भारतीय
जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री
रहे अशोक प्रधान ने आज सपा में शामिल होने की घोषणा की। सपा अध्यक्ष मुलायम
सिंह यादव ने यहां पार्टी मुख्यालय में प्रधान को सपा की सदस्यता दिलाई और
उन्हें राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त करने की घोषणा की।
इस
मौके पर प्रधान ने कहा कि अब बीजेपी अटल और आडवाणी वाली बीजेपी नहीं रही।
वहां सिद्धांतों को ताक पर रखकर शीर्ष सत्ता पाने के लिए संघर्ष चल रहा है।
अशोक प्रधान खुर्जा लोकसभा सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं। पिछले
लोकसभा चुनाव में उन्हें बुलंदशहर से टिकट दिया गया था, लेकिन वह हार गए
थे।
सूत्रों
के अनुसार इस बार वह हाथरस से टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी के दिग्गज
नेता कल्याण सिंह के विरोध की वजह से उन्हें टिकट नहीं मिला। सपा में शामिल
होने के बाद प्रधान ने कहा कि वह मुलायम के नेतृत्व में दलितों और किसानों
के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर मुलायम ने कहा कि लोग बीजेपी
छोड़ रहे हैं। बीजेपी में भगदड़ मची है। इसका कारण है कि भाजपा में पार्टी
पर कब्जा करने की होड़ मची है।
बीजेपी
के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि
अच्छा होता कि अशोक प्रधान और प्रेम प्रकाश तिवारी संयम का परिचय देते और
पार्टी की जीत का इंतजार करते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा
कि प्रधान और विधायक रह चुके तिवारी को टिकट नहीं मिला तो उन्हें बीजेपी
में बुराइयां नजर आ रही हैं।
प्रेम
प्रकाश तिवारी उर्फ पी.पी. तिवारी का डुमरियागंज में खासा रसूख है। वह तीन
बार बीजेपी के विधायक रहे और इस बार डुमरियागंज से लोकसभा का टिकट मांग
रहे थे, लेकिन पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आए वरिष्ठ नेता जगदंबिका पाल को
यहां से उम्मीदवार बना दिया।
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