चक्रवात फैलिन ने गोपालपुर के निकट ओडिशा तट को पार करना शुरू किया है। इस
समय वहां पर 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वहां हवाएं चल रही हैं। जब
यह तट को पा
र करने लगेगा तो इसकी रफ्तार बढ़ जाएगी और इसे तट को पार करने
में एक घंटे का समय लगा। यह तूफान छह घंटे तक चलेगा।
तूफान के शाम छह बजे से आठ बजे के बीच जमीनी क्षेत्र के करीब पहुंचने की आशंका है और इसकी रफ्तार बढ़कर 20 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है जो कुछ घंटा पहले तक 15 किलोमीटर प्रति घंटा थी। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौर ने संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात शनिवार को शाम में जमीन के करीब पहुंचेगी और रविवार सुबह तक इसकी तीव्रता बढ़ना जारी रहेगा। रविवार को शाम और सोमवार को सुबह तक यह धीरे-धीरे कम हो जाएगा।
राठौर ने कहा कि ज्वार के 3 से 3.5 मीटर ऊपर उठने के कारण समुद्र का पानी जमीन पर 300 से 600 मीटर तक प्रवेश कर सकता है। इसके कारण गंजाम क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा। बहरहाल, दिल्ली स्थित ओडिशा भवन के ज्वायंट रेसिडेंट कमिश्नर ने कहा कि 4.48 लाख से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार लोग बचाव कार्य में आगे आ रहे हैं क्योंकि अधिकांश लोगों को 1999 के सुपर चक्रवात के अनुभव से अवगत हैं। प्रधान ने कहा कि हम गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित कर रहे हैं। 10 हेलीकाप्टर को बैरकपुर में तैनात किया गया है जबकि एनडीआरएफ की 29 टीमों को ओडिशा आपदा मोचन बल की नौ टीमों के साथ तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने ईधन, भोजन और पेयजल का भंडारण किया है। आईटीबीपी से लिये गए 18 फोन के साथ 50 सैटेलाइट फोन आपात स्थिति के लिए जिला कलेक्टर और अधीक्षकों को दिए गए हैं।
तूफान के शाम छह बजे से आठ बजे के बीच जमीनी क्षेत्र के करीब पहुंचने की आशंका है और इसकी रफ्तार बढ़कर 20 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है जो कुछ घंटा पहले तक 15 किलोमीटर प्रति घंटा थी। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौर ने संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात शनिवार को शाम में जमीन के करीब पहुंचेगी और रविवार सुबह तक इसकी तीव्रता बढ़ना जारी रहेगा। रविवार को शाम और सोमवार को सुबह तक यह धीरे-धीरे कम हो जाएगा।
राठौर ने कहा कि ज्वार के 3 से 3.5 मीटर ऊपर उठने के कारण समुद्र का पानी जमीन पर 300 से 600 मीटर तक प्रवेश कर सकता है। इसके कारण गंजाम क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा। बहरहाल, दिल्ली स्थित ओडिशा भवन के ज्वायंट रेसिडेंट कमिश्नर ने कहा कि 4.48 लाख से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार लोग बचाव कार्य में आगे आ रहे हैं क्योंकि अधिकांश लोगों को 1999 के सुपर चक्रवात के अनुभव से अवगत हैं। प्रधान ने कहा कि हम गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित कर रहे हैं। 10 हेलीकाप्टर को बैरकपुर में तैनात किया गया है जबकि एनडीआरएफ की 29 टीमों को ओडिशा आपदा मोचन बल की नौ टीमों के साथ तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने ईधन, भोजन और पेयजल का भंडारण किया है। आईटीबीपी से लिये गए 18 फोन के साथ 50 सैटेलाइट फोन आपात स्थिति के लिए जिला कलेक्टर और अधीक्षकों को दिए गए हैं।
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