Monday, 3 October 2011

नौवीं कक्षा के छात्र का यह 'चमत्कार' मरीजों के लिए बनेगा 'वरदान'!


प्रतिभाएं कभी परिचय की मोहताज नहीं होतीं, देर सबेर ही सही उनके हुनर की तारीफ जमाने को करनी ही पड़ती है। ऐसी ही प्रतिभा हैं डीएवी पब्लिक स्कूल थर्मल कक्षा नौवीं के छात्र अर्श शाह दिलबागी।

अर्श ने गत दिनों नोएडा में आयोजित इंडियन रोबोट ओलंपियाड में रोबोट बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया एवं प्रथम स्थान प्राप्त किया। रोबोट बनाने में उनके सहयोगी दो अन्य छात्र भी थे। छठवां रोबोट ओलंपियाड नोएडा में 30 सितंबर से एक अक्टूबर तक आयोजित हुआ। इसमें देशभर के विभिन्न स्कूलों की 45 टीमों ने हिस्सा लिया था।

राष्ट्रपति ने भी किया है सम्मानित

अर्श अपनी उपलब्धियों के लिए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा भी सम्मानित किए जा चुके हैं। अनमैंड ग्राउंड व्हीकल का प्रतिरूप बनाकर नार्थ जोन में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था। फिलीपींस मनीला में आयोजित की गई रोबोटिक्स कार्यशाला में भी अर्श की टीम भारत का नेतृत्व कर चुकी है। उल्लेखनीय है कि अर्श के पिता अमित दिलबागी पानीपत थर्मल में एक्सईएन के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा उसकी मां रितु डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल हैं।

अर्श का रोबोट मरीजों के हित में

अर्श का रोबोट मरीजों के हित में है। प्री प्रोग्राम्स रोबोटिक्स (रोबोट) की मदद से मरीजों को सुरक्षा के साथ ऊंचे-नीचे स्थानों पर आसानी से ले जाया जा सकेगा। यह कहना है रोबोट निर्माता छात्र अर्श दिलबागी का।

अर्श की तमन्ना :  अर्श ने भास्कर से बातचीत में कहा कि वे चाहते हैं कि रोबोटिक्स के क्षेत्र में बेहतर कार्य करें। साथ ही रोबोट को भारतीय आबादी की सुविधा से जोड़ें। उन्होंने रोबोटिक्स से जुड़ी एक बेवसाइट भी बनाई है, जिसे प्रतिदिन सैकड़ों लोग सर्च करते हैं।

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