भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पहली दफा गुजरात के
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल
कृष्ण आडवाणी ने कहा कि वह उन्हें प्रधानमंत्री के पद पर देखकर खुश होंगे।
काफी सहज और शांत नजर आ रहे आडवाणी ने गुजरात में किए गए कामों के लिए भी मोदी की तारीफों के पुल बांधे। आधारभूत संरचना, प्रौद्योगिकी, शोध एवं प्रबंधन संस्थान के उद्घाटन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आडवाणी ने कहा कि यदि हमें अगली सरकार बनाने का मौका मिला तो नरेंद्र भाई को अपना प्रधानमंत्री देखकर हमें खुशी होगी।
आडवाणी ने कहा कि जब मैं यहां आया तो मैंने संस्थान के एक अधिकारी से पूछा कि क्या देश में कोई ऐसा शैक्षणिक संस्थान है जहां आधारभूत संरचना को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाता हो। जवाब में मुझे नहीं सुनने को मिला। भाजपा नेता ने कहा कि नरेंद्र भाई हमेशा यह सोचते हैं कि वह क्या नया कर सकते हैं, वह कौन सी नई पहल कर सकते हैं।
इस मौके पर आडवाणी ने कहा कि नरेंद्र भाई के नेतृत्व में गुजरात में किए गए काम की तारीफ न सिर्फ देश में बल्कि दुनियाभर में होती है। गौरतलब है कि आज तीन कार्यक्रमों में आडवाणी और मोदी एक साथ नजर आए और यह संकेत देने की कोशिश की कि दोनों के रिश्तों में कोई तल्खी नहीं है। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट और अहमदाबाद नगर निगम के कार्यक्रम के बाद इस संस्थान में दोनों नेता एक साथ नजर आए।
गांधीनगर सीट से लोकसभा सांसद आडवाणी 2011 के बाद आज पहली दफा गुजरात में किसी बड़े सार्वजनिक समारोह में नजर आए। गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बीते 25 सितंबर को आडवाणी और मोदी भोपाल में एक मंच पर नजर आए थे। हालांकि, उस वक्त दोनों नेताओं के रिश्ते में गर्मजोशी देखने को नहीं मिली थी।
आडवाणी ने गुजरात में किए गए कामों के लिए मोदी को सराहा तो जरूर था पर साथ ही साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह की भी तारीफ कर दी थी। बहरहाल, आज के कार्यक्रम के लिए जब दोनों साथ आए तो काफी सहज नजर आए। मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के विरोध में आडवाणी ने इस साल जून में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दखल के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। प्रबंधन संस्थान के उद्घाटन से पहले आडवाणी और मोदी अहमदाबाद नगर निगम के एक कार्यक्रम तथा सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की बैठक के दौरान भी एक साथ मौजूद थे। ट्रस्ट के अध्यक्ष केशुभाई पटेल भी बैठक में मौजूद थे। नगर निगम द्वारा बनाए गए उद्यानों के उदघाटन के सिलसिले में दोनों नेता साथ आए। नदी तट विकास परियोजना के तहत निगम ने ये उद्यान बनाए हैं।
काफी सहज और शांत नजर आ रहे आडवाणी ने गुजरात में किए गए कामों के लिए भी मोदी की तारीफों के पुल बांधे। आधारभूत संरचना, प्रौद्योगिकी, शोध एवं प्रबंधन संस्थान के उद्घाटन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आडवाणी ने कहा कि यदि हमें अगली सरकार बनाने का मौका मिला तो नरेंद्र भाई को अपना प्रधानमंत्री देखकर हमें खुशी होगी।
आडवाणी ने कहा कि जब मैं यहां आया तो मैंने संस्थान के एक अधिकारी से पूछा कि क्या देश में कोई ऐसा शैक्षणिक संस्थान है जहां आधारभूत संरचना को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाता हो। जवाब में मुझे नहीं सुनने को मिला। भाजपा नेता ने कहा कि नरेंद्र भाई हमेशा यह सोचते हैं कि वह क्या नया कर सकते हैं, वह कौन सी नई पहल कर सकते हैं।
इस मौके पर आडवाणी ने कहा कि नरेंद्र भाई के नेतृत्व में गुजरात में किए गए काम की तारीफ न सिर्फ देश में बल्कि दुनियाभर में होती है। गौरतलब है कि आज तीन कार्यक्रमों में आडवाणी और मोदी एक साथ नजर आए और यह संकेत देने की कोशिश की कि दोनों के रिश्तों में कोई तल्खी नहीं है। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट और अहमदाबाद नगर निगम के कार्यक्रम के बाद इस संस्थान में दोनों नेता एक साथ नजर आए।
गांधीनगर सीट से लोकसभा सांसद आडवाणी 2011 के बाद आज पहली दफा गुजरात में किसी बड़े सार्वजनिक समारोह में नजर आए। गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बीते 25 सितंबर को आडवाणी और मोदी भोपाल में एक मंच पर नजर आए थे। हालांकि, उस वक्त दोनों नेताओं के रिश्ते में गर्मजोशी देखने को नहीं मिली थी।
आडवाणी ने गुजरात में किए गए कामों के लिए मोदी को सराहा तो जरूर था पर साथ ही साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह की भी तारीफ कर दी थी। बहरहाल, आज के कार्यक्रम के लिए जब दोनों साथ आए तो काफी सहज नजर आए। मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के विरोध में आडवाणी ने इस साल जून में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दखल के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। प्रबंधन संस्थान के उद्घाटन से पहले आडवाणी और मोदी अहमदाबाद नगर निगम के एक कार्यक्रम तथा सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की बैठक के दौरान भी एक साथ मौजूद थे। ट्रस्ट के अध्यक्ष केशुभाई पटेल भी बैठक में मौजूद थे। नगर निगम द्वारा बनाए गए उद्यानों के उदघाटन के सिलसिले में दोनों नेता साथ आए। नदी तट विकास परियोजना के तहत निगम ने ये उद्यान बनाए हैं।
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