उन्होंने बताया कि दसवां धमाका महाबोधि मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित बैजू बिगहा गांव में सड़क किनारे मौजूद एक विद्युत ट्रांसफर्मर ने नीचे हुआ था। बैजू बिगहा गांव से कल एक बम बरामद हुआ था और उस स्थल के निरीक्षण करने के दौरान आज वहां दसवें बम धमाके के बारे में पता चला। घटनास्थल पर विस्फोट के बाद बम के टुकडे पाए गए।
महाबोधि मंदिर परिसर और उसके पास हुए कल नौ सिलसिलेवार बम धमाके के बारे में पता चला था। इसमें चार मंदिर परिसर के भीतर, एक बम धमाका मंदिर परिसर से कुछ दूरी पर स्थित भगवान बुद्ध की 80 फुट की प्रतिमा के पास और दो बम धमाके करमापा के निवास स्थान के पास हुए थे। वहां स्थित बच्चों के एक स्कूल की कक्षा के पीछे हुए थे। इन धमाकों में दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गए थे। बैजू बिगहा गांव स्थित रॉयल रेसिडेंसी होटल के पास से बरामद एक बम, भगवान बुद्ध की 80 फुट की प्रतिमा के पास से बरामद एक बम तथा स्कूल के पास मौजूद मैदान से बरामद एक बम को कल ही निष्क्रिय कर दिया गया था। अभयानंद ने बताया कि गया जिले के बाराचटटी थाना निवासी विनोद मिस्त्री नामक एक व्यक्ति का पहचान पत्र मंदिर परिसर में विस्फोट स्थल से बरामद हुआ था और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। महाबोधि मंदिर में सिलसिलेवार विस्फोट में इस्तेमाल किए बमों की प्रकति के बारे में पूछे जाने पर बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि नमूनों की जांच में अमोनियम नाईट्रेट रसायन के इस्तेमाल की पुष्टि हो चुकी है। एनआईए की टीम द्वारा इस मामले के अपने हाथ में लिए जाने के बारे में पूछे जाने पर अभयानंद ने कहा कि एनआईए की टीम मामले की जांच राज्य सरकार के साथ मिलकर कर रही है। बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि महाबोधि मंदिर में बिहार पुलिस द्वारा सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था फिलहाल कर दी गई है और मंदिर परिसर की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले किए जाने के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव बनाकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रीय गृह मंत्रालय को बिहार सरकार की ओर से इस विस्फोट को लेकर रिपोर्ट सौंपी गई है, सुबहानी ने बताया कि इस घटना की पल-पल की जानकारी उन्हें दूरभाष पर दी गई है।
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