हाल ही में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में गुजरात
के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का असर न होने की बात कही थी। इस पर विपक्ष
के हमले में निशाने पर आ गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी।
दीक्षित के बयान पर दी गई प्रतिक्रिया में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार डां. हर्षवर्धन ने राहुल गांधी की लोकप्रियता पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी हजार की संख्या में भी भीड़ नहीं जुटा सकते जबकि मोदी कर रैलियों में देश भर में लाखों लोग जुट रहे हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि चार दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने से पहले मोदी दिल्ली में कई रैलियां करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ माने जाने वाले मंगोलपुरी में हाल ही में हुई राहुल गांधी की रैली में आई भीड़ देखकर कांग्रेस के दिल्ली में घटते समर्थन का पता लगता है। दीक्षित ने पिछले सप्ताह कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में मोदी का कोई असर नहीं होगा। पार्टी के प्रदेश संगठन में गुटबाजी के सवाल पर हर्षवर्धन ने कहा कि पार्टी की जीत के लिए सभी नेता मिल कर काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा की सत्ता आने पर कच्ची कालोनियों और सभी ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगींण विकास के लिये डीडीए की तर्ज पर पृथक विकास प्राधिकरण गठित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे इन क्षेत्रों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, ढांचागत सुविधाओं, प्रति परिवार आय, सड़क, परिवहन, सीवर, बिजली-पानी और आवास आदि की सुविधाओं की गुणवत्ता में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल 1639 अनधिकृत कालोनियां हैं। यहां शहरी और ग्रामीण मिलाकर लगभग 400 गांव हैं। इनकी दशा देश के किसी सबसे पिछड़े राज्य के गांवों से भी बदतर है। आश्चर्य है कि आजादी के 66 साल बाद भी दिल्ली के 40 प्रतिशत लोगों को सरकारी पेयजल उपलब्ध नहीं है। कच्ची कालोनियों और गांवों में बिजली की कटौती आम बात है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल में कांग्रेस सरकार दिल्ली में सत्ता में कायम है लेकिन कालोनियों और गांवों की बेहतरी के लिये कुछ भी नहीं किया गया। लोग अपने को ठगा सा महसूस करते हैं। इसी आधार पर डां. हर्षवर्धन ने पहली बार मतदाता बने चार लाख युवा भाजपा को वोट देने का दावा किया।
दीक्षित के बयान पर दी गई प्रतिक्रिया में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार डां. हर्षवर्धन ने राहुल गांधी की लोकप्रियता पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी हजार की संख्या में भी भीड़ नहीं जुटा सकते जबकि मोदी कर रैलियों में देश भर में लाखों लोग जुट रहे हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि चार दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने से पहले मोदी दिल्ली में कई रैलियां करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ माने जाने वाले मंगोलपुरी में हाल ही में हुई राहुल गांधी की रैली में आई भीड़ देखकर कांग्रेस के दिल्ली में घटते समर्थन का पता लगता है। दीक्षित ने पिछले सप्ताह कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में मोदी का कोई असर नहीं होगा। पार्टी के प्रदेश संगठन में गुटबाजी के सवाल पर हर्षवर्धन ने कहा कि पार्टी की जीत के लिए सभी नेता मिल कर काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा की सत्ता आने पर कच्ची कालोनियों और सभी ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगींण विकास के लिये डीडीए की तर्ज पर पृथक विकास प्राधिकरण गठित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे इन क्षेत्रों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, ढांचागत सुविधाओं, प्रति परिवार आय, सड़क, परिवहन, सीवर, बिजली-पानी और आवास आदि की सुविधाओं की गुणवत्ता में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल 1639 अनधिकृत कालोनियां हैं। यहां शहरी और ग्रामीण मिलाकर लगभग 400 गांव हैं। इनकी दशा देश के किसी सबसे पिछड़े राज्य के गांवों से भी बदतर है। आश्चर्य है कि आजादी के 66 साल बाद भी दिल्ली के 40 प्रतिशत लोगों को सरकारी पेयजल उपलब्ध नहीं है। कच्ची कालोनियों और गांवों में बिजली की कटौती आम बात है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल में कांग्रेस सरकार दिल्ली में सत्ता में कायम है लेकिन कालोनियों और गांवों की बेहतरी के लिये कुछ भी नहीं किया गया। लोग अपने को ठगा सा महसूस करते हैं। इसी आधार पर डां. हर्षवर्धन ने पहली बार मतदाता बने चार लाख युवा भाजपा को वोट देने का दावा किया।
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