भुट्टो परिवार के 25 वर्षीय वारिस बिलावल ने बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि वार्ता हमेशा एक विकल्प रहा है, लेकिन हमें मजबूत स्थिति बनानी होगी। आप एक मजबूत स्थिति से किस प्रकार बात करेंगे आपको उन्हें युद्ध के मैदान में परास्त करना होगा। वे हमसे लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह आतंकवादी समूहों द्वारा पेश की गई चुनौतियों के खिलाफ उठ खड़े होने का समय है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब यहां इस बात की पुरजोर अटकलें लगाई जा रही हैं कि आतंकवादी समूहों , विशेषकर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य अभियान की संभावना है।
पाकिस्तानी वायुसेना ने पिछले सप्ताह उत्तरी वजीरिस्तान में संदिग्ध आतंकवादी ठिकानों पर बमबारी की थी जो तालिबान और अल कायदा तत्वों का गढ़ माना जाता है। वायुसेना के इन हमलों ने बहुत लोगों को हैरत में डाल दिया था।
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