Sunday, 27 October 2013

मोदी ने बिहार को दिया स्पेशल आर्थिक पैकेज का आश्वासन

Image Loadingपटना में हुंकार रैली को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें स् पेशल आर्थिक पैकेज मिलेगा और इस पैकेज के मिलने में महज 200 दिन बचे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार के लिए 50 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज की मांग करती आ रही है और अगर देश में भाजपा की सरकार बनी तो यह पैकेज बिहार को मिलकर रहेगा। नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ विश्वासघात किया है और इसकी सजा उन्हें मिलेगी। मोदी ने उनपर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो आदमी जेपी यानी जयप्रकाश नारायण को छोड़ दिया, वह बीजेपी को क्यों नहीं छोड़ेगा। मोदी ने कहा कि मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ नहीं, बल्कि गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए और ऐसा तब होकर जब मुसलमान और हिंदू दोनों मिलकर चलेंगे और इस दिशा में काम करेंगे। नीतीश कुमार पर हमला करते हुए मोदी ने भोजपुरी में भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार के लोग कुछ अपवादों को छोड़कर अवसरवादी नहीं होते। भोजपुरी के बाद मोदी ने मैथिली में भाषण देते हुए मिथिला की समस्याओं खासकर बाढ़ का जिक्र किया। उन्होंने बिहार के गौरव का जिक्र किया और कहा कि यह राज्य लोकतंत्र की भी जननी है और इस राज्य ने बड़े बड़े शूरमाओं को पैदा किया। मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी अपना सत्याग्रह बिहार के चंपारण से ही शुरू किया था। मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले लालू प्रसाद के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उन्होंने उन्हें फोन किया और कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने यादवों को संकेत देते हुए कहा कि कृष्ण के वंशजों का वह खास ख्याल रखेंगे। उन्होंने कहा कि जिस समय बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी थी, उस समय भाजपा के पास जदयू की तुलना में दोगुने विधायक थे, लेकिन भाजपा ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि बिहार से लालू प्रसार का जंगल राज खत्म करना था। उन्होंने कहा कि नीतीश और बीजेपी की मिलीजुली सरकार में अगर कुछ मंत्रियों ने राज्य की तरक्की के लिए काम किया, तो वे भाजपा के मंत्री थे। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के स्थानीय नेताओं के आग्रह के बावजूद वह पिछले चुनावों में बिहार आने से मना कर दिया, क्योंकि उन्हें फिक्र इस बात की थी कि कही बिहार में फिर से जंगल राज नहीं आ जाए। वह चाहते थे कि बिहार में सुशासन जारी रहे और नीतीश का नेतृत्व जारी रहे। मोदी ने कहा कि नीतीश का भाजपा से संबंध तोड़ना विश्वासघात है और इसकी सजा बिहार की जनता उन्हें देगी। उन्होंने लोगों से कहा कि वह इसकी सजा आने वाले चुनाव में संबंधित व्यक्ति को मिलनी चाहिए।

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