कांग्रेस नेता शकील अहमद ने सोमवार को नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए
सवा
ल किया कि क्या वह आम आदमी पार्टी (आप) के उदय से घबराए हुए हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और पार्टी के दिल्ली प्रभारी शकील अहमद ने ट्विटर पर लिखा, ''कांग्रेस को लेकर मोदी की आलोचना तो समझ में आती है, लेकिन अब तो वह आप की भी आलोचना करने लगे हैं। क्या सचमुच वह आप के उदय से घबराए हुए हैं।'' मोदी ने रविवार को गोवा में आयोजित रैली में आप पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि जनता खुद फैसला करे कि उसे टीवी पर दिखने वाले चेहरे की जरूरत है या वह लोगों के बीच रहकर उनका नेतृत्व करने वाला नेता चाहती है। आप ने पिछले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई और भाजपा के सरकार गठन से इंकार करने के बाद स्वयं सरकार बनाने का निर्णय लिया। एक अन्य कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी द्वारा पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन पर की गई टिप्पणी के लिए मोदी की आलोचना की। दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा, ''मोदी द्वारा जयंती नटराजन पर की गई घटिया टिप्पणी की निंदा की जानी चाहिए। उन्हें सिर्फ गालियां आती हैं, उनका अपना कोई विचार नहीं है।'' मोदी ने रैली में जयंती नटराजन की आलोचना करते हुए कहा था कि पर्यावरण मंत्रालय में 'जयंती टैक्स' दिए बिना कोई फाइल आगे नहीं बढ़ी। मोदी ने कल आप की आलोचना करते हुए पूछा था कि क्या सिर्फ टेलीविजन के स्क्रीन पर दिखाई देकर अच्छा बना जा सकता है या जमीन पर रचनात्मक विजन से। गोवा में एक रैली को संबोधित करने के बाद मोदी ने ट्वीट किया, लोगों को यह फैसला करना होगा-क्या लगातार टेलीविजन पर दिखाई देना अच्छा होता है या जमीन पर रचनात्मक और विकास आधारित विजन होना।
मोदी ने कहा कि कुछ लोग भाजपा की क्षमता पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस के संरक्षक हमपर उंगली उठा रहे हैं। इससे पहले आप ने भाजपा की क्षमता पर सवाल उठाया था। भाजपा और आप में शब्दों की जंग विपक्षी पार्टी को यह एहसास होने के बाद बढ़ गई है कि केजरीवाल का उदभव लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बजाय भाजपा को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और पार्टी के दिल्ली प्रभारी शकील अहमद ने ट्विटर पर लिखा, ''कांग्रेस को लेकर मोदी की आलोचना तो समझ में आती है, लेकिन अब तो वह आप की भी आलोचना करने लगे हैं। क्या सचमुच वह आप के उदय से घबराए हुए हैं।'' मोदी ने रविवार को गोवा में आयोजित रैली में आप पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि जनता खुद फैसला करे कि उसे टीवी पर दिखने वाले चेहरे की जरूरत है या वह लोगों के बीच रहकर उनका नेतृत्व करने वाला नेता चाहती है। आप ने पिछले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई और भाजपा के सरकार गठन से इंकार करने के बाद स्वयं सरकार बनाने का निर्णय लिया। एक अन्य कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी द्वारा पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन पर की गई टिप्पणी के लिए मोदी की आलोचना की। दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा, ''मोदी द्वारा जयंती नटराजन पर की गई घटिया टिप्पणी की निंदा की जानी चाहिए। उन्हें सिर्फ गालियां आती हैं, उनका अपना कोई विचार नहीं है।'' मोदी ने रैली में जयंती नटराजन की आलोचना करते हुए कहा था कि पर्यावरण मंत्रालय में 'जयंती टैक्स' दिए बिना कोई फाइल आगे नहीं बढ़ी। मोदी ने कल आप की आलोचना करते हुए पूछा था कि क्या सिर्फ टेलीविजन के स्क्रीन पर दिखाई देकर अच्छा बना जा सकता है या जमीन पर रचनात्मक विजन से। गोवा में एक रैली को संबोधित करने के बाद मोदी ने ट्वीट किया, लोगों को यह फैसला करना होगा-क्या लगातार टेलीविजन पर दिखाई देना अच्छा होता है या जमीन पर रचनात्मक और विकास आधारित विजन होना।
मोदी ने कहा कि कुछ लोग भाजपा की क्षमता पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस के संरक्षक हमपर उंगली उठा रहे हैं। इससे पहले आप ने भाजपा की क्षमता पर सवाल उठाया था। भाजपा और आप में शब्दों की जंग विपक्षी पार्टी को यह एहसास होने के बाद बढ़ गई है कि केजरीवाल का उदभव लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बजाय भाजपा को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
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