चंडीगढ़. ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर दूसरी शादी करने और दूसरी शादी से रजत नाम का एक बेटा होने का आरोप लगाया। इनेलो नेता ने यह मामला सोमवार को विधानसभा की प्रेस गैलरी में उठाया। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दूसरी पत्नी शशि देहरादून की हैं। उन्होंने परिवार अदालत के प्रधान न्यायाधीश के समक्ष हिंदू विवाह अधिनियम के अंतर्गत यह मामला दायर किया। यह मामला दिसंबर 2013 में दायर किया गया था। इनेलो ने कुछ दस्तावेज जारी किए। इसमें दावा किया कि यह दस्तावेज शशि ने देहरादून की अदालत में अपने केस के साथ दिए थे।
विपक्षी दल के इन आरोपों का मुख्यमंत्री ने सीधे जवाब नहीं दिया। उनकी तरफ से रोहतक के विधायक बीबी बतरा आगे आए। बतरा ने कहा कि इस महिला ने अदालत में 17 दिसंबर को याचिका दायर की थी। एक जनवरी को जैसे ही अदालत खुली, महिला ने याचिका वापस ले ली। इस तरह से यह मामला खत्म हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि महिला विपक्ष के इशारे पर काम कर रही है।
इन आरोपों में कोई दम भी नहीं है। बतरा इन सवालों के जवाब नहीं दे पाए कि क्या सीएम और महिला के संबंध रहे हैं? क्या सीएम महिला को जानते हैं? अब महिला कहां है? दूसरी तरफ महिला की तरफ से देहरादून कोर्ट में याचिका दायर करने वाले एडवोकेट जेडी जैन से जब भास्कर ने संपर्क किया तो उन्होंने मामले से कोई लेना-देना न होने की बात कही।
राजनीति में आगे बढ़ाने को प्रेरित किया और बनाए संबंध: कोर्ट में दायर याचिका में भूपेंद्र सिंह पुत्र रणबीर सिंह का पता कोठी नंबर 9 श्रीपंत रोड नई दिल्ली और मातु राम भवन मॉडल टाउन रोहतक दिए गए हैं। महिला की तरफ से बयान था कि वह 1988-89 में युवा कांग्रेस सदस्य थीं।
उस समय भूपेंद्र विपक्षी के वरिष्ठ नेता थे। भूपेंद्र सिंह से उसका परिचय हुआ तो उसने शशि को राजनीति में आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया और मिलना-जुलना शुरू किया। एक दिन भूपेंद्र सिंह ने शशि को नई दिल्ली के जनपथ होटल में बुलाकर उससे विवाह करने का वायदा किया और उसे अपने प्रभाव में लेकर उसके साथ संबंध बनाए।
राजनीतिक भविष्य का वास्ता दे कराया चुप
शशि ने अदालत दायर शपथ पत्र में कहा कि उसने भूपेंद्र सिंह से इस धोखाधड़ी की बात की। तब उसने अपने राजनीतिक भविष्य का वास्ता दिया और यह भी कहा कि आशा से उसका तलाक होने वाला है। कुछ समय बाद शशि से शादी कर लेगा। बाद में भूपेंद्र सिंह ने शशि के घरवालों पर दबाव डालकर उसका विवाह किसी अन्य व्यक्ति के साथ करा दिया। लेकिन बाद में उस व्यक्ति ने शशि का परित्याग कर दिया। शशि ने कहा कि उसने भूपेंद्र सिंह से कहा कि वह लगातार उसका यौन शोषण कर रहा है, लेकिन उसे अपना नाम नहीं दे रहा तो भूपेंद्र ने बताया कि रीति-रिवाज के अनुसार उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया है, लेकिन वह इस बात को सार्वजनिक नहीं कर सकता है।
दो साल पहले बिगड़ी बात
शपथ पत्र में बताया कि दो साल पहले भूपेंद्र ने उसे यह कहकर अपमानित किया कि वह उसकी रखैल बनने लायक भी नहीं है। रजत उसका पुत्र नहीं है, व उसे धक्के देकर कोठी से निकाल दिया। उसने यह भी आरोप लगाया कि आशा हुड्डा व उनके बेटे ने उसे धमकियां दी, और उनकी हालत भंवरी देवी जैसा करने की चेतावनी दी। इससे भयभीत होकर वह अपने बेटे के साथ अजमेर (राजस्थान) चली गई और बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर अब देहरादून में रह रही है।
1992 में की थी
11 नवंबर, 1992 को भूपेंद्र सिंह ने दिल्ली में शशि के साथ बिरादरी के रीति-रिवाज के अनुसार विवाह कर लिया। अपनी शिकायत में शशि ने कहा कि भूपेंद्र सिंह ने शशि से यह भी कहा कि वह इस विवाह को सार्वजनिक न करे और वह शशि का पत्नी के रूप में और होने वाले संतान का अपनी संतान के रूप में पूरा पालन-पोषण करेगा तथा उन्हें पूरा विधिक अधिकार देगा। पहली फरवरी, 1994 को भूपेंद्र सिंह से शशि को एक पुत्र जिसका नाम रजत है, पैदा हुआ। उसके बाद भी भूपेंद्र सिंह उसे दिल्ली आवास पर अथवा मेरिडियन होटल में मिलता रहा।
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