Sunday, 8 September 2013

दीपिका करती रहेंगी ये जवानी जैसी सफल फिल्में

Deepika padukoneनई दिल्ली। दीपिका पादुकोण खुश हैं और इसकी वजह है कि उन्होंने सफल फिल्मों की हैट्रिक लगाई है। अब वे शाहरुख खान के साथ 'चेन्नई एक्सप्रेस' में दिखेंगी। सफल फिल्मों की हैट्रिक लगाने के बाद दीपिका पादुकोण बेहद खुश हैं। उनके पास ऑफर की भरमार है और वे अपने मिजाज के प्रोजेक्ट स्वीकार कर रही हैं। उनकी आने वाली अगली फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' है। उसमें उनके संग शाहरुख खान हैं। दीपिका कहती हैं, 'यह अलग किस्म की कॉमेडी फिल्म है। 'हाउसफुल' के मुकाबले इसमें मैं अलग रूप में नजर आऊंगी। लोगों को मेरी कॉमिक टाइमिंग का पता चलेगा। 'राम लीला' में मेरा इंटेंस रोल है। दोनों में काफी विविधता है। मैं खुश हूं कि हर फिल्म के साथ मैं खुद को अलग रूप में पेश कर पा रही हूं। सवाल जहां तक ऑफबीट फिल्मों का है तो मैंने उस बारे में सोचा नहीं है। अभी मैं 'बर्फी' और 'कहानी' जैसी फिल्में करूंगी कि नहीं, कह नहीं सकती। हां, 'कॉकटेल' और 'ये जवानी है दीवानी' जैसी फिल्में आगे भी करती रहूंगी। इनमें मैं खुद को सहज पाती हूं और दर्शकों को मेरा वह लुक भाता है। 'ये जवानी.' में नैना के गेटअप को लेकर मैं थोड़ी डरी हुई थी, क्योंकि मैं पहली बार नॉन-ग्लैमरस अंदाज में थी। फिल्म के निर्देशक अयान मुखर्जी और साथी कलाकार रणबीर कपूर ने मेरी हिम्मत बढ़ाई और मैं नैना के किरदार के साथ न्याय कर सकी। आगे भी मैं अपने रोल के साथ प्रयोग करना चाहती हूं, लेकिन संभलकर। मैं जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहती।
बनना है महंगा सितारा
फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'कहानी' ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी के करियर को भरपूर गति प्रदान की हैं। वे खुश हैं पर संतुष्ट नहीं। सत्रह साल की लंबी जद्दोजेहद के बाद अब उनकी नजर इंडस्ट्री में सबसे महंगे सितारे बनने पर आ गई है। वे हाल ही में कॉन फिल्म फेस्टिवल से लौटे हैं। वहां उनकी तीन फिल्में 'बॉम्बे टॉकीज', 'लंचबॉक्स' और 'मॉनसून शूटआउट' प्रदर्शित हुई। वे बताते हैं, 'फिल्म 'मॉनसून शूटआउट' को लोगों की कमाल की प्रतिक्रिया मिली। उस फिल्म को वहां आधी रात में दिखाया गया, पर सिनेमा हॉल दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। दर्शकों ने लगातार दस मिनट तक तालियां बजाकर फिल्म के प्रति अपना प्यार प्रकट किया। आज मैं देश-विदेश में जाना-माना और पहचाना नाम बन चुका हूं। अब मेरी ख्वाहिश है कि मैं इंडस्ट्री का सबसे महंगा सितारा बनूं। हिंदी फिल्मों में वह दिन स्वर्णाक्षरों से अंकित होगा, जब किसी ऐक्टर को स्टार से ज्यादा प्राइस मिले। मेरे ख्याल से उस तरह का माहौल बन रहा है। लोगों को इंटेलिजेंट सिनेमा भाने लगा है। रणबीर कपूर जैसे स्टार उस तरह की फिल्मों का हिस्सा बन रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि अब से दस साल बाद लोगों को माइंडलेस मसाला फिल्में पसंद आएंगी। उस स्थिति में डिजर्व करने वाले कलाकारों की ही पूछ होगी और वह सबसे पारदर्शी प्रक्रिया होगी।'
पापा के कहने पर की 'जंजीर'
तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार राम चरन बीते जमाने की सुपरहिट फिल्म 'जंजीर' के सीक्वल के हीरो हैं। उस 'जंजीर' ने हिंदी सिनेमा को सदी का महानायक अमिताभ बच्चन दिया। नई 'जंजीर' जावेद अख्तर-सलीम से विवाद निपटाकर क्या गुल खिलाती है, वह देखने वाली बात होगी। बहरहाल फिल्म के निर्माता-निर्देशक और कलाकारों को फिल्म रिलीज होने का पूरा भरोसा है। नई फिल्म पुरानी की तरह इतिहास रचेगी, उसका भी वे दम भरते हैं। बहरहाल, फिल्म में इंस्पेक्टर विजय वाली भूमिका निभाने वाले राम चरन कहते हैं कि उन्होंने अपने पिता चिरंजीवी के कहने पर यह फिल्म साइन की। उनके मुताबिक, 'मैं फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर डर गया था। मुझे खुद पर यकीन नहीं हुआ कि मैं उस फिल्म में हीरो की भूमिका निभा सकता हूं। डेढ़ साल पहले की बात है। फिल्म के निर्देशक अपूर्व लाखिया की टीम से मुझे फोन आया। वे मुझे मेरी फिल्म 'मगाधीरा' में मुझे देख चुके थे। अपूर्व ने कहा कि इंस्पेक्टर विजय वाली भूमिका तुम निभाओगे। मैं उनकी बात सुनते ही डर गया। मैं बड़ी मुश्किल से चिरंजीवी जैसे सुपरस्टार के बेटे से दर्शकों की अपेक्षाओं के दबाव से बाहर निकल पाया था। अब दोबारा बिग बी वाली भूमिका को हां कर मैं फिर से अपने ऊपर दबाव नहीं लेना चाहता था। लिहाजा मैं अपूर्व से कुछ दिनों की मोहलत लेकर घर आ गया। मैंने पापा से कहा कि मैं 'जंजीर' नहीं कर सकता, तो पापा ने मुझे समझाया। उन्होंने मुझसे कहा कि किसी भी स्क्रिप्ट को महज इसलिए नहीं छोड़ते कि तुम उससे डरते हो। वह स्क्रिप्ट छोड़ने लायक होती है, जो तुम्हें पसंद न आए। बाकी सब स्वीकार करना चाहिए। जिससे डर लग रहा हो, उसे तो चुनौती के तौर पर अवश्य स्वीकारना चाहिए। पापा की बातों पर मुझ पर असर हुआ और मैंने उस भूमिका के लिए हां कह दिया।'

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