Saturday 28 December 2013

कोई पैसे मांगे तो मना मत करना, बस, मुझे बता देना: अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मु
ख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो शपथ ली गई है, वो अरविंद केजरीवाल ने नहीं ली है, ना ही इन मंत्रियों ने नहीं ली, बल्कि यह शपथ दिल्

ली की जनता ने ली है। ये कवायद अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं थी, बल्कि भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए थी। यहां केजरीवाल की जीत नहीं हुई है, बल्कि आम आदमी की जीत हुई है। केजरीवाल ने साथ ही कहा कि पहले तो कोई काम भी रिश्वत के बिना नहीं होता था, लेकिन मैं ऐलान करता हूं, अगर आपसे कोई पैसे मांगे तो मना मत करना, उससे सेटिंग कर लेना। हम आपको दो दिन के भीतर एक फोन नंबर देंगे। आप बस उस नंबर पर तुरंत सूचना दे देना। हम सभी रिश्वत लेने वाले को रंगे हाथों पकड़वा देंगे।
एक नजर में पढ़ें शपथ ग्रहण के बाद अरविंद केजरीवाल का संबोधन
दोस्तों, बैरिकेडिंग को मत तोड़िए, बाउंड्री पर मत दौड़िए। इससे पुलिस वालों को व्यव्स्था बनाए रखने में परेशानी हो रही है। बहनों, भाइयों, माताओं, बुजुर्गो, आप सबको सबसे पहले मेरा नमस्कार, मेरा प्रणाम। दोस्तों आज बहुत ही ऐतिहासिक दिन है। आज जो शपथ ली गई है, वो अरविंद केजरीवाल ने नहीं ली, इन मंत्रियों ने नहीं ली, बल्कि दिल्ली की जनता ने ली है। ये कवायद अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं थी। यहां केजरीवाल की जीत नहीं हुई है, आम आदमी की जीत हुई है।
दिल्ली के लोगों ने इस बार विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ा काम करके दिखाया है। इस देश के लोग पूरी तरह से निराश हो चुके थे। ऐसा लग रहा था कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता है, यहां कुछ भी नहीं बदल सकता, लेकिन दिल्ली की जनता ने दिखा दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े भी जा सकते हैं और जीते भी जा सकते हैं। ये जीत दिल्ली के लोगों की जीत है। मैं ईश्वर को धन्यवाद देना चाहूंगा कि ये जो जीत हुई है वो वाकई कुदरती करिश्मा लगती है, जो दो साल पहले बिलकुल नहीं लगता है। इसके लिए भगवान, ईश्वर, अल्ला का शुक्रिया अदा करता हूं, लेकिन दोस्तों असली लड़ाई अभी बची है। ये लड़ाई सिर्फ केजरीवाल नहीं लड़ सकते हैं, लेकिन दिल्ली के डेढ़ करोड़ लोग एकजुट हो जाएं तो हम लड़ाई जीत सकते हैं। यह भी सच है कि मेरे हमारे पास सारी समस्याओं का समाधान नहीं है और ना ही हमारे पास जादू की छड़ी है कि आज सरकार बनेगी और कल सबकुछ सही हो जाएगा, लेकिन दिल्ली के लोग मिलजुलकर इसका समाधान कर सकते हैं। दिल्ली के अंदर ऐसी व्यवस्था चलाएंगे कि डेढ़ करोड़ लोग मिलकर सरकार बनाएंगे और सरकार चलाएंगे।
दोस्तों, आज से ढाई साल पहले यहीं इकट्ठा हुए थे। हमने सिर्फ भ्रष्टाचार दूर करने की मांग की थी। अनशन किया, प्रदर्शन किया, लेकिन यह साफ हो गया कि जबतक राजनीति नहीं बदलेगी तब तक तकदीर नहीं बदलेगी। अन्ना जी कहते थे कि राजनीति कीचड़ है, लेकिन मैं उन्हें समझाता था कि इसके अंदर जाकर ही इसे सुधारा जा सकता है। राजनीति खराब होने के कारण सभी समस्याएं सामने हैं। दोस्तों इसी राजनीति को साफ करने के लिए हमलोग निकले हैं और आज बहुत ऐतिहासिक दिवस है। पिछले दो साल से संघर्ष कर रहे हैं और इस दौरान हमने संतोष कोली को खो दिया।
