Tuesday, 22 October 2013

केन्द्रीय मंत्री और सांसद अपनों को टिकट दिलाने पर आमादा

Image Loadingराजस्थान में प्रभावशाली सांसद आगामी विधानसभा चुनावों में अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं।
        
सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय श्रम मंत्री एवं प्रमुख जाट नेता शीशराम ओला मंडावा, नवलगढ, पिलानी एवं झुंझुनूं में अपने चहेते को टिकट दिलाने पर आमादा हैं। ओला के इस रवैये के कारण पार्टी में काफी उथलपुथल हो रही है तथा नवलगढ़ में टिकट के दावेदार स्वास्थ्य राज्यमंत्री राजकुमार शर्मा केन्द्रीय मंत्री से सीधी टक्कर ले रहे हैं।
        
ओला मंडावा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर चन्द्रभान को टिकट दिलाने का पूरा जोर लगा रहे हैं। पहले छत्तीस का आंकडा रहने के बावजूद ओला ने इस बार चन्द्रभान से रिश्ता जोडा है तथा दोनों जाट नेता मिलकर मौजूदा विधायक रीटा चौधरी का टिकट कटाना चाहते है।
        
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं जाट नेता रहे रामनारायण चौधरी की पुत्री रीटा चौधरी का टिकट काटना मापदंडों के मुताबिक आसान नहीं लगता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इनके पिता की श्रद्धाजंलि सभा में जाकर अलग संदेश दे चुके हैं।
     
ओला झुंझुनूं में अपने बेटे और आपदा राहत मंत्री ब्रजेन्द्र ओला के अलावा किसी को फूटी आंख भी पसंद नहीं करते। वह पिलानी से हनुमान प्रसाद की दावेदारी मजबूत बता रहे हैं।
केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह बानसूर से राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह राठौड को टिकट दिलाना चाहते है। पिछली बार यहां से शंकुतला राव चुनाव हार गयी थी। वह अब महिला कांग्रेस की अध्यक्ष है तथा केन्द्रीय मंत्री के दबाव को काटने की पूरी ताकत लगा रही है।
        
केन्द्रीय मंत्री अलवर शहर से पिछली बार चुनाव हारे नरेन्द्र शर्मा पर दुबारा दांव लगाना चाहते है। इसी तरह किशनगढ़बास में भी वह अपने चहते को टिकट दिलाने के प्रयास में है।
        
केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट अजमेर उत्तर से अपने चहेते एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता को चुनाव में आजमाना चाहते हैं। पिछली बार डॉक्टर श्रीगोपाल बाहेती भाजपा के वासुदेव देवनानी से चुनाव हार गए थे। पायलट पुष्कर से भी राज्य की शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर इंसाफ का टिकट कटवाकर अपने चहेते श्रवण सिंह रावत को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। रावत भाजपा के दिग्गज नेता एवं पुष्कर से विधायक रहे रमजान खान के सहयोगी रहे है। 
         
पूर्व केन्द्रीय मंत्री महादेव सिंह खण्डेला अपने पुत्र डॉक्टर गौरव को खण्डेला से टिकट दिलाने पर आमादा है। पिछली बार इस सीट से वह खुद ही चुनाव हार गए थे।
       
चूरु कांग्रेस के नेता एवं राज्यसभा सदस्य नरेन्द्र बुढानिया सादुलपुर से अपनी पत्नी कनक बुढानिया को टिकट दिलाने चाहते हैं। बुढानिया यहां से जनता दल के भंवरलाल शर्मा को हराकर एक बार विधायक भी रह चुके हैं। इस बार शर्मा कांग्रेस की टिकट के पक्के दावेदार है।
        
जयपुर के सांसद महेश जोशी भी सांगानेर से टिकट के दावेदार हैं तथा हवा महल से अपने से अपने चहेते को टिकट दिलाने चाहते हैं। हवामहल से शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा टिकट के लिए पूरा दांवपेच लगा रहे है।
        
सूत्रों ने बताया कि आलाकमान सांसदों को अपने चहेतों के लिए टिकट की मांग करते समय जीत की गारंटी भी लेना चाहते हैं, जिस पर ओला जैसे दिग्गज नेता खरा उतरने की पूरी गारंटी दे रहे हैं। हालांकि गारंटी के बाद भी इनका उम्मीदवार हारा तो लोकसभा चुनाव में उन्हें जवाब भी देना पड़ सकता है।
         
सूत्रों ने बताया कि नागौर सांसद ज्योति मिर्धा भी डीडवाना विधायक रुपाराम डूडी का टिकट कटवाकर अपने किसी उम्मीदवार को टिकट दिलाने का प्रयास कर रही है और डूडी को टिकट मिलने की स्थिति में वह दो और अन्य जगहों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार सकती हैं।

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