मैथ्स में सबसे ज्यादा जरूरी होती है कैलकुलेशन। अगर तुम गलत कैलकुलेशन कर दोगे तो सही फॉर्मूला लगाने के बावजूद सवाल गलत हो जाएगा। आज ऐसी कई तकनीक मौजूद हैं, जिन्हें सीखकर तुम मैथ्स के उस्ताद बन सकते हो। मैथ्स के भूत भगाने की इन्हीं ट्रिक्स के बारे में तुम्हें बता रहे हैं प्रसन्न प्रांजल
मैथ्स से तुम्हें कितना डर लगता है। जब भी मैथ के सवाल तुम्हारे सामने आते हैं तो तुम्हें नींद आने लगती है। तुम अकसर सोचते हो कि काश, कोई उपाय होता कि गणित के सवाल आसानी से हल हो जाते या हल ही न करने पड़ते। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है। स्कूल की क्लासेज के अलावा कई तरह की तकनीक हैं, जिनको अपनाकर तुम कैलकुलेटर से भी तेज मैथ सॉल्व कर सकते हो। एबेकस, वैदिक मैथ, कुमोन तकनीक से मुश्किल से मुश्किल सवालों को भी कुछ सेकेंड्स में हल करना सीख सकते हैं। तो चलो, जानते हैं इनके बारे में-
एबेकस
कैलकुलेशन करने की सबसे पुरानी तकनीकों में से एक है एबेकस। यह तकनीक कई अंकों के भारी से भारी जोड़, घटाव, गुणा, भाग को हल करने की क्षमता विकसित कर देती है। इस तकनीक से प्रश्न को बिना लिखे हल करने की कला सिखाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि कंप्यूटर का जन्म भी एबेकस से ही हुआ था। पुरातन काल से ही चीन में कैलकुलेशन एबेकस के माध्यम से ही होता आया है। ऐसा माना जाता है कि लगभग तीन हजार वर्ष ईसा पूर्व मैसोपोटामिया में लोगों ने मनकों और तार से गिनती गिनने का सबसे पहला उपकरण बनाया था, जिसे बाद में एबेकस नाम दिया गया। चीनी लोगों के अनुसार एबेकस कंप्यूटर से भी ज्यादा तेज होता है।
वैदिक मैथ
शून्य के जन्मदाता भारत को गणित का भी जन्मदाता माना जाता है। भारतीय वेद ग्रंथ अथर्ववेद में बताए गए सूत्रों की सहायता से वैदिक मैथ को सिखाया जाता है। कुछ सूत्र और सब सूत्र को प्रूफ करके कैलकुलेशन किया जाता है और उस प्रक्रिया का कुछ समय अभ्यास करने से ही इसमें महारत हासिल हो जाती है। अपने देश भारत में गणित के सवालों को हल करने के लिए वैदिक मैथ ट्रिक का उपयोग काफी समय से किया जाता है। यह ट्रिक छात्रों को मैथ का स्पेशलिस्ट बना देती है। इसमें बताए गए सूत्रों की सहायता से बिना कलम कागज के ही कठिन सवालों को आसानी से हल किया जा सकता है। जिन सवालों को सामान्य तरीके से हल करने में चार से पांच मिनट का समय लगता है, उन्हें अगर वैदिक मैथ ट्रिक से हल किया जाए तो महज पांच से दस सेकेंड में हल हो जाते हैं।
कुमोन तकनीक
मैथ के सवालों को चुटकियों में हल करने की एक मजेदार तकनीक है कुमोन। खेल-खेल में कुमोन को सीखकर उसका इस्तेमाल जीवनभर किया जा सकता है। यह तकनीक छोटे बच्चों के अलावा बड़े बच्चों के लिए भी काफी उपयोगी है। हाईस्कूल और उससे ऊपर के बच्चे इसे आसानी से सीख सकते हैं। इस तकनीक के माध्यम से गिनती, जोड़, घटाव, गुणा, भाग के साथ-साथ एडवांस्ड अल्जेब्रा, ट्रिग्नोमेट्री, प्रोबेबिलिटी और स्टेटिसटिक्स जैसे कठिनतम मैथ के सवालों को आसानी से काफी कम समय में हल कर सकते हैं।
घर बैठे ये करो...
