Tuesday 11 October 2011

मुंहबोले भाई ने ही की बदसुलूकी! भंवरी को खोजने में नाकाम सरकार को कोर्ट की लताड़ - Bnvri beaten, abused, put down the seat of the unc - www.bhaskar.com



पहली सितंबर से लापता जोधपुर की नर्स भंवरी देवी अपहरण मामले में दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण मामले की सुनवाई में राजस्थान हाई कोर्ट ने सरकार को जमकर लताड़ लगाई। मंगलवार को जस्टिस गोविंद माथुर व जस्टिस एनके जैन द्वितीय की खंडपीठ ने मौखिक रूप से यहां तक कह दिया कि एक महीने से एक महिला गायब है और सरकार को उसकी चिंता ही नहीं है। जनता पुलिस के भरोसे बैठी है और सरकार को अपनी पुलिस पर ही भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि इतिहास में अब तक ऐसी नाकारा सरकार नहीं देखी है।

मंगलवार को अमरचंद बनाम सरकार मामले में सरकार की ओर से अतिरिक्ति महाअधिवक्ता के सहायक प्रद्युम्न सिंह ने जैसे ही अब तक की प्रगति रिपोर्ट पेश की तो जस्टिस गोविंद माथुर ने उनसे पूछा कि एक महीने से ज्यादा हो गया कॉर्पस (शव) कहां है? और इस रिपोर्ट में क्या लिखा है, पढ़ने की भी जरूरत नहीं। इसे डस्टबिन में क्यों नहीं फेंक दिया जाए। सिर्फ पलायनवाद व एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डालने के अलावा कुछ नहीं है। सब आधे अधूरे मन से काम हो रहा है। अदालत ने राजस्थान पुलिस से कहा है कि वह हर दूसरे दिन इस मामले में हो रही प्रगति से अवगत कराए।
इस बीच, अब तक पुलिस की जांच से पता चला है कि धर्म भाई बने ठेकेदार सोहनलाल के बुलावे पर भंवरी बिलाड़ा तो पहुंच गई थी, मगर शहाबुद्दीन की बोलेरो में बैठाने के बाद उससे बदसलूकी शुरू हो गई। सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने भंवरी के साथ मारपीट की और फिर बेहोश कर पिछली सीट के नीचे डाल दिया। पुलिस अनुसंधान में ये बातें सामने आने पर फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) के वैज्ञानिकों ने सोमवार को शहाबुद्दीन की बोलेरो का परीक्षण कर सबूत जुटाए हैं।

अपहरण के आरोपी सोहनलाल व बलदेव से पूछताछ में पुलिस को इस साजिश का पता चल चुका है। भंवरी की कार खरीदना भी साजिश का हिस्सा ही था। सहीराम विश्नोई के इशारे पर शहाबुद्दीन ने अपहरण की प्लानिंग की और सोहनलाल के विश्वास में भंवरी को कार के पैसे देने के बहाने बिलाड़ा बुलाया गया।

कार के पैसे देने की बात कह कर सोहनलाल ने भंवरी को शहाबुद्दीन की बोलेरो में बैठाया था। पैसों का इंतजाम करने के बाद उन्होंने दूसरी गैंग के आने का इंतजार किया, तब तक भंवरी को इधर-उधर घुमाते रहे। जब भंवरी को शक हुआ तो वह विरोध करने लगी। तब शहाबुद्दीन ने बोलेरो में ही उसे पीटा, बदसलूकी की और बेहोश कर सीट के नीचे डाल दिया। रात में नेवरा रोड पर अर्धचेतन हालत में ही उसे दूसरी गैंग के हवाले कर दिया गया।

एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत : शहाबुद्दीन की यह बोलेरो 9 सितंबर से गुजरात के काणोदर में पड़ी थी। बोलेरो धुली हुई थी, मगर मारपीट, जबर्दस्ती की आशंका व अपहरण के सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने एफएसएल टीम से बोलेरो का परीक्षण कराया। डॉ. विजेंद्रसिंह शेखावत, विक्रम सिंह, भवानी सिंह व एएसआई आवड़दान की टीम ने खून, सिर के बाल, फिंगर प्रिंट आदि लेने के लिए बोलेरो के हर भाग की बारीकी से जांच की। सीट कवर व फुट मेटिंग के नमूने भी लिए।
बलदेव को जेल भेजा :

पुलिस ने बलदेव को 30 सितंबर को गिरफ्तार कर पहले 7 दिन, फिर 3 दिन रिमांड पर लिया था। सोमवार को रिमांड खत्म होने पर उसे तीसरी बार कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने बलदेव को 15 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस मामले में पहले गिरफ्तार हुआ ठेकेदार सोहनलाल भी जेल में है। मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन और सहीराम विश्नोई अभी पकड़ में नहीं आए हैं।
नहीं आई सीबीआई की टीम :

भंवरी देवी अपहरण कांड की जांच सीबीआई के हाथों सौंपने के नोटिफिकेशन जारी होने के एक सप्ताह बाद भी सीबीआई टीम जोधपुर नहीं पहुंची है। चालीस दिनों से परेशान पुलिस इस प्रकरण को सीबीआई के हाथों में सौंपने के लिए बेकरार है, मगर अभी तक सीबीआई में यह प्रकरण भी दर्ज नहीं हुआ है।

अब अमरचंद पहुंचा शनि मंदिर :

शास्त्री नगर स्थित शनि मंदिर में कुछ दिन पहले ही कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा ने 11 दिवसीय रक्षा कवच अनुष्ठान कराया था। पांच पंडितों ने सवा लाख मंत्रों का जाप किया था। सोमवार को भंवरी का पति अमरचंद भी इसी मंदिर में अनुष्ठान करने आया। उसने भी 21 हजार मंत्रों का जाप कराया और 8 हजार 100 आहुतियां दी

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