Monday 26 May 2014

सोचा नहीं था 14.3 ओवर में स्कोर बराबर हो जायेगा: रोहित

सोचा नहीं था 14.3 ओवर में स्कोर बराबर हो जायेगा: रोहितराजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पांच विकेट से चमत्कारिक जीत दर्ज करके प्ले आफ के लिये क्वालीफाई करने के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम को लक्ष्य का पीछा करने का यकीन था लेकिन यह नहीं सोचा था कि स्कोर 15 ओवर के भीतर बराबर हो जायेगा.
शर्मा ने कहा,‘‘जब रायुडू रन आउट हुआ जब 14.3 ओवर में स्कोर बराबर था. हमें पता नहीं था कि किसने क्वालीफाई किया. हमें पता नहीं था कि मैच 14.3 ओवर में टाई हो सकता है. हम 14 या 14.2 ओवर में जीतना चाहते थे लेकिन हमने सोचा नहीं था कि यह 14.3 ओवर में टाई हो जायेगा.’’

उन्होंने कहा,‘‘बड़ी स्क्रीन पर फ्लैश हो रहा था लेकिन मैं उसे देख नहीं रहा था. हमारे विशेषज्ञ लगातार गणना कर रहे थे और हमें पता था कि राजस्थान के रनरेट से आगे निकलने के लिये हमें अगली गेंद पर चौका लगाना होगा.’’
आदित्य तारे ने राजस्थान के तेज गेंदबाज जेम्स फाकनेर को छक्का लगाकर यह लक्ष्य हासिल किया.

शर्मा ने इस जीत को मुंबई के लोगों को समर्पित करते हुए कहा कि कुछ भी असंभव नहीं है.

रोहित ने कहा, ‘‘मेरे दिल की धड़कन कम होने में थोड़ा समय लगेगा. कुछ भी असंभव नहीं है. ऐसा प्रदर्शन हर दिन नहीं होता. यह जीत मुंबई के लोगों के लिये है. यह शानदार जीत थी.’’

उन्होंने मैन आफ द मैच कोरी एंडरसन, अम्बाती रायुडू और आदित्य तारे की प्रशंसा की. रोहित ने कहा, ‘‘एंडरसन विसीय था. रायुडू ने भी अच्छा योगदान दिया और आदित्य तारे लाजवाब रहा.’’

एंडरसन ने अपनी नाबाद 95 रन की पारी में छह छक्के और नौ चौके जड़े जिससे मुंबई इंडियंस ने 190 रन का लक्ष्य महज 14.4 ओवर में हासिल कर लिया.

उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते थे कि हमारे सामने क्या लक्ष्य था, हमें इसे हासिल करना था. हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं था और हम जानते थे कि हमने जल्द ही इसे अपने पक्ष में कर लिया. हम चैम्पियंस लीग में भी ऐसी ही स्थिति में थे इसलिये हमें खुद पर भरोसा था. अब केवल अच्छी चीजें ही आनी बाकी हैं.’’

एंडरसन ने कहा, ‘‘हम जानते थे कि हमें क्या चाहिए. मैं खुश हूं कि मैं कुछ योगदान कर सका. रायुडू भी क्रीज पर आये और आक्रामक हो गये और अंतिम गेंद में आदित्य तारे ने अच्छा किया.’’

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ने कहा, ‘‘बात यह है कि जब आप चीजें पेचीदा कर लेते हो तो आप मुश्किल में पड़ जाते हो. लोगों ने महसूस करना शुरू कर दिया कि हमारे पास मौका है और मैं अंत तक क्रीज पर डटे रहना चाहता था. इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता था. मुंबई के दर्शक अविश्वसनीय हैं. मुझे अब यहां घरेलू अहसास होता है.’’

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