Wednesday, 30 November 2011

रोमांचक रहा मैच, जैसे-तैसे जीते: पहले वनडे में भारत की जीत के ये रहे 7 कारर्ण


भारत-वेस्टइंडीज के बीच खेले गए पहले एकदिवसीय मुकाबले में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 1 विकेट से हरा दिया। मंगलवार को खेला गया यह मुकाबला बेहद रोमांचक था। टीम इंडिया ने 212 रन के लक्ष्य को सात गेंदें शेष रहते पूरा कर लिया। हालांकि वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की भी तारीफ करनी होगी, जिन्होंने इतने कम स्कोर को भी चुनौतीपूर्ण बना दिया।
एक समय तो ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया आसानी से मैच गंवा देगी, लेकिन रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई और टीम इंडिया 1 विकेट से जीत गई। टीम इंडिया की जीत के प्रमुख 7 कारण ये रहे।

रोहित शर्मा की शानदार पारी
59 रन पर पांचवां विकेट गंवाने वाली टीम इंडिया को रोहित शर्मा ने सहारा दिया। 83 रन की साझेदारी निभाने के बाद रवींद्र जडेजा 38 रन बनाकर आउट हो गए। उस समय टीम इंडिया को जीत के लिए 70 रनों की आवश्यकता थी, जबकि चार खिलाड़ी ही शेष थे। ऐसे में एक छोर से रोहित शर्मा ने कमान संभाले रखा और शानदार 72 रन बनाए। इससे टीम इंडिया की जीत की राह आसान हो गई। रोहित ने 99 गेंदों में 52 बनाए और टीम इंडिया की ओर से सर्वाधिक रन जोड़ने वाले बल्‍लेबाज बने। उन्‍होंने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्‍के भी शामिल है।
 
रोहित और जडेजा की साझेदारी59 रन पर पांच विकेट गिर जाने के बाद टीम इंडिया पूरी तरह से बिखर गई थी। इसके बाद रोहित और जडेजा ने टीम इंडिया को संभाला और छठे विकेट के लिए महत्वपूर्ण 83 रन जोड़े। इस साझेदारी टीम इंडिया को मुश्किल से बाहर निकाल दिया। जडेजा ने 73 गेंदों में 38 रन बनाए।तेज गेंदबाजों की सटीक शुरुआत
 
विनय कुमार, उमेश यादव और वरुण आरोन ने टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दिलाई और उसके शुरुआती तीन बल्लेबाज 52 के स्कोर पर ही पवेलियन भेज दिए। शुरुआती झटकों से वेस्टइंडीज की टीम उबर नहीं पाई और उसकी पारी काफी धीमी रही। जिसके कारण वह सिर्फ 211 रन ही बना सकी। आर अश्विन ने 10 ओवरों में महज 30 रन दिए और एक विकेट भी लिया। विनय कुमार और सुरेश रैना ने कंजूसी भरी गेंदबाजी की। कुमार ने छह ओवरों में 27 रन देकर एक विकेट झटका, जबकि रैना ने पांच ओवरों में महज 20 रन देकर एक खिलाड़ी को आउट किया।
 
बढ़िया क्षेत्ररक्षण
 
टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों ने फील्डिंग में भी अच्छा दम दिखाया और कैरिबियाई बल्लेबाजों को एक-एक रन के लिए मोहताज कर दिया। कसी हुई गेंदबाजी के अलावा कसी हुई फील्डिंग ने कैरिबियाई बल्लेबाजों को खुल के खेलने से रोक दिया।
 
टीम इंडिया की तेज शुरुआत
 
212 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के पांच विकेट 59 रन जरूर गिर गए। लेकिन सहवाग और पार्थिव पटेल ने टीम को तेज शुरुआत दी। टीम इंडिया ने पहले ही ओवर में 15 रन बना डाले। पांच ओवर तक टीम इंडिया ने 42 रन बना लिए थे। टीम इंडिया की इस तेज शुरुआत का फायदा बाद में मिला और टीम इंडिया धीरे-धीरे मंजिल पर पहुंच गई।
 
एरोन की दिलेरी
 
भारत को आखिरी 12 गेंदों पर नौ रन चाहिए थे। यदि वेस्‍टइंडीज के गेंदबाज चाहते तो टीम इंडिया के निचले क्रम के बल्‍लेबाजों को निपटा सकते थे लेकिन 49वें ओवर की दूसरी गेंद पर एरोन ने चौका जमाया। इसके बाद भारतीय टीम का पलड़ा मेहमानों पर भारी हो गया।  डेरेन सैमी के इसी ओवर में दो गेंद बाद उमेश ने स्ट्रेट डाइव जमाकर जीत पर मुहर लगा दी। 

टॉस की भूमिका
 
बाराबाती स्टेडियम में इससे पहले खेले गए 4 डे नाइट मुकाबलों में 1 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली थी, जबकि 3 बार बाद में बल्लेबाजी करने वाले को। टीम इंडिया के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने टॉस जीता और इसी आंकड़े का लाभ उठाते हुए बाद में बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसने टीम इंडिया का साथ दिया

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