दिल्ली के पास 2012 में सेना की दो इकाइयों की गतिविधियों को लेकर पैदा
हुए ताजा विवाद को समाप्त करने का प्रयास करते हुए रक्षा मंत्री एके एंटनी
ने रवि
वार को कहा कि भारतीय सेना एक जिम्मेदार बल है जो असैन्य सरकार के
फैसलों का पालन करती है और देश में किसी भी हालत में सैन्य तख्तापलट नहीं
होगा।
एंटनी ने यहां तटरक्षक के एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि
भारत में किसी भी हालत में सैन्य तख्तापलट नहीं होगा। पिछले सात साल से मैं
भारतीय रक्षा बलों से जुड़ा रहा हूं। सेना, नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक
के केवल शीर्ष पदों पर बैठे लोगों से नहीं, बल्कि सामान्य जवानों से और
सीमावर्ती क्षेत्र में तैनात सुरक्षाकर्मियों से जुड़ा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि मैं एक चीज दृढ़ता के साथ कह सकता हूं..भारतीय सेना एक
जिम्मेदार बल है। सेना जहां अभियानों पर फैसले लेती है, लेकिन वह असैन्य
सरकार द्वारा पारित सभी नीतिगत निर्णयों का पालन करती है। किसी तरह की
चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सेना की कथित हलचल केवल एक नियमित
प्रशिक्षण कवायद थी। यह अब एक समाप्त अध्याय है।
एंटनी से दो साल पहले दिल्ली के पास सेना की दो इकाइयों की हलचल के मामले
में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी के बयान को लेकर उठे ताजा विवाद पर
प्रतिक्रिया मांगी गयी थी। लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा था कि सेना और
सरकार के बीच इस मुद्दे पर अविश्वास हो सकता है।
एंटनी ने कहा कि किसी तरह की चिंता की बात नहीं है। सैन्य तख्तापलट की कोई
आशंका नहीं है। मुक्षे सेना पर पूरा भरोसा है और तख्तापलट की दूर-दूर तक
कोई आशंका नहीं है।
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