Monday, 26 December 2011

अगले साल 21 दिसंबर को दुनिया हो जाएगी खत्म


सभी धर्मों में प्रलय या कयामत के संबंध में उल्लेख मिलता है। प्रयल या कयामत का अर्थ है दुनिया का विनाश। हिंदू धर्म के अनुसार कलयुग की समाप्ति के बाद प्रलय आएगा, जब पूरी दुनिया का विनाश हो जाएगा। दुनिया के अंत के संबंध में समय-समय पर कई प्रकार की भविष्यवाणियां होती रही हैं। अभी 21 मई 2011 को भी दुनिया के विनाश का दिन बताया जा रहा था लेकिन यह बात झूठी साबित हो गई। हजारों साल पहले बनाए माया कैलेंडर में 21 दिसंबर 2012 के बाद की तारीख नहीं दी गई हैं, इसका अर्थ यही समझा जा रहा है कि इस दिन दुनिया पर खतरा मंडरा सकता है।

जो लोग 21 मई को धरती के विनाश को लेकर डरे-सहमे थे वे अब राहत की सांस ले रहे हैं। कयामत के दिन या प्रलय को लेकर अलग-अलग धर्मों ने अपनी घोषणाएं की हैं। साउथ ईस्ट मेक्सिको की माया सभ्यता ने भी धरती के विनाश के दिन की घोषणा की है। माया कैलेंडर ने प्रलय के लिए 21 दिसंबर 2012 का दिन घोषित किया गया है। 

21 मई 2011 गुजरने के बाद अब इंतजार है 21 दिसंबर 2012 का। माया कैलेंडर भी कुछ ऐसी ही भविष्यवाणी कर रहा है। इस कैलेंडर में 21 दिसंबर 2012 के बाद की तिथि का वर्णन नहीं है। इस अर्थ यही समझा जा रहा है कि 21 दिसंबर 2012 के बाद दुनिया समाप्त हो जाएगी। माया कैलेंडर के मुताबिक 21 दिसंबर 2012 में एक ग्रह पृथ्वी से टकराएगा, जिससे सारी धरती खत्म हो जाएगी। करीब 250 से 900 ईसा पूर्व माया नामक एक प्राचीन सभ्यता स्थापित थी। ग्वाटेमाला, मैक्सिको, होंडुरास तथा यूकाटन प्रायद्वीप में इस सभ्यता के अवशेष खोजकर्ताओं को मिले हैं।

प्राचीन माया सभ्यता के काल में गणित और खगोल के क्षेत्र उल्लेखनीय विकास हुआ। अपने ज्ञान के आधार पर माया लोगों ने एक कैलेंडर बनाया था। कहा जाता है कि उनके द्वारा बनाया गया कैलेंडर इतना सटीक निकला है कि आज के सुपर कम्प्यूटर भी उसकी गणनाओं में 0.06 तक का ही फर्क निकाल सके और माया कैलेंडर के अनेक आकलन, जिनकी गणना हजारों सालों पहले की गई थी, सही साबित हुए हैं। 

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