नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर वाराणसी से बीजेपी पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी
के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उधर, खुद चुनावी मैदान से दूर रह
कर बेटे को उतारने वाले वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी सोम
वार को कहा कि
उनकी भी वाराणसी से लड़ने की इच्छा थी, लेकिन वह हिंदी नहीं बोल सकते।
चिदंबरम ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, '...लेकिन मुझे यकीन है कि मोदी
शिवगंगा से लड़ना नहीं चाहेंगे।'
भाजपा आरोप लगाती रही है कि कांग्रेस को मोदी के खिलाफ उम्मीदवार
नहीं मिल रहे। वडाेदरा में उसके उम्मीदवार ने कदम पीछे खींच लिए तो
मधुसूदन मिस्त्री को टिकट दिया गया। लेकिन, बनारस से भी अभी कांग्रेस
उम्मीदवार का एलान होना बाकी है।
ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस दिग्विजय सिंह को मोदी के खिलाफ बनारस में
उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन, अल्वी ने बनारस से चुनाव लड़ने की इजाजत
मांगते हुए पत्र में सोनिया को लिखा है कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं
कि वहां की जनता उन्हें समर्थन देगी (आगे देखें अल्वी की चिट्ठी)।
ये भी जता चुके हैं इच्छा
राशिद से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा
जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी कहेगी तो वह वाराणसी से
चुनाव लड़ने को तैयार हैं। वाराणसी इलाके से कांग्रेस विधायक अजय राय भी
मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं। फिलहाल 'आप'
नेता अरविंद केजरीवाल ने एलान कर दिया है कि वह मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे।
राशिद अल्वी का राजनीतिक कॅरिअर
यूपी के बिजनौर के रहने वाले राशिद अल्वी दो बार राज्यसभा और एक बार
लोकसभा के सदस्य रहे हैं। 1999 में अल्वी ने लोकसभा का चुनाव जीता था।
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