रूबिक क्यूब
रूबिक क्यूब मेंटल पावर बढ़ाने का एक बेहद उम्दा तरीका है। खेल-खेल में यह मानसिक विकास करने के साथ-साथ मेमोरी पावर बढ़ाता है। इसके इस्तेमाल से एकाग्रता बढ़ती है। एक बार तुम इसे हल करना सीख लोगे तो इसे खेलने में तुम्हे काफी मजा आएगा। किसी भी तरह के वीडियो गेम या अन्य आउटडोर गेम्स से कहीं मजेदार है यह। जब भी तुम पढ़ाई करके थक जाओ या बोर हो जाओ तो एक बार इसे जरूर सॉल्व करना।
फायदे
इन तकनीकों को सीखने से छात्रों में एकाग्रता, सुनने की क्षमता, रचनात्मकता का विकास होता है। समझने की क्षमता काफी विकसित होती है और मेमोरी पावर बढ़ जाती है। औसत दर्जे का छात्र भी इन तकनीकों को सीख कर अव्वल दर्जे का छात्र बन सकता है। यह लाइफटाइम स्किल है। एक बार सीख लेने पर यह जीवनभर काम आती है। बात चाहे किसी प्रतियोगिता की हो या फिर ऑफिस के काम की, सभी चुटकियों में हो जाता है। सही मायनों में इन तकनीकों से संपूर्ण मानसिक विकास होता है।
कोर्स अवधि
मैथ के भूत भगाने और मेमोरी पावर बढ़ाने की इन तकनीकों के लिए कई तरह के कोर्स हर शहर में संचालित किए जा रहे हैं। ये अलग-अलग अवधि के हैं। शार्ट टर्म कोर्स तीन माह का है तो वहीं तुम लॉन्ग टर्म में तीन साल तक का कोर्स कर सकते हो। इन सभी कोर्स का शुल्क दो हजार से शुरू होकर दस हजार रुपए तक होता है। क्लास प्रतिदिन और वीकली भी होती है। तुम्हें जो सही लगे उस क्लास में दाखिला ले सकते हो। एक बार क्लास ज्वाइन करते ही खुद में बदलाव महसूस होने लगेगा। तुम पाओगे कि जिन कैलकुलेशंस को करने में पहले तुम्हें कई मिनट का समय लग जाया करता था, वही अब चंद सेकेंड्स में पूरी हो जाती हैं। तो देर किस बात की है, नजदीकी सेंटर पर जाओ और अपना कोर्स शुरू कर मैथ में महारत हासिल करो।
दिल्ली के कुछ सेंटर
एबेकस मैथ क्लासेज, ए ब्लॉक, झिलमिल कॉलोनी,दिल्ली
कांसेप्ट स्कूल, बी-6/1 सफदरजंग एक्सटेंशन, नई दिल्ली
एबेकस चैम्प एकेडमी, ओ-1, वेस्ट पटेल नगर, नई दिल्ली।
यूसी मास ब्रेन पावर, ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली
माइंड स्किल्स एकेडमी, पीतमपुरा, दिल्ली
क्रिएटिव टच, अशोक विहार, दिल्ली
ब्रेन ओ ब्रेन, वैशाली सेक्टर-5
स्कॉलर्स वर्ल्ड, नोएडा सेक्टर-39
ओपन वर्ल्ड एकेडमी, द्वारका, दिल्ली
विद्यांजली प्री स्कूल, जीटीबी नगर, दिल्ली
कुमोन इंडिया एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, ग्रेटर कैलाश, पंजाबी बाग, वसंत विहार, मॉडल टाउन, राजेन्द्र नगर।
कैलकुलेशन के लिए गेम्स
स्पाइडर काउंट
फ्लैश कार्ड
मैच शेप्स
पैटर्न मैच
लर्न नम्बर्स
नम्बर मैचिंग
नम्बर व्हील
कलर बाई नम्बर
लर्न शेप्स
लर्न टू काउंट
काउंटिंग गेम्स
कैलकुलेशन करने की सबसे पुरानी तकनीकों में से एक है एबेकस। यह तकनीक कई अंकों के भारी से भारी जोड़, घटाव, गुणा, भाग को हल करने की क्षमता विकसित कर देती है। इस तकनीक से प्रश्न को बिना लिखे हल करने की कला सिखाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि कंप्यूटर का जन्म भी एबेकस से ही हुआ था। पुरातन काल से ही चीन में कैलकुलेशन एबेकस के माध्यम से ही होता आया है। ऐसा माना जाता है कि लगभग तीन हजार वर्ष ईसा पूर्व मैसोपोटामिया में लोगों ने मनकों और तार से गिनती गिनने का सबसे पहला उपकरण बनाया था, जिसे बाद में एबेकस नाम दिया गया। चीनी लोगों के अनुसार एबेकस कंप्यूटर से भी ज्यादा तेज होता है।
