सलाद का हमारे भोजन में खास महत्व है, लेकिन कई बार हम इससे ऊब भी जाते
हैं। पारंपरिक सलाद खाते-खाते ऊब गए हैं तो क्यों न कुछ नए तरह के सलाद
आजमाएं। तरह-तरह के सलाद के बारे में बता रहे हैं पंकज घिल्डियाल
सलाद हमारे भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न सिर्फ हमारे शरीर को पौष्टिक तत्व मिलते हैं, बल्कि हमारी अधिक खाने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगती है। बेहद फायदेमंद होने के बावजूद हमारे देश में सलाद खाने का प्रचलन इतना कम है कि एक सर्वे के अनुसार दो प्रतिशत से भी कम भारतीय नियमित रूप से सलाद का सेवन करते हैं। आहार विशेषज्ञों की राय है कि अगर आप रोजाना सलाद खाने के आदी हो जाएं तो ज्यादा तरोताजा और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। तो क्यों न अलग-अलग तरह के सलाद का इस्तेमाल करें जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहतर होगा हो और स्वादिष्ट भी। सलाद के स्वाद
सलाद हमारे भोजन में बहुत महत्व रखता है। सलाद में खनिज, विटामिन, और फाइबर होते हैं, जो शरीर को पोषण देते हैं। दरअसल सलाद में बाकी खाने के मुकाबले तेल का प्रयोग नहीं होता है। आप चाहें तो खुद अपना मनपसंद सलाद तैयार कर सकते हैं। ऊब से बचने के लिए इसे नए-नए डिजाइन से काटें। पत्ता गोभी, टमाटर, प्याज में नींबू और चाट मसाला डालकर खा सकते हैं और बीच-बीच में ड्राइफ्रूट, काजू, बादाम, मूंगफली का भी प्रयोग कर सकते हैं। सर्दियों में तो सलाद के लिए बहुत चीजें मिलती हैं। सलाद ऐसे-ऐसे
सब्जी सलाद: यह सलाद जरूर खाना चाहिए। ब्रोकली, गोभी, पत्ता गोभी, मटर, गाजर, बीन्स सबको उबाल लें। उस सब्जी के उबले पानी को सूप की तरह पिएं और सब्जी को थोडम फ्राई कर काली मिर्च डालकर खा सकते हैं। ग्रीन सलाद: ऐसे सलाद को गार्डन सलाद भी कहा जाता है। सामान्यत: यह हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, लेट्यमूस या पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी और मिर्च आदि से बनता है। ग्रीन सलाद विटामिन बी 12 का अच्छा स्त्रोत होता है। इससे मूड अच्छा करने वाले सेरोटोनिन और डोपामाइन रसायन मिलते हैं, जिसकी कमी से थकावट ओर झुंझलाहट होती है। फ्रूट सलाद: यह सबसे अधिक पौष्टिक सलाद है। संतरा, सेब, केला, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, सबको मिलाकर फ्रूट सलाद बनता है। फ्रूट सलाद को मैसीडोनिया भी कहा जाता है, जो विभिन्न फलों के मिश्रण से तैयार होता है। इसे सिरप के साथ या बिना सिरप के उपयोग किया जाता है। डेजर्ट सलाद: इसमें सब्जियों का उपयोग नहीं किया जाता। अलग-अलग तरह के सूखे मेवों का इस्तेमाल किया जाता है। सजाने के लिए स्ट्रॉबेरी, लीची आदि का इस्तेमाल किया जाता है। स्प्राउटेड सलाद: मनपसंद सब्जियों को मिलाकर इसे ज्यादा पौष्टिक और स्वादिष्ट बना सकते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में मिनरल, विटामिन और पोषक तत्व होते हैं। इसमें अंकुरित मूंग, चना आदि का इस्तेमाल होता है। प्याज सलाद: कच्चे प्याज में सल्फर तत्व और जरूरी विटामिन होते हैं, जो शरीर के सारे रोगों को दूर करते हैं। कच्चे प्याज को सैंडविच, सलाद या फिर चाट आदि में ऊपर से डाल कर खा सकते हैं। इसमें मौजूद रेशा पेट के अंदर के चिपके हुए भोजन को निकालता है। कब कैसा सलाद दोपहर के वक्त सलाद
दोपहर के खाने में यदि आप सिर्फ सलाद खाना शुरू कर दें तो इससे बहुत फायदे हैं। इसके साथ आप नींबू पानी, थोड़ी-सी दही भी ले सकते हैं। इस तरह का हल्का भोजन दोपहर में लेने से आप चुस्त तो रहेंगे, अपना मोटापा भी रोक सकेंगे और आपकी त्वचा पर भी बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा। डिनर सलाद
इसे मेन कोर्स सलाद भी कहा जाता है। अपने स्वाद के अनुसार कुछ रंग-बिरंगी सब्जियों से ड्रेसिंग की जा सकती है। अगर आप चिकन सलाद के शौकीन हैं तो फ्राइड चिकन की जगह ग्रिल्ड चिकन का इस्तेमाल करें। इसमें ग्रिल्ड और फ्राइड चिकन और सी फूड भी होते हैं।
