ब्रिटेन में रहने वाली और पेशे से एक नर्स इलिन रेमिडियोज के लिए उस
वक्त खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब चोरी हो चुकी उसकी प्यारी साइकिल को चोर
ने लिखित में माफीनामे के साथ वापस लौटा दिया। दरअसल, इलिन एक मरीज के घर
गई हुई थीं। उन्होंने अपनी साइकिल मरीज के घर के बाहर खड़ी कर दी थी, लेकिन
जब वह मरीज को देख बाहर आईं तो उनकी साइकिल वहां मौजूद नहीं थी। दुखी हो
चुकीं इलिन ने उस चोर के नाम एक भावुक पत्र लिखकर उसे लैम्प पोस्ट पर चिपका
दिया। इसमें इलिन ने लिखा, ‘भले ही यह साइकिल काफी पुरानी है, लेकिन यह
मेरे लिए बहुत प्यारी है, इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि इसे सुरक्षित लौटा
दें।’
मजे की बात है कि निराश हो चुकीं 55 वर्षीय इलिन जब अगले दिन उस मरीज के घर
गईं तो वहां उन्होंने अपनी साइकिल खड़ी देखी। दरअसल, चोर बहुत ही
विनम्रतापूर्वक लिखा अपना माफीनामा पत्र और साइकिल को उसी जगह छोड़ गया था,
जहां से उसने इसे चुराया था। इसमें चोर ने लिखा, ‘मैं बहुत शर्मिदा हूं और
माफी चाहता हूं। मैंने इस साइकिल के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है।’इलिन तो खुशी के मारे उछल पड़ीं। साइकिल मिलने की खुशी के साथ-साथ
वह चोर के पत्र को पढ़कर आश्चर्यचकित थीं। साइकिल मिलने के बाद इलिन ने भी
चोर के नाम धन्यवाद पत्र लिखा और इस पत्र को इलिन ने उसी लैम्प पोस्ट पर
लगा दिया। इलिन कहती हैं, ‘साइकिल चोरी होने के बाद मैंने सोचा कि आखिर कोई
इतनी पुरानी साइकिल क्यों चोरी करेगा। मुझे लगा कि शायद कोई शराब के नशे
में गुजर रहा होगा और वह साइकिल लेकर चला गया। लेकिन मैंने यह कभी नहीं
सोचा था कि कोई मेरी साइकिल को वापस कर देगा। इस घटना से मानवता पर मेरा
विश्वास एक बार फिर से बढ़ा है।’
इलिन बताती हैं कि चोर ने साइकिल को लैम्प पोस्ट में जंजीर से बांध दिया था और उसकी चाबी उस माफीनामे वाली चिट्ठी के लिफाफे में डाल दी थी। इलिन ने कहा कि साइकिल की बहुत ज्यादा कीमत नहीं मिलने वाली थी, लेकिन यह उनके लिए अजीज है, क्योंकि बहुत पहले उनके एक बहुत अच्छे दोस्त ने इसे उन्हें उपहार में दिया था। साइकिल के साथ उनकी कई यादें जुड़ी हैं।
इलिन कहती हैं, ‘मैं मानती हूं कि मेरा चोर के नाम वह पत्र लिखना कितना अच्छा फैसला था। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह शख्स, जिसने मेरी साइकिल चुराई और गलती का एहसास होने के बाद मुझे वापस भी लौटा दी, वह भविष्य में हमेशा अच्छा काम करेगा।’
इलिन बताती हैं कि चोर ने साइकिल को लैम्प पोस्ट में जंजीर से बांध दिया था और उसकी चाबी उस माफीनामे वाली चिट्ठी के लिफाफे में डाल दी थी। इलिन ने कहा कि साइकिल की बहुत ज्यादा कीमत नहीं मिलने वाली थी, लेकिन यह उनके लिए अजीज है, क्योंकि बहुत पहले उनके एक बहुत अच्छे दोस्त ने इसे उन्हें उपहार में दिया था। साइकिल के साथ उनकी कई यादें जुड़ी हैं।
इलिन कहती हैं, ‘मैं मानती हूं कि मेरा चोर के नाम वह पत्र लिखना कितना अच्छा फैसला था। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह शख्स, जिसने मेरी साइकिल चुराई और गलती का एहसास होने के बाद मुझे वापस भी लौटा दी, वह भविष्य में हमेशा अच्छा काम करेगा।’
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