जम्मू। राज्य में हर साल लाखों श्रद्धालु माता वैष्णो देवी व अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं। अगर इन पर्यटकों को यहां घूमने के लिए और बेहतर जगहें दिखाई जाएं। इससे राज्य की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत होगी। वहीं उन्हें यहां जन्नत का एहसास हो।
यह बात मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को सुरईंसर व मानसर डेवलपमेंट अथारिटी के साथ एक बैठक के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री ने राज्य की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए पर्यटन विभाग को बढ़ावा देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। डेवलपमेंट अथारिटी का मुख्य काम अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले पर्यटकों स्थलों की जानकारी सरकार को देना है। उन्होंने अथारिटी को मानसर और सुरईंसर झीलों के रखरखाव पर विशेष ध्यान देने को कहा। साथ ही इन स्थलों पर हर तरह की सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान अथारिटी के चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर मोहिंद्र सिंह ने अथारिटी के कामकाज का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एम्यूजमेंट पार्क, रेस्टोरेंट, क्लब बिल्डिंग, स्नान गृह, शापिंग कांप्लेक्स पर अभी तक 1445 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षो में अथारिटी ने स्टेट प्लान के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यो पर अभी तक 6.60 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके अलावा अथारिटी ने 33.05 लाख रुपए का राजस्व भी जमा किया है।
इस अवसर पर विधायकों ने विकास कार्यो से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार रखे। मुख्यमंत्री ने अथारिटी को विकास कार्य करवाने के लिए 1.30 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की। उन्होंने मानसर व सुरईंसर तक छह किलोमीटर लंबे रोड को आरएंडबी द्वारा बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दोनों स्थानों पर पीएचई विभाग को पूरी निष्ठा के साथ कार्य करने को कहा। इसके बाद उन्होंने 384.41 लाख व 723.59 लाख रुपए की लागत से शुरू की गई स्कीमों की भी जानकारी ली।
बैठक में पर्यटन मंत्री नवांग रिगजिन जोरा, एमओएस नसीर असलम वानी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार देवेंद्र सिंह राणा, विधायक हर्ष देव सिंह, जुगल किशोर, यशपाल कुंडल, मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बी.बी. व्यास, पर्यटन विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी अतुल डुलु आदि मौजूद थे।
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