गुड़गांव की दो छात्राओं ने बारहवीं की परीक्षा में दिल्ली-एनसीआर में किया टॉप
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (बारहवीं) और इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (दसवीं) के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। बारहवीं में गुड़गांव के द श्रीराम अरावली स्कूल की दो छात्राओं शिवाली मल्होत्रा और भव्या कुलश्रेष्ठ ने दिल्ली-एनसीआर में पहला स्थान प्राप्त किया है।इस तरह लगातार दूसरे साल भी लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ते हुए दबदबा कायम रखा है। बारहवीं के परिणाम में 96.66 फीसदी लड़कियां सफल रहीं, जबकि 93.91 फीसदी लड़के पास हुए। वहीं, दसवीं में 98.78 फीसदी लड़कियां पास हुईं तो 97.73 फीसदी लड़कों के हाथ सफलता लगी।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (बारहवीं) और इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (दसवीं) के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। बारहवीं में गुड़गांव के द श्रीराम अरावली स्कूल की दो छात्राओं शिवाली मल्होत्रा और भव्या कुलश्रेष्ठ ने दिल्ली-एनसीआर में पहला स्थान प्राप्त किया है।इस तरह लगातार दूसरे साल भी लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ते हुए दबदबा कायम रखा है। बारहवीं के परिणाम में 96.66 फीसदी लड़कियां सफल रहीं, जबकि 93.91 फीसदी लड़के पास हुए। वहीं, दसवीं में 98.78 फीसदी लड़कियां पास हुईं तो 97.73 फीसदी लड़कों के हाथ सफलता लगी।
सच हुई शिक्षिका की भविष्यवाणी
गुड़गांव के द श्रीराम अरावली स्कूल में पढ़ने वाली शिवाली और भव्या की गहरी दोस्ती से शिक्षक और सभी सहपाठी अच्छी तरह वाकिफ हैं। दोनों सहेलियों ने ‘हिंदुस्तान’ से बातचीत में बताया कि 12वीं में आने के बाद हम दोनों ने मिलकर पढ़ाई के लिए पूरा शेड्यूल तैयार कर लिया था।
शिवाली कहती हैं कि हमने पढ़ाई का दबाव कभी नहीं लिया। जब खेलने का मन करता, खूब खेलते थे। जब पता चला कि हम दोनों ने दिल्ली-एनसीआर में टॉप किया है, एक बार में विश्वास ही नहीं हुआ। वह बताती हैं कि उनकी अध्यापिका शिना हमेशा दोनों को टॉपर बताती थीं और आखिरकार उनकी बात सही साबित हो ही गई।
बाजी मारी
दोनों सहेलियों ने 98.75 प्रतिशत अंक हासिल कर बनाया रिकॉर्ड
शिवाली न्यूयॉर्क से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की तैयारी में जुटी
अब आगे की तैयारी
सफलता के शिखर पर चढ़ने के बाद दोनों सहेलियों की इच्छा है कि वह विदेश जाकर पढ़ाई करें। इसके लिए दोनों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। शिवाली जहां न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की तैयारी कर रही है वहीं भाव्या साइकोलॉजी की तैयारी में जुटी है। दोनों का कहना है कि शांतचित और खुश होकर पढ़ाई करें तो सफलता अवश्य मिलती है।
दसवीं में संयुक्त रूप से तीन टॉपर
सेंट मैरी स्कूल (पुणे) की अनिका अग्रवाल अपने ही स्कूल की सिमरन कनुजा और मुंबई के छतरभुज नैयर मेमोरियल स्कूल की मानसी अरोरा के साथ देश भर में संयुक्त रूप से टॉपर रहीं। इन्होंने दसवीं की परीक्षा में 98.40 फीसदी अंक हासिल किए। वहीं, बारहवीं में सेंट जोसफ एकेडमी (देहरादून) के भूमान्या विजय ने 99 फीसदी अंक हासिल कर टॉप किया।
कम हुई सफल छात्रों की संख्या
पिछले साल की तुलना में सफल छात्रों की संख्या में गिरावट आई है। दसवीं में जहां यह गिरावट 0.42 फीसदी रही, वहीं बारहवीं में यह आंकड़ा 2.10 प्रतिशत है। बारहवीं में इस बार 35,258 लड़कों में से 31, 110 पास हुए हैं। वहीं, 28,785 लड़कियों में से 27, 824 को सफलता मिली है।
दसवीं में 78, 441 लड़कों में से 43, 675 सफल हुए हैं, जबकि 62, 437 लड़कियों में 27, 672 ने सफलता हासिल की है। क्षेत्र के आधार पर दक्षिणी क्षेत्र एक बार फिर अव्वल रहा। इस क्षेत्र से बारहवीं में 4,637 छात्रों में से कुल 98.28 फीसदी सफल रहे। दसवीं में 24, 963 छात्रों में 99.66 फीसदी छात्रों को सफलता हाथ लगी। काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव एंड सचिव गेरी अराथून ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर से दसवीं में 2401 छात्र शामिल हुए। इनमें 1,315 लड़के और 1,086 लड़कियां परीक्षा में बैठीं। बारहवीं में कुल 996 छात्रों ने हिस्सा लिया। इनमें 514 लड़के और 482 लड़कियां थीं।
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