सलाद हमारे भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न सिर्फ हमारे शरीर को पौष्टिक तत्व मिलते हैं, बल्कि हमारी अधिक खाने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगती है। बेहद फायदेमंद होने के बावजूद हमारे देश में सलाद खाने का प्रचलन इतना कम है कि एक सर्वे के अनुसार दो प्रतिशत से भी कम भारतीय नियमित रूप से सलाद का सेवन करते हैं। आहार विशेषज्ञों की राय है कि अगर आप रोजाना सलाद खाने के आदी हो जाएं तो ज्यादा तरोताजा और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। तो क्यों न अलग-अलग तरह के सलाद का इस्तेमाल करें जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहतर होगा हो और स्वादिष्ट भी। सलाद के स्वाद
सलाद हमारे भोजन में बहुत महत्व रखता है। सलाद में खनिज, विटामिन, और फाइबर होते हैं, जो शरीर को पोषण देते हैं। दरअसल सलाद में बाकी खाने के मुकाबले तेल का प्रयोग नहीं होता है। आप चाहें तो खुद अपना मनपसंद सलाद तैयार कर सकते हैं। ऊब से बचने के लिए इसे नए-नए डिजाइन से काटें। पत्ता गोभी, टमाटर, प्याज में नींबू और चाट मसाला डालकर खा सकते हैं और बीच-बीच में ड्राइफ्रूट, काजू, बादाम, मूंगफली का भी प्रयोग कर सकते हैं। सर्दियों में तो सलाद के लिए बहुत चीजें मिलती हैं। सलाद ऐसे-ऐसे
सब्जी सलाद: यह सलाद जरूर खाना चाहिए। ब्रोकली, गोभी, पत्ता गोभी, मटर, गाजर, बीन्स सबको उबाल लें। उस सब्जी के उबले पानी को सूप की तरह पिएं और सब्जी को थोडम फ्राई कर काली मिर्च डालकर खा सकते हैं। ग्रीन सलाद: ऐसे सलाद को गार्डन सलाद भी कहा जाता है। सामान्यत: यह हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, लेट्यमूस या पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी और मिर्च आदि से बनता है। ग्रीन सलाद विटामिन बी 12 का अच्छा स्त्रोत होता है। इससे मूड अच्छा करने वाले सेरोटोनिन और डोपामाइन रसायन मिलते हैं, जिसकी कमी से थकावट ओर झुंझलाहट होती है। फ्रूट सलाद: यह सबसे अधिक पौष्टिक सलाद है। संतरा, सेब, केला, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, सबको मिलाकर फ्रूट सलाद बनता है। फ्रूट सलाद को मैसीडोनिया भी कहा जाता है, जो विभिन्न फलों के मिश्रण से तैयार होता है। इसे सिरप के साथ या बिना सिरप के उपयोग किया जाता है। डेजर्ट सलाद: इसमें सब्जियों का उपयोग नहीं किया जाता। अलग-अलग तरह के सूखे मेवों का इस्तेमाल किया जाता है। सजाने के लिए स्ट्रॉबेरी, लीची आदि का इस्तेमाल किया जाता है। स्प्राउटेड सलाद: मनपसंद सब्जियों को मिलाकर इसे ज्यादा पौष्टिक और स्वादिष्ट बना सकते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में मिनरल, विटामिन और पोषक तत्व होते हैं। इसमें अंकुरित मूंग, चना आदि का इस्तेमाल होता है। प्याज सलाद: कच्चे प्याज में सल्फर तत्व और जरूरी विटामिन होते हैं, जो शरीर के सारे रोगों को दूर करते हैं। कच्चे प्याज को सैंडविच, सलाद या फिर चाट आदि में ऊपर से डाल कर खा सकते हैं। इसमें मौजूद रेशा पेट के अंदर के चिपके हुए भोजन को निकालता है। कब कैसा सलाद दोपहर के वक्त सलाद
दोपहर के खाने में यदि आप सिर्फ सलाद खाना शुरू कर दें तो इससे बहुत फायदे हैं। इसके साथ आप नींबू पानी, थोड़ी-सी दही भी ले सकते हैं। इस तरह का हल्का भोजन दोपहर में लेने से आप चुस्त तो रहेंगे, अपना मोटापा भी रोक सकेंगे और आपकी त्वचा पर भी बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा। डिनर सलाद
इसे मेन कोर्स सलाद भी कहा जाता है। अपने स्वाद के अनुसार कुछ रंग-बिरंगी सब्जियों से ड्रेसिंग की जा सकती है। अगर आप चिकन सलाद के शौकीन हैं तो फ्राइड चिकन की जगह ग्रिल्ड चिकन का इस्तेमाल करें। इसमें ग्रिल्ड और फ्राइड चिकन और सी फूड भी होते हैं।
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