भारतीय नौसेना के एक और पोत पर शुक्रवार को दुर्घटना का मामला सामने आया, जब मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) के एक पोत पर गैस के रिसाव के कारण कमांडर रैंक के एक अधिकारी की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य प्रभावितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सूत्रों ने बताया कि एमडीएल द्वारा निर्मित विध्वंसक पोत आईएनएस कोलकाता यार्ड 701 की कार्बन डाई ऑक्साइड इकाई में उस समय गड़बडी पैदा हो गई, जब उसकी मशीनों का परीक्षण चल रहा था, जिसके कारण गैस का रिसाव हो गया।
इस घटना में नौसेना के एक कमांडर की मौत हो गई जबकि कुछ अन्य बीमार पड़ गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह दुर्घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब करीब एक सप्ताह पहले ही मुंबई तट पर आईएनएस सिंधुरत्न पर आग लगने और धुआं फैलने की दुर्घटना घटी थी, जिसमें दो अधिकारियों की मौत हो गई थी और सात नाविक बीमार पड़ गए थे।
पिछले सात महीने में नौसेना परिसम्पत्ति से संबंधित यह 12वीं दुर्घटना है। सबसे बड़ी दुर्घटना तब घटी थी, जब 14 अगस्त को आईएनएस सिंधुरक्षक मुंबई बंदरगाह पर डूब गया था और इस पर सवार सभी कर्मियों की मौत हो गई थी। इस महीने के प्रारंभ में आईएनएस एरावत से जुड़ी घटना के बाद कमांडिंग ऑफिसर को कमान संबंधी कार्यों से मुक्त कर दिया गया था।
आईएनएस बेतवा भी जल के भीतर किसी चीज से टकराने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। आईएनएस कोंकण में मरम्मत कार्य के दौरान आग लग गई थी, जिससे इसे नुकसान पहुंचा था। 26 फरवरी को सिंधुरत्न की दुर्घटना के बाद नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।
सूत्रों ने बताया कि एमडीएल द्वारा निर्मित विध्वंसक पोत आईएनएस कोलकाता यार्ड 701 की कार्बन डाई ऑक्साइड इकाई में उस समय गड़बडी पैदा हो गई, जब उसकी मशीनों का परीक्षण चल रहा था, जिसके कारण गैस का रिसाव हो गया।
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