चीन में सरकारी इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं और लाखों उपयोगकर्ता
खुद-ब-खुद एक अमेरिकी कंपनी की वेबसाइट से जुड़ रहे हैं। इस समस्या के
कारणों का पता नहीं चल पा रहा है, जबकि विशेषज्ञों ने साइबर हमले की आशंका
जतायी है।
चीन की आधिकारिक संवाद समिति शिन्हुआ ने सुरक्षा विशेषज्ञों के हवाले से बताया कि देश में कल से इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह ठप हैं और इसके कारणों पर अब तक रहस्य बरकरार है। उन्होंने कहा कि यह हैकरों की करतूत हो सकती है अथवा चीन के साइबर क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश के कारण हो सकता है।
सरकारी इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी चाइना इंटरनेट नेटवर्क इनफॉर्मेशन सेंटर ने बताया कि इंटरनेट सेवाएं पिछले कई घंटों से ठप हैं। कंपनी ने बताया कि देश के शीर्ष डोमेन नेमरूट सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण यह दिक्कत हो रही है।
इंटरनेट सेवाएं ठप होने के कारण उपयोगकर्ता खुद-ब-खुद अमेरिकी कंपनी डायनेमिक इंटरनेट टेकनोलाजी 'डीआईटी' की वेबसाइट से जुड़ रहें हैं, जिसका आध्यात्मिक स मूह फालुन गोंग के साथ करार है। ऐसे में इसके पीछे फालुन गोंग का हाथ होने की भी आशंका जतायी जा रही है।
डीआईटी ने चीन सरकार द्वारा इंटरनेट पर लगाये गये प्रतिबंध से निपटने में लोगों की मदद के लिये पहले भी कई उत्पाद पेश किये हैं। यहां तक कि कंपनी एक ऐसा उत्पाद भी पेश कर चुकी है, जिसके जरिये सरकार द्वारा माइक्रोब्लॉगिंग साइट से हटाये गये पोस्ट को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे में इस हैकिंग के पीछे उसका हाथ होने की आशंका जतायी जा रही है।
हालांकि डीआईटी के संस्थापक बिल शिया ने तमाम आरोपों का खंडन करते हुये कहा कि इसके पीछे उनकी कंपनी का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन सरकार विभिन्न प्रकार की सेंसरशिप के लिये कई वेबसाइटों को ब्लॉक और हाइजैक करती रहती है। ऐसे में यह समस्या सरकार की गलतियों का भी नतीजा हो सकती है।
चीन की आधिकारिक संवाद समिति शिन्हुआ ने सुरक्षा विशेषज्ञों के हवाले से बताया कि देश में कल से इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह ठप हैं और इसके कारणों पर अब तक रहस्य बरकरार है। उन्होंने कहा कि यह हैकरों की करतूत हो सकती है अथवा चीन के साइबर क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश के कारण हो सकता है।
सरकारी इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी चाइना इंटरनेट नेटवर्क इनफॉर्मेशन सेंटर ने बताया कि इंटरनेट सेवाएं पिछले कई घंटों से ठप हैं। कंपनी ने बताया कि देश के शीर्ष डोमेन नेमरूट सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण यह दिक्कत हो रही है।
इंटरनेट सेवाएं ठप होने के कारण उपयोगकर्ता खुद-ब-खुद अमेरिकी कंपनी डायनेमिक इंटरनेट टेकनोलाजी 'डीआईटी' की वेबसाइट से जुड़ रहें हैं, जिसका आध्यात्मिक स मूह फालुन गोंग के साथ करार है। ऐसे में इसके पीछे फालुन गोंग का हाथ होने की भी आशंका जतायी जा रही है।
डीआईटी ने चीन सरकार द्वारा इंटरनेट पर लगाये गये प्रतिबंध से निपटने में लोगों की मदद के लिये पहले भी कई उत्पाद पेश किये हैं। यहां तक कि कंपनी एक ऐसा उत्पाद भी पेश कर चुकी है, जिसके जरिये सरकार द्वारा माइक्रोब्लॉगिंग साइट से हटाये गये पोस्ट को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे में इस हैकिंग के पीछे उसका हाथ होने की आशंका जतायी जा रही है।
हालांकि डीआईटी के संस्थापक बिल शिया ने तमाम आरोपों का खंडन करते हुये कहा कि इसके पीछे उनकी कंपनी का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन सरकार विभिन्न प्रकार की सेंसरशिप के लिये कई वेबसाइटों को ब्लॉक और हाइजैक करती रहती है। ऐसे में यह समस्या सरकार की गलतियों का भी नतीजा हो सकती है।
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