पड़ोसी देश पाकिस्तान में काफी कुछ ऐसा होता रहता है कि उसके बारे में सुनकर लोग हैरान हो जाते है। कंगाली और बदहाली से जूझते उस देश की एक खास बात यह है कि वहां ज्यादातर लोग टैक्स नहीं देते हैं। लेकिन एक और दिलचस्प बात है कि वहां सिनेमा देखने वालों को कोई एंटरटेनमेंट टैक्स नहीं देना पड़ता है।
भारत में हर राज्य ने अलग-अलग ढंग से एंटरटेनमेंट टैक्स रखा हुआ है और कुछ राज्य तो एंटरटेनमेंट टैक्स के नाम पर दुहते रहते हैं। लेकिन इसके विपारीत पाकिस्तान में फिल्मों पर कोई टैक्स नहीं लगता है। वहां के सिंध प्रांत के एक मंत्री मुकेश कुमार चावला ने बताया कि सरकार ने वहां की फिल्म इंडस्ट्री को बचाने के लिए 2005 में एंटरटेनमेंट टैक्स हटा लिया था। उसके बाद से वहां किसी तरह का टैक्स नहीं लग रहा है। लेकिन इसके बाद भी फिल्मों को देखने लोग उतनी बड़ी तादाद में नहीं जाते। ज्यादातर लोग चोरी-छुपे ढंग से भारत से नई फिल्मों की सीडी मंगवाते हैं और देखते हैं।
पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री के पास धन की भारी कमी है और वहां उसमें निवेश करने से लोग कतराते हैं।
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