हर समस्या या संकट का समाधान हो जाता है मां काली की पूजा से। भक्तों से शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवी-देवताओं में से एक हैं मां काली। माता अपने भक्तों के सभी कष्ट और क्लेश पलभर में दूर कर देती हैं। काली माता मां दुर्गा का ही एक रूप है। नवरात्रि के दिनों में देवी मां की आराधना के श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं।
नवरात्रि के अंतिम दो दिन शेष है, अत: इन दिनों में आप एक छोटा सा उपाय कर दें, आपको सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा। मां काली अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, वे सही-गलत जरूरी देखती हैं परंतु जो भी सही मनोकामना होती है वह अवश्य ही पूरी होती है।
प्रात: काल सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर मां काली के मंदिर जाएं। देवी मां को सात, ग्यारह या इक्कीस नींबूओं की माला बनाकर अर्पित करें। माला घर से बनाकर ले जा सकते हैं। माला अर्पित करने के बाद मां के मस्तस्क पर गुलाब के फूल चढ़ाएं और लाल गुलाब की माला समर्पित करें। इसके बाद मां काली को गुड के प्रसाद का भोग लगाएं। यह प्रसाद वहां अन्य भक्तों को वितरित कर दें। इसके अतिरिक्त नियमित रूप से मां काली को सप्ताह में या माह में एक बार अवश्य गुड का प्रसाद चढ़ाएं और गरीबों की मदद करें।
इस प्रकार करने से आपके कष्ट जल्दी ही कम होने लगेंगे और आपका जीवन सुखी और समृद्धिशाली बना रहेगा।
नवरात्रि के अंतिम दो दिन शेष है, अत: इन दिनों में आप एक छोटा सा उपाय कर दें, आपको सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा। मां काली अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, वे सही-गलत जरूरी देखती हैं परंतु जो भी सही मनोकामना होती है वह अवश्य ही पूरी होती है।
प्रात: काल सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर मां काली के मंदिर जाएं। देवी मां को सात, ग्यारह या इक्कीस नींबूओं की माला बनाकर अर्पित करें। माला घर से बनाकर ले जा सकते हैं। माला अर्पित करने के बाद मां के मस्तस्क पर गुलाब के फूल चढ़ाएं और लाल गुलाब की माला समर्पित करें। इसके बाद मां काली को गुड के प्रसाद का भोग लगाएं। यह प्रसाद वहां अन्य भक्तों को वितरित कर दें। इसके अतिरिक्त नियमित रूप से मां काली को सप्ताह में या माह में एक बार अवश्य गुड का प्रसाद चढ़ाएं और गरीबों की मदद करें।
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