अपना 200वां और अंतिम टेस्ट खेल रहे भारत के आइकन बल्लेबाज स
चिन तेंदुलकर
का बल्ला गुरुवार को नये ही रूप रंग में दिख रहा था। सचिन के बल्ले पर इसके
निर्माता का स्टीकर, जबकि ग्रिप पर तिरंगे के रंग थे।
तेंदुलकर मुंबई में अपने घरेलू मैदान में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 200वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। आम तौर पर वह काले रंग की रबड़ की ग्रिप लगाते थे, लेकिन आज इस पर उनके प्रायोजक का प्रतीक चिन्ह था जो उनके अंतिम मैच के लिये विशेष रूप से डिजाइन किया गया था। एडिडास इंडिया के ब्रांड निदेशक तुषार गोकुलदास ने कहा कि मैदान पर सचिन का बल्ला ही बोलता है और हर स्ट्रोक भारत के लिये उनके जुनून से लबालब होता था और वह भारत को प्रत्येक मैच जीतने की इच्छा से खेलते हैं। सचिन अपना करियर देश को समर्पित करना चाहता है और अपने एडिडास एसटी का इस्तेमाल अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिये इस्तेमाल करना चाहता है। एडिडास एसटी के सीमित बल्ले प्रशंसकों के लिये देश में एडिडास के चुनिंदा स्टोर में उपलब्ध कराये जायेंगे।
तेंदुलकर मुंबई में अपने घरेलू मैदान में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 200वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। आम तौर पर वह काले रंग की रबड़ की ग्रिप लगाते थे, लेकिन आज इस पर उनके प्रायोजक का प्रतीक चिन्ह था जो उनके अंतिम मैच के लिये विशेष रूप से डिजाइन किया गया था। एडिडास इंडिया के ब्रांड निदेशक तुषार गोकुलदास ने कहा कि मैदान पर सचिन का बल्ला ही बोलता है और हर स्ट्रोक भारत के लिये उनके जुनून से लबालब होता था और वह भारत को प्रत्येक मैच जीतने की इच्छा से खेलते हैं। सचिन अपना करियर देश को समर्पित करना चाहता है और अपने एडिडास एसटी का इस्तेमाल अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिये इस्तेमाल करना चाहता है। एडिडास एसटी के सीमित बल्ले प्रशंसकों के लिये देश में एडिडास के चुनिंदा स्टोर में उपलब्ध कराये जायेंगे।
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