Tuesday, 11 October 2011

आप भी खाते हैं 'ब्रेड' तो एक बार जरूर पढ़े यह खबर!


डीबी स्टार टीम को शिकायत मिल रही थी कि राजधानी में बेकरी और ब्रेड फैक्टरियों पर अव्यवस्था व गंदगी के बीच खाद्य सामग्री बनाई जा रही है।

टीम ने जब इन पर नजर रखी तो पाया कि कुछ जगह मानकों को ताक पर रखकर इन्हें बनाया जा रहा है। टीम ने महापौर और निगमायुक्त को इसकी जानकारी दी। उनके साथ मिलकर छापा की योजना बनाई गई।

  
इस दौरान निगम के खाद्य एवं स्वास्थ्य प्रभारी ज्ञानेश शर्मा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत चोपड़ा के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम डीबी स्टार के साथ छह फैक्टरियों में पहुंची। यहां फैक्टरी संचालक गंदगी और कचरे के बीच ब्रेड, पाव और बेकरी आयटम बनवा रहे थे। कर्मचारियों के हाथ में न तो ग्लव्स थे और न ही किसी ने एप्रन पहना था। 

  
इसके अलावा गूंथा हुआ आटा जमीन पर रखा था। इसी आटे के आसपास कचरे का ढेर लगा हुआ था। कुछ मवेशी भी यहीं मंडरा रहे थे। निगम के अधिकारी ने जब यहां की स्थिति देखी तो बोल पड़े कि अगर कोई ये पाव, ब्रेड बनते देख ले तो इन्हें खाना ही छोड़ दे। इस मामले में अब फैक्टरी संचालकों को नोटिस जारी किया जाएगा।

  
गंदगी के बीच कर रहे थे काम

  
आंखो देखी- टीम ने यहां पाया कि सामने से दुकान का शटर और पीछे का गेट बंद था। बाहर से दिखाई दिया कि नाली और गंदे पानी के पास तैयार टोस्ट जमीन पर रखा हुआ है। कर्मचारियों को जब ताला खोलने के लिए कहा गया तो वे चाबी नहीं होने का बहाना बनाने लगे। इसके बाद बेकरी संचालक शेख शाहिद को फोन कर बुलाया गया। 

  
अंदर पाया कि 8-10 कर्मचारी बनियान पहनकर गंदे हाथों से ब्रेड व बेकरी के आयटम बना रहे हैं। पास ही लकड़ियां रखी थीं। छत में भी इसी तरह ब्रेड बनाया जा रहा था। गूंथा हुआ आटा कचरे के बीच खुले में रखा था। टीम ने देखा कि राजधानी ब्रेड के नाम से पैक की गई बेकरी और ब्रेड के आयटम में न तो बनाने की तारीख लिखी है, न ही एक्सपायरी डेट का जिक्र है।
सेहत से खिलवाड़ नहीं करने देंगे

  
डीबी स्टार टीम के साथ मिलकर छापामार कार्रवाई में कई जगह बहुत ही ज्यादा गड़बड़ी मिली। जनता की सेहत से अब नहीं खेलने दिया जाएगा। ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। 

  
- डॉ. किरणमयी नायक, महापौर, रायपुर नगर निगम

  
यह बड़ी गड़बड़ी है

  
बेकरी और ब्रेड फैक्टरी वाले साफ-सफाई का ध्यान नहीं रख रहे हैं और जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, यह बड़ी गड़बड़ी है। 

  

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