वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को रह रह कर भारत और चीन के
छात्रों से अमेरिकी छात्रों को कड़ी चुनौती मिलने की चिंता रहती है। एक बार
फिर उन्होंने इसके प्रति अमेरिकी छात्रों को आगाह किया है। साथ ही उम्मीद
जताई कि युवा अमेरिकी उनके बराबर या उससे ज्यादा काम कर सकते हैं।
ओबामा ने सोमवार को मैरीलैंड में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,'आप सभी युवा उम्र के उस पड़ाव में पहुंच रहे हैं जहां अच्छी नौकरियों के लिए आपकी स्पर्धा सिर्फ एक शहर के नौजवानों से नहीं होगी बल्कि आपको पूरी दुनिया से स्पर्धा करनी होगी। भारत और चीन के युवा इस बात में दिलचस्पी रखते हैं कि वे कैसे इस वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था में अपने पैर जमा सकते हैं। आपकी प्रतिस्पर्धा इनके खिलाफ है। मुझे विश्वास है कि वे जो करते हैं आप वैसा या उससे ज्यादा कर सकते हैं, लेकिन हम पूर्व में किए गए काम पर संतोष जताकर ऐसा नहीं कर सकते। हमें औरों से अलग कुछ नया करना होगा। इसके लिए नए तरीके ईजाद करने होंगे।'
ओबामा ने सोमवार को मैरीलैंड में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,'आप सभी युवा उम्र के उस पड़ाव में पहुंच रहे हैं जहां अच्छी नौकरियों के लिए आपकी स्पर्धा सिर्फ एक शहर के नौजवानों से नहीं होगी बल्कि आपको पूरी दुनिया से स्पर्धा करनी होगी। भारत और चीन के युवा इस बात में दिलचस्पी रखते हैं कि वे कैसे इस वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था में अपने पैर जमा सकते हैं। आपकी प्रतिस्पर्धा इनके खिलाफ है। मुझे विश्वास है कि वे जो करते हैं आप वैसा या उससे ज्यादा कर सकते हैं, लेकिन हम पूर्व में किए गए काम पर संतोष जताकर ऐसा नहीं कर सकते। हमें औरों से अलग कुछ नया करना होगा। इसके लिए नए तरीके ईजाद करने होंगे।'
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