कोटा. राजस्थान में अनेकों प्रेम कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन
उनमे से कुछ ही ऐसी है जो इतिहास के पन्नों पर अपना नाम लिखवाने में सफल हो
पाई। ऐसी ही एक कहानी है मारवाड़ के एक वैश्या की बेटी की जिसने राजा के
आदेश की अवहेलना की। उसे अपने प्रेम में इतना विश्वास था कि उसने सजा की
पर
वाह किए बिना राजा के प्रेम का प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
dainikbhaskar.com ‘राजस्थान की प्रेम कहानियां’ सीरीज में ऐसी ही
कई कहानियां लेकर आया है जिन्हें पढ़कर आप भी अचंभित रह जाएंगे। आज की कड़ी
में हम आपको बता रहे हैं...
ये प्रेम कहानी पूरे राजस्थान में बहुत मशहूर है। गुजरात के बादशाह
महमूद शाह का दिल मारवाड़ से आई जवाहर पातुर की बेटी कंवल पर आ गया। उसने
कवंल को समझाने की कोशिश की और कहा, " मेरी बात मान ले, मेरी रखैल बन जा।
मैं तुझे दो लाख रूपये सालाना की जागीर दे दूंगा और तेरे सामने पड़े ये
हीरे-जवाहरात भी तेरे। जिद मत कर मेरा कहना मान और मेरी रखैल बनना स्वीकार
करले। इतना कहकर राजा ने हीरों का हार कंवल के गले में पहनाने की कोशिश की।
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