दुनिया के सबसे सस्ते टैबलेट लैपटाप ‘आकाश’ से जुड़ रहे विवादों के बीच सरकार ने साफ किया है कि डाटाविंड के साथ करार जारी रहेगा। मानव संसाधन एवं विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने सोमवार को कहा कि ‘आकाश’ की पहली खेप के लिए निर्धारित एक लाख में से शेष बचे 70 हजार टैबलेट के उन्नत संस्करण की आपूर्ति डाटाविंड करेगी। उन्होंने बताया कि उन्नत संस्करण आकाश-2 इस साल अप्रैल तक मुहैया करा दिया जाएगा।
सिब्बल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘आकाश’ की मांग बहुत अधिक है। हम सभी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में छात्रों तक इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहते हैं। कई राज्यों ने इसकी मांग की है।’
आकाश से जुड़ी समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘आकाश के पहले संस्करण के बारे में छात्रों एवं अन्य वर्ग से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर इसमें सुधार किए जा रहे हैं। डाटाविंड ने परीक्षण के लिए अभी तक 30 हजार टैबलेट की ही आपूर्ति की है। कंपनी हालांकि इसकी वाणिज्यिक बुकिंग कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘पहली खेप के तहत शेष 70 हजार टैबलेट के उन्नत संस्करण (आकाश-2) की आपूर्ति डाटाविंड करेगी। शुरू में परीक्षण के लिए एक लाख ‘आकाश’ बनाने का फैसला किया गया था लेकिन इससे मकसद हल नहीं होने वाला है।’
गौरतलब है कि मानव संसाधन मंत्रालय ने आने वाले वर्षों में 22 करोड़ ‘आकाश’ की जरूरत बताई है। इतनी संख्या में आकाश के निर्माण के लिए नए सिरे से निविदा जारी करने और डाटाविंड (आकाश का निर्माण करने वाली कंपनी) के अलावा अन्य को भी मौका दिए जाने की बात कही गई है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि टेंडर की तैयारी चल रही है। इस सस्ते टैबलेट लैपटाप की बैटरी, प्रोसेसर और आर्किटेक्चर के संबंध में शिकायत मिली थी। इसमें सुधार किया जा रहा है। बैटरी की क्षमता में जहां डेढ़ गुना वृद्धि की गई है, वहीं प्रोसेसर को 366 मेगा हर्ट्ज से बढ़ाकर 700 मेगा हर्ट्ज कर दिया गया है। इसके आर्किटेक्चर को भी बेहतर बनाया गया है जबकि कीमत 2,276 रुपये ही रखी गई है।
उन्नत आकाश की क्षमता में पहले की तुलना में तीन गुना वृद्धि की गई है, साथ ही इसपर यू ट्यूब से भी डाउनलोड किया जा सकता है। इसकी मेमोरी क्षमता में भी वृद्धि की गई है।
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