Monday 30 December 2013

शिविरों में बच्चों की मौत पर केंद्र ने मांगा ब्यौरा

Image Loadingउत्तर प्रदेश सरकार ने मुजफ्फरनगर में दंगा पीडितों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में बच्चों की मौत के बारे में ब्यौरा भेजने के केन्द्र के आग्रह पर अब तक कोई जवाब नहीं दिया हालांकि चार बार लगातार इस तरह का आग्रह किया गया है।
गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से चार बार कहा कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दंगा पीडितों के लिए लगाए गए राहत शिविरों में मौत का शिकार बने बच्चों की संख्या बताए, उनकी मौत की वजह बताए और यह भी बताए कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि हमने 8 दिसंबर से अब तक चार पत्र भेजे। आज ही एक पत्र भेजा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हालांकि चारों पत्रों की अनदेखी की और उसे अभी जवाब देना बाकी है। शिविरों में रहने वाले लोगों ने पिछले हफ्ते दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से शिकायत की थी कि राहत शिविरों में गर्म वस्त्रों के अभाव में ठंड से 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। बसपा ने हाल ही में संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र में लगतार ये मुद्दा उठाया और सदन की कार्यवाही बाधित की। बसपा का दावा था कि राज्य सरकार की लापरवाही की वजह से राहत शिविरों में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई है। मीडिया में भी खबरें आईं कि इन राहत शिविरों में अब तक 40 बच्चों की मौत हो चुकी है। 

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