Saturday, 24 December 2011

भंवरी से रिश्ता बना संकट में घिर गए दो दिग्गज परिवार!

जोधपुर.   एएनएम भंवरी से रिश्ते बना कर मारवाड़ के दो दिग्गज राजनीतिक परिवार संकट में घिर चुके हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता परसराम मदेरणा के पुत्र एवं पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा भंवरी अपहरण प्रकरण में जेल में हैं तो दूसरे दिग्गज नेता स्व. रामसिंह विश्नोई के बड़े पुत्र और लूणी विधायक मलखानसिंह सोमवार को गिरफ्तार हो गए। 
 
मलखान के भाई, पीसीसी के पूर्व सदस्य एवं बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई के पति परसराम भी जेल में हैं और सीबीआई उनकी बहन इंद्रा विश्नोई की तलाश कर रही है। अपहरण की साजिश रचने वाले पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम
 भी फरार है, सीबीआई ने उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। यही नहीं भंवरी खुद पांच सालों से कांग्रेस से जुड़ी हुई थी और पिछले विधानसभा चुनाव में उसने कांग्रेस से टिकट भी मांगा था। दूसरे आरोपी सोहनलाल विश्नोई और शहाबुद्दीन भी कांग्रेसी कार्यकर्ता रह चुके हैं।
 
पहली बार विधायक बने थे मलखान
 
मलखान सिंह को अपने पिता स्व. रामसिंह विