Sonamohapatralove |
मेरी दोस्ती तुरंत हो जाती है। किसी को पसंद या नापसंद करने में मुझे
कुछ ही पल लगते हैं। मैं दोस्ती धीरे-धीरे नहीं कर सकती। या तो मैं किसी से
दोस्त की तरह तुरंत घुलमिल जाती हूं या फिर ऐसा बिल्कुल नहीं करती।इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि स्कूल और बचपन के दोस्त सबसे अच्छे
दोस्त होते हैं। संभवत: ये, वे दोस्त होते हैं, जिनसे हम अपने मन की बात
कह पाते हैं। हो सकता है कि आप अपने बचपन के दोस्तों से सालों-साल न मिले
हों, लेकिन कभी अचानक वे आपके सामने आएं तो तुरंत ही दोस्ती के धागे जुड़
जाते हैं।
हालांकि एक धारणा यह भी है कि 35 या 40 की उम्र में आप दोस्त नहीं बना
सकते। अपनी बात करूं तो यह तथ्य मुझ पर लागू नहीं होता। मुझे अभी भी नए
दोस्त बनाने में मुश्किल नहीं होती।
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