Sonamohapatralove |
जयपुर/कोटा। राजस्थानी बोली और गायकी में जो मिठास है उससे
इतनी प्रभावित हूं कि दिल चाहता हैं मांड गायन को पूरी दुनिया को सुनाऊं।
कोटा आने से पहले स्पेशल मांड गीत सीखकर आई हूं। यह कहना है अंबेसरिया...
फेम गायिका सोना महापात्रा का। हालांकि जो मांड गीत- ‘बादला यही रीत थाने
पंखिया झुलावा, सारी रात म्हारा मीठा मारू...’ वह तैयार करके लाई थी वो
जनता को पसंद नहीं आया। पब्लिक उनसे धूम धड़ाके वाले गानों की डिमांड करती
रही।
सोना ने कहा कि मेरे दोनों गुरु राजस्थान के हैं। राजस्थान
की बोली से
लेकर यहां पर मेहमानों को सत्कार देने का जो तरीका है उससे मैं काफी
प्रभावित हूं। फोक म्यूजिकल का रुझान कम हो रहा है उसमें कुछ बदलाव कर मैं
आगे बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही हूं। आजकल नए-नए गायकों के आने और फिर
जल्दी ही गायब हो जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संगीत की दुनिया में वो
ही टिकता है जो रियाजी गायक होता है। जिसने रियाज छोड़ी वो ज्यादा देर तक
चल नहीं पाता है। उनकी आने वाली एलबम मीरा है। जिसके लिए वे दो साल से
तैयारी कर रही है। इस एलबम में मीरा के वो भजन है जो बहुत कम लोगों को पता
है। उन्होंने स्टेज पर इसका एक गीत ‘श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया लाल न
रंगाऊ, हरी न रंगाऊ, मोहे अपने ही रंग में रंग दे...’ सुनाया।
बिग बॉस में झगड़े से बढ़ती है टीआरपी
आइटम डांसर संभावना सेठ ने कहा कि बिग गॉस में जब भी प्यार-मोहब्बत से
रहने वाला एपिसोड आता है तो उसकी टीआरपी गिर जाती है। वहीं, जब भी लड़ाई
झगड़े वाला एपिसोड होता है तो टीआरपी काफी बढ़ जाती है। दर्शक बिग बॉस में
देखना ही यही चाहती है। बिग बॉस ही एक ऐसा कार्यक्रम है जिसकी पहले
स्क्रिप्ट तैयार नहीं होती है। जो भी होता है अचानक व स्वाभाविक होता है।
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