मुंबई। हर इंसान के जीवन में कोई न कोई गुरु तो होता ही है जो
मार्गदर्शन कर सके। एक सच्चा गुरु ही सही पाठ पढ़ा सकता है, मुश्किलों से
जूझना सिखाता है, आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता है।
प्रख्यात अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पिता प्रकाश पादुकोण को अपना गुरु मानती हैं। प्रकाश जी बैडमिन्टन के जाने-माने अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने दीपिका के हर फैसले पर उनका साथ दिया। उनका बस यही मानना था कि दीपिका जिस भी क्षेत्र में जाएं वहां नाम कमाएं।
दीपिका ने पिता की इस बात को साबित करके दिखा भी दिया पर सबसे महत्वपूर्ण चीज जो दीपिका ने अपने पिता से सीखी है वो है स्पोर्ट्समैनशिप। दीपिका के मुताबिक, 'पापा सदा इस बात पर अटल रहे कि कॉम्पटिशन चाहे कितना भी तगड़ा क्यों न हो, इंसान को ईमानदारी से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। छल से जीतकर भले ही कोई नंबर वन बन जाए लेकिन वह कभी सफल नहीं होता है। इस बात को मैंने अपने जेहन में बसा लिया है।'
प्रख्यात अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पिता प्रकाश पादुकोण को अपना गुरु मानती हैं। प्रकाश जी बैडमिन्टन के जाने-माने अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने दीपिका के हर फैसले पर उनका साथ दिया। उनका बस यही मानना था कि दीपिका जिस भी क्षेत्र में जाएं वहां नाम कमाएं।
दीपिका ने पिता की इस बात को साबित करके दिखा भी दिया पर सबसे महत्वपूर्ण चीज जो दीपिका ने अपने पिता से सीखी है वो है स्पोर्ट्समैनशिप। दीपिका के मुताबिक, 'पापा सदा इस बात पर अटल रहे कि कॉम्पटिशन चाहे कितना भी तगड़ा क्यों न हो, इंसान को ईमानदारी से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। छल से जीतकर भले ही कोई नंबर वन बन जाए लेकिन वह कभी सफल नहीं होता है। इस बात को मैंने अपने जेहन में बसा लिया है।'
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