भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने पूर्व
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की महत्वाकांक्षी स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
की तर्ज पर रविवार को देश को बुलेट
ट्रेन चतुर्भुज देने का वादा किया।
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मोदी ने अपने ओजपूर्ण वक्तव्य में कहा कि आजादी के 75 साल होने जा रहे हैं और इस डायमंड जुबली के अवसर पर जिस तरह अटल जी ने स्वर्णिम चतुर्भुज देकर राष्ट्र के विकास का मार्ग प्रशस्त किया था, वैसे ही हमें बुलेट ट्रेन का स्वर्णिम चतुर्भुज बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वर्णिम चतुर्भुज बनाने पर जिस तरह भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल गया था, वैसे बुलेट ट्रेन स्वर्णिम चतुर्भुज बनाने पर दुनिया हमें नयी नजर से देखेगी। मोदी ने कहा कि जापान में बुलेट ट्रेन की शुरुआत होने पर उसके प्रति दुनिया का नजरिया बदल गया था और अब चीन ने वैसा कर दिखाया है तो हम क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने अपनी इस परिकल्पना को बयां करते हुए कहा कि भारत के चारों कोनों को जोड़ने वाली बुलेट ट्रेन शुरू क्यों नहीं हो सकती। उनका कहना था कि हमारे यहां जो रेलवे का जाल है उसे उन्नत करके ही यह लक्ष्य पाया जा सकता है और आजादी की डायमंड जुबली पर देश को ऐसा तोहफा देना अच्छा रहेगा।
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मोदी ने अपने ओजपूर्ण वक्तव्य में कहा कि आजादी के 75 साल होने जा रहे हैं और इस डायमंड जुबली के अवसर पर जिस तरह अटल जी ने स्वर्णिम चतुर्भुज देकर राष्ट्र के विकास का मार्ग प्रशस्त किया था, वैसे ही हमें बुलेट ट्रेन का स्वर्णिम चतुर्भुज बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वर्णिम चतुर्भुज बनाने पर जिस तरह भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल गया था, वैसे बुलेट ट्रेन स्वर्णिम चतुर्भुज बनाने पर दुनिया हमें नयी नजर से देखेगी। मोदी ने कहा कि जापान में बुलेट ट्रेन की शुरुआत होने पर उसके प्रति दुनिया का नजरिया बदल गया था और अब चीन ने वैसा कर दिखाया है तो हम क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने अपनी इस परिकल्पना को बयां करते हुए कहा कि भारत के चारों कोनों को जोड़ने वाली बुलेट ट्रेन शुरू क्यों नहीं हो सकती। उनका कहना था कि हमारे यहां जो रेलवे का जाल है उसे उन्नत करके ही यह लक्ष्य पाया जा सकता है और आजादी की डायमंड जुबली पर देश को ऐसा तोहफा देना अच्छा रहेगा।
No comments:
Post a Comment