Bomb Blast in Bodhgya |
महाबोधि मंदिर और यहां स्थित बोधि वक्ष को सुबह सुबह हुए इन विस्फोटों से कोई क्षति नहीं पहुंची। इस मंदिर में श्रीलंका, चीन, जापान और वियतनाम से बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आते हैं। मगध प्रमंडल के पुलिस उप महानिरीक्षक नैयर हसनैन खान ने बताया इन धमाकों में से चार महाबोधि मंदिर परिसर में, 3 धमाके करमापा मठ में, एक धमाका भगवान बुद्ध की 80 फुट ऊंची मूर्ति के समीप और एक धमाका बाइपास के करीब बस स्टैंड पर हुआ। उन्होंने बताया कि ये विस्फोट सुबह 5 बजे कर 30 मिनट से पांच बज कर 58 मिनट के बीच हुए। नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने बताया कि बिहार स्थित प्रख्यात महाबोधि मंदिर के अंदर और बाहर हुए ये विस्फोट आतंकी हमला था और इनकी जांच के लिए एनआईए तथा एनएसजी के दल भेजे गए हैं। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इन विस्फोटों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों पर ऐसे हमलों को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमलों की निंदा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौके का दौरा किया और मंदिर की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तैनात किए जाने की मांग की। नीतीश ने कहा कि श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए, क्योंकि षडयंत्रकारियों ने करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र को, उनमें दहशत फैलाने के उद्देश्य से निशाना बनाया है। महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य अरविंद सिंह ने बताया कि विस्फोट में दो बौद्ध भिक्षु घायल हुए हैं जिनमें से एक म्यामां का और दूसरा तिब्बत का है। इन दोनों को मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सिंह ने बताया कि एक बम भगवान बुद्ध की 80 फुट उंची प्रतिमा के समीप और एक बम बस स्टैंड पर पड़ा मिला जिन्हें निष्क्रिय कर दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, एस के भारद्वाज ने विस्फोट की प्रकति के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वे कम तीव्रता वाले टाइम बम थे। उन्होंने कहा कि हमें छह सात महीनों पहले सूचना मिली थी कि महाबोधि मंदिर में आतंकवादी हमला हो सकता है। इसके बाद हमने यहां सुरक्षा बढ़ा दी थी और अतिरिक्त बलों को तैनात किया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के अनुसार, बोध गया मंदिर में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था केवल मंदिर के बाहर थी, जबकि अंदर की सुरक्षा व्यवस्था मंदिर के ट्रस्ट के अधिकारियों के जिम्मे है। उन्होंने बताया महाबोधि मंदिर का गर्भगह यथावत है। मंदिर परिसर की सफाई कर दी गई है। बोधगया समिति के एक अधिकारी ने बताया कि मंदिर परिसर के भीतर चार विस्फोट हुए। सौभाग्य से बोधि वक्ष और मुख्य मंदिर के ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पहला विस्फोट बोधि वक्ष के निकट हुआ जिससे एक मेज उड़ गई और इससे दो लोग घायल हो गए। मुझे लगता है कि दूसरा विस्फोट उस स्थान के भीतर हुआ जहां किताबें रखी हुई थीं। इसके कारण फर्नीचर नष्ट हो गया, लेकिन स्मारक चिन्हों या प्रतिमाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इन खबरों के बाद कि केंद्रीय एजेंसियों ने हमले के बारे में राज्य को चेतावनी और कुछ विशेष खुफिया सूचनाएं दी थीं, भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र तथा बिहार सरकार को आतंकी हमला टालने के लिए कदम उठाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा यह एक गंभीर मुद्दा है कि केंद्रीय एजेंसियों ने हमले के बारे में चेतावनी और विशेष खुफिया सूचनाएं दी थीं फिर भी राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा के समुचित इंतजाम नहीं किए गए। केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले टालने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव और कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी अजय माकन ने कहा हम बोध गया में हुए इस भयावह हमले की निंदा करते हैं। मैं राज्य सरकार और अन्य एजेंसियों से आग्रह करता हूं कि वे दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के दायरे में लाएं। हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी करते हैं। गया से करीब 10 किलोमीटर दूर और पटना से 100 किलोमीटर दूर स्थित बोधगया बौद्ध मंदिर विश्व प्रसिद्ध है। भगवान बुध को इसी मंदिर परिसर में लगे महाबोधि वक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
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