आज कल कई लोग कहते हैं कि अरविंद जी सतर्क रहना। अफसर शाही आपको सतर्क नहीं होने देंगे। मुझे इस बात से कोई हिचक नहीं है और मैं देश की सेवा करना चाहता हूं। दिल्ली की अफसरशाही को यह दिखाना होगा कि जनता इकट्ठी हो जाए तो हम लोग देश को भ्रष्टमुक्त बना सकते हैं। मैं अपने विधायकों से विनती करना चाहूंगा कि हमारे अंदर कभी घमंड नहीं आना चाहिए। जिस दिन यह घमंड आ गया, उस दिन सारी तपस्या खत्म हो जाएगी। यह बात कार्यकर्ताओं के लिए भी लागू होती है। हमें सबके सामने हाथ जोड़कर विनम्रता के साथ काम करना है। हमें सेवाभाव कभी नहीं भूलना चाहिए। दोस्तों आज हम सभी लोगों ने मिलकर बड़ी से बड़ी ताकतों का ललकारा है, सांप्रदायिक ताकतों को ललकारा है दोस्तों। ये कभी शांत नहीं बैठेंगी, लेकिन सच्चाई का रास्ता तो कांटो भरा ही होता है। जैसे आज तक हमने सारी चुनौतियों का सामना किया है, वैसे ही हम आगे भी चुनौतियों का सामना करते रहेंगे।
मैं समझता हूं कि हमारे ऊपर दिल्ली की जनता ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है, उसे हम पूरा करेंगे। कई बार मन में डर लगता है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि हम सफल होंगे या नहीं ये हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हे प्रभु हमें इतनी शक्ति देना कि हमसे कोई चूक न हो। इस पूरे संघर्ष में मैं सभी का आह्वान करता हूं। डॉ हर्षवर्धन जो भाजपा के नेता हैं, वे बहुत अच्छे इंसान हैं, उनकी पार्टी के बारे में तो कुछ नहीं कह सकता लेकिन वे बहुत अच्छे इंसान हैं। मैं उन्हें बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। सभी पार्टियों से भी अपील करता हूं कि अगर उन्हें यह सब सही लगे तो वे भी अच्छे कामों में उनका साथ दें।
एक सप्ताह में विश्वास मत का प्रस्ताव आएगा। कुछ लोग कह रहे हैं कि विश्वास मत हासिल नहीं होगा, लेकिन मुझे इस बात का डर नहीं है। अगर विश्वास मत हासिल नहीं किया तो मैदान में उतर जाएंगे और जनता चुनाव के लिए तैयार है। चिंता तो दूसरी पार्टी वाले कर रहे हैं, हम नहीं कर रहे हैं। साथियों अंत में मैं यह कहना चाहूंगा कि पिछले दो साल में इस देश में बहुत कुछ अद्भुत हो रहा है। यह सब भगवान, ईश्वर का चमत्कार है। दामिनी का बलात्कार हुआ तो पूरा देश सड़कों पर उतर आया। बलात्कार तो इससे पहले भी हुआ था, लेकिन ऐसा आंदोलन नहीं हुआ था। मुझे विश्वास है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो अगले पांच साल में यह देश सोने की चिड़िया कहलाएगा।
दोस्तों, अब हम सब लोगों को मिलकर दिल्ली को बदलना है। हम यह कसम खाएंगे कि कभी रिश्वत नहीं लेंगे और ना ही देंगे। पहले तो कोई काम भी रिश्वत के बिना नहीं होता था, लेकिन मैं ऐलान करता हूं और अगर आपसे कोई पैसे मांगे तो मना मत करना, उससे सेटिंग कर लेना। हम आपको दो दिन के भीतर एक फोन नंबर देंगे। आप उस नंबर पर तुरंत सूचना दे देना। हम सभी रिश्वत लेने वाले को रंगे हाथों पकड़वा देंगे। आपका काम नहीं रुकेगा। आपका काम मैं करवाउंगा। आप यह कसम खाइए कि मैं न रिश्वत लूंगा, न ही दूंगा। आपलोग मेरे साथ दोहराइए, मैं कसम खाता हूं कि अपनी जिंदगी में न कभी रिश्वत लूंगा और न कभी दूंगा। इसी बात को उन्होंने जनता से दोहरवाया। पार्टी की प्रार्थना के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।

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