Wednesday, 17 July 2013

मिड-डे-मील हादसा...बीमार बच्चों को दिल्ली भेजने की मांग

Image Loadingबिहार में सारण जिले के मशरक प्रखंड में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धरमसती, डंडामन में मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने के कारण बीमार हुए बच्चों में से 22 की मौत हो गई है। छपरा में बुधवार को घटना से आक्रोशित लोगों ने एक पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। लोग सड़कों पर उतर कर हंगामा कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पटना मेडिकल कॉलेज में भर्ती बीमार बच्चों का हालचाल लिया और उचित इलाज के लिए सभी बच्चों को दिल्ली भेजने की मांग की। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक मध्याह्न् भोजन खाने के कारण अब तक 22 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि अभी भी 35 से ज्यादा बच्चों बीमार हैं। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा कि विभाग पूरे मामले की जांच करा रहा है, तथा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस के अनुसार घटना से आक्रोशित लोग सुबह से ही छपरा की सड़कों पर उतर आए हैं। भीड़ ने कई दुकानों को निशाना बनाया और इसमें तोड़फोड़ की। इस दौरान पुलिस की एक बस भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राजद ने बुधवार को सारण बंद की घोषणा की है। नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार दोपहर में बच्चों को मध्याह्न् भोजन कराया गया था। भोजन खाने के बाद करीब सभी बच्चों को उल्टी और पेट दर्द शुरू हो गया। मध्याह्न् भोजन में सब्जी और भात बनाया गया था। मशरक थाने में इस मामले की एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें प्रधानाध्यापक सहित कई लोगों को आरोपी बनाया गया है।  राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पीएमसीएच पहुंचकर बीमार बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने अस्पताल परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार सरकार को अब राज्य के लोगों से कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पीडिम्त बच्चों को तत्काल उचित इलाज के लिए विशेष विमान से दिल्ली भेजा जाना चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए पूरे मामले की जांच प्रमंडलीय आयुक्त और प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक से कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। भाजपा नेता और पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री को दोषी बताया और उन्हें अक्षम मुख्यमंत्री कहा। उन्होंने कहा कि घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए बतौर मुआवजा देने की मांग की। उल्लेखनीय है कि राज्य में करीब 72,000 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन योजना लागू है।

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