viratn kohli on spot |
चैंपियन्स ट्रॉफी विजेता भारतीय टीम ने खराब शरुआत के बाद जिस उलटफेर के साथ फाइनल का टिकट कटाया है, उससे साफ है कि वह एक विश्व विजयी टीम है। शरुआती मुकाबले हारने के बाद एक बार तो सभी को लग रहा था कि भारतीय खिलाड़ी थके हुए हैं, लेकिन श्रीलंका को 81 रनों के भारी अंतर से हराकर अंकतालिका में सर्वाधिक 10 अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंचने के साथ ही फाइनल में जगह बनाकर टीम ब्लू ने खुद को बाखूबी साबित किया है।
महेंद्र सिंह धौनी चोट के कारण भले ही बाहर हों, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में कप्तानी संभाल रहे विराट कोहली ने साबित कर दिया है कि वह यह जिम्मेदारी संभालने में सक्षम हैं। विराट के नेतृत्व में टीम ने श्रीलंका के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में जिस अंदाज में वापसी की उससे साफ है कि फाइनल मुकाबले में भी यह ऑलराउंड टीम बिल्कुल इसी अंदाज में एक बार फिर जीत दर्ज कर सकेगी।
मेजबान वेस्टइंडीज को उसी की जमीन पर हो रही त्रिकोणीय सीरीज से बाहर का रास्ता दिखाने वाली टीम इंडिया को गरुवार को पोर्ट ऑफ स्पेन में श्रीलंका के खिलाफ अपने पिछले कमाल को दोहराना होगा।
टीम ने अपनी पिछली गलतियों से सीखते हुए खेल के सभी विभागों में व्यापक सुधार किया है। पिछले मैच में श्रीलंकाई बल्लेबाजों को पस्त करने वाले गेंदबाजों का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा था। पिछले मुकाबले में सभी गेंदबाज सफल साबित हुए थे और खासतौर पर युवा गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने मात्र आठ रन पर चार विकेट लेकर जिस प्रदर्शन का परिचय दिया था उससे तो साफ है कि युवाओं ने टीम को संभाल लिया है।
भुवनेश्वर से फाइनल में भी इसी तरह के मुकाबले की उम्मीद रहेगी। इसके अलावा टीम के पास ईशांत शर्मा, उमेश यादव, रविचंद्रन अश्विन, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा सरीखे बेहतरीन गेंदबाज हैं और फाइनल मुकाबले में भी गेंदबाजों की भूमिका मैच में अहम साबित होगी।
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