डॉ. अशोक सिंह इस प्रकरण में
खामोश रहे और इस शिक्षक ने छात्र-छात्राओं से 200 मीटर के ट्रैक पर और
बास्केटबॉल कोर्ट में फ्रंट रोल कराया। नतीजतन छात्र-छात्राओं को काफी
चोटें आईं।
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