अगर आप सोच रहे हैं कि हम टाटा, बिड़ला या महिन्द्रा एंड महिन्द्रा जैसी बड़ी कंपनियों की बात कर रहे हैं तो आप गलत हैं ये वो कंपनियां हैं जिनके विकास की रफ्तार काफी तेज हैं और जो भविष्य में बड़ी कंपनी का रुतबा हासिल कर सकती हैं इसमें पहली कंपनी है—
जेपी इंफ्राटेक- इस कंपनी का दखल कई क्षेत्रों में है यह एक डाइवर्सीफाइड कंपनी है यह कंपनी सिविल इंजीनियरिंग, सीमेंट, पावर, रियल एस्टेट और एक्सप्रेसवे जैसे सेक्टरों में काम करती है। वित्त वर्ष 2011 में इसका शुद्ध मुनाफा 1435.06 करोड़ रुपए था।
मन्नापुरम फाइनेंस- यह भारत की सबसे बड़ी गोल्ड लोन कंपनी है यह देश की गोल्ड लोन की लिडिंग कंपनी बन गई है इस कंपनी का पिछले साल शुद्ध मुनाफा 282.66 करोड़ रुपए था। इस कंपनी की देश के 22 राज्यो में 2500 से ज्यादा शाखाएं हैं इस कंपनी की कुल संपत्ति 10,000 करोड़ रुपए है।
रिलायंस पावर—यह कंपनी अनिल अंबानी की कंपनी अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप का हिस्सा है। यह पावर सेक्टर की बड़ी कंपनी है इसका पिछले साल मुनाफा 274.55 करोड़ रुपए था। पिछले साल रिलायंस नेचुरल रिसोर्सिज कंपनी का विलय भी इस कंपनी में कर दिया गया था।
श्री रेनुका शुगर्स- यह भारत की सबसे बडी शुगर रिफाइनरी कंपनी है इसकी रिफाइनिंग की क्षमता 4000 टन प्रति दिन है पिछले साल इसे कुल मुनाफा 49.50 करोड़ रुपए था यह भारत की सबसे बडी एथनॉल कंपनी भी है इसका बाजार के 21 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है।
एस के एस माइक्रोफाइनेंस- यह भारत की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है। इसका नियंत्रण रिजर्व बैंक के हाथ में है। पिछले साल इसका मुनाफा 747.53 करोड़ रुपए था। यह कंपनी गरीबों को ऋण मुहैया करवाती है देश के 19 शहरों में इसके ऑफिस हैं।
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