Airoplae Accident |
होटल में ठहरे एंथनी कैस्तोरानी ने बताया, 'मैंने तेज आवाज सुनी और इसके बाद विमान के निचले हिस्से में आग का एक बड़ा गोला उठते देखा। विमान ने हवा में उठने की कोशिश की, लेकिन कलाबाजियां खाता हुआ वह नीचे आ गिरा और उसकी बाई तरफ का डैना व पिछला हिस्सा अलग हो गया। इसके बाद विमान जमीन से टकराया और उसका दूसरा डैना भी टूट गया।
फैडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन स्पोक्सविमिन लौरा ब्राउन ने बताया कि फ्लाइट 214 रनवे 25 पर लैंडिंग के वक्त क्रैश हुआ। यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो में विमान से धुंआ दिख रहा है। यात्री इसके बाद आपातकालीन दरवाजे से बाहर आए।
हादसे के बाद विमान का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह बर्बाद हो गया। विमान की पीछे का हिस्सा भी अलग हो गया। एक इंजन संभवत: टूट गया। विमान के हिस्से रनवे पर बिखरे दिखाई दिए। आपातकालीन टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत का काम संभाला।
इस बीच, दक्षिण कोरिया में भारतीय राजदूत विष्णु प्रकाश ने बताया कि विमान में तीन भारतीय सवार थे। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, एशियाना एसएफओ पर दुर्घटनाग्रस्त: 3 भारतीय भी सवार। 1 को कॉलर बोन फ्रैक्चर, अन्य मामूली रूप से घायल। काश, एशियाना पूरी जानकारी दे पाता। वहीं, एशियाना एयरलाइन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार विमान में अमेरिका के 61, साउथ कोरिया के 77, चीन के 114 और जापान के एकनागरिक समेत अन्य देशों के यात्री सवार थे।
सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है बोइंग 777
एशियाना दक्षिण कोरिया की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन है। दो इंजन वाला बोइंग 777 विश्व का सबसे लोकप्रिय लंबी दूरी वाला विमान है। इसे अधिकतर 12 या इससे अधिक घंटे की दूरी के सफर पर इस्तेमाल किया जाता है। एयरलाइन की वेबसाइट पर बोइंग 777 के एक बार में 246 से 300 यात्रियों को ले जाने की क्षमता के बारे में बताया गया है। बोइंग 777 विश्व के सर्वाधिक सुरक्षित विमानों में शामिल है। पिछले बीस साल से इसने विश्व विमान उद्योग में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह विमान अभी तक 50 लाख से अधिक बार सुरक्षित उड़ान भर चुका है।
हमारा बचना चमत्कार से कम नहीं
बोइंग 777 पर सवार भारतीयों को हादसे में अपना बचना एक चमत्कार से कम नजर नहीं आ रहा है। हादसे में अपने परिजनों के साथ सुरक्षित बचे वेदपाल सिंह ने कहा कि हमें हादसे से पूर्व कोई सूचना नहीं दी गई थी। हादसे को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विमान में 307 लोग सवार थे। हादसे में हमारा बचना किसी चमत्कार से कम नहीं था।
विमान में आग लगने से विचलित सिंह ने कहा कि हमें लग रहा था कि कुछ बहुत गलत हो रहा है। परंतु पायलट या क्रू मेंबरों द्वारा हमें कोई पूर्व चेतावनी नहीं दी गई। सिंह अपने परिजनों के साथ विमान के मध्य में बैठे थे। हादसे में उनके कॉलर बोन में फ्रैक्चर समेत हल्की चोटें आई हैं। सिंह के 15 वर्षीय बेटे ने बताया कि हादसे के दौरान सामान यात्रियों के ऊपर गिर गया।
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