शून्य के जन्मदाता भारत को गणित का भी जन्मदाता माना जाता है। भारतीय वेद ग्रंथ अथर्ववेद में बताए गए सूत्रों की सहायता से वैदिक मैथ को सिखाया जाता है। कुछ सूत्र और सब सूत्र को प्रूफ करके कैलकुलेशन किया जाता है और उस प्रक्रिया का कुछ समय अभ्यास करने से ही इसमें महारत हासिल हो जाती है। अपने देश भारत में गणित के सवालों को हल करने के लिए वैदिक मैथ ट्रिक का उपयोग काफी समय से किया जाता है। यह ट्रिक छात्रों को मैथ का स्पेशलिस्ट बना देती है। इसमें बताए गए सूत्रों की सहायता से बिना कलम कागज के ही कठिन सवालों को आसानी से हल किया जा सकता है। जिन सवालों को सामान्य तरीके से हल करने में चार से पांच मिनट का समय लगता है, उन्हें अगर वैदिक मैथ ट्रिक से हल किया जाए तो महज पांच से दस सेकेंड में हल हो जाते हैं।
मैथ के सवालों को चुटकियों में हल करने की एक मजेदार तकनीक है कुमोन। खेल-खेल में कुमोन को सीखकर उसका इस्तेमाल जीवनभर किया जा सकता है। यह तकनीक छोटे बच्चों के अलावा बड़े बच्चों के लिए भी काफी उपयोगी है। हाईस्कूल और उससे ऊपर के बच्चे इसे आसानी से सीख सकते हैं। इस तकनीक के माध्यम से गिनती, जोड़, घटाव, गुणा, भाग के साथ-साथ एडवांस्ड अल्जेब्रा, ट्रिग्नोमेट्री, प्रोबेबिलिटी और स्टेटिसटिक्स जैसे कठिनतम मैथ के सवालों को आसानी से काफी कम समय में हल कर सकते हैं।
रूबिक क्यूब
रूबिक क्यूब मेंटल पावर बढ़ाने का एक बेहद उम्दा तरीका है। खेल-खेल में यह मानसिक विकास करने के साथ-साथ मेमोरी पावर बढ़ाता है। इसके इस्तेमाल से एकाग्रता बढ़ती है। एक बार तुम इसे हल करना सीख लोगे तो इसे खेलने में तुम्हे काफी मजा आएगा। किसी भी तरह के वीडियो गेम या अन्य आउटडोर गेम्स से कहीं मजेदार है यह। जब भी तुम पढ़ाई करके थक जाओ या बोर हो जाओ तो एक बार इसे जरूर सॉल्व करना।
इन तकनीकों को सीखने से छात्रों में एकाग्रता, सुनने की क्षमता, रचनात्मकता का विकास होता है। समझने की क्षमता काफी विकसित होती है और मेमोरी पावर बढ़ जाती है। औसत दर्जे का छात्र भी इन तकनीकों को सीख कर अव्वल दर्जे का छात्र बन सकता है। यह लाइफटाइम स्किल है। एक बार सीख लेने पर यह जीवनभर काम आती है। बात चाहे किसी प्रतियोगिता की हो या फिर ऑफिस के काम की, सभी चुटकियों में हो जाता है। सही मायनों में इन तकनीकों से संपूर्ण मानसिक विकास होता है।
मैथ के भूत भगाने और मेमोरी पावर बढ़ाने की इन तकनीकों के लिए कई तरह के कोर्स हर शहर में संचालित किए जा रहे हैं। ये अलग-अलग अवधि के हैं। शार्ट टर्म कोर्स तीन माह का है तो वहीं तुम लॉन्ग टर्म में तीन साल तक का कोर्स कर सकते हो। इन सभी कोर्स का शुल्क दो हजार से शुरू होकर दस हजार रुपए तक होता है। क्लास प्रतिदिन और वीकली भी होती है। तुम्हें जो सही लगे उस क्लास में दाखिला ले सकते हो। एक बार क्लास ज्वाइन करते ही खुद में बदलाव महसूस होने लगेगा। तुम पाओगे कि जिन कैलकुलेशंस को करने में पहले तुम्हें कई मिनट का समय लग जाया करता था, वही अब चंद सेकेंड्स में पूरी हो जाती हैं। तो देर किस बात की है, नजदीकी सेंटर पर जाओ और अपना कोर्स शुरू कर मैथ में महारत हासिल करो।
एबेकस मैथ क्लासेज, ए ब्लॉक, झिलमिल कॉलोनी,दिल्ली
कांसेप्ट स्कूल, बी-6/1 सफदरजंग एक्सटेंशन, नई दिल्ली
एबेकस चैम्प एकेडमी, ओ-1, वेस्ट पटेल नगर, नई दिल्ली।
यूसी मास ब्रेन पावर, ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली
माइंड स्किल्स एकेडमी, पीतमपुरा, दिल्ली
क्रिएटिव टच, अशोक विहार, दिल्ली
ब्रेन ओ ब्रेन, वैशाली सेक्टर-5
स्कॉलर्स वर्ल्ड, नोएडा सेक्टर-39
ओपन वर्ल्ड एकेडमी, द्वारका, दिल्ली
विद्यांजली प्री स्कूल, जीटीबी नगर, दिल्ली
कुमोन इंडिया एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, ग्रेटर कैलाश, पंजाबी बाग, वसंत विहार, मॉडल टाउन, राजेन्द्र नगर।
स्पाइडर काउंट
फ्लैश कार्ड
मैच शेप्स
पैटर्न मैच
लर्न नम्बर्स
नम्बर मैचिंग
नम्बर व्हील
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लर्न शेप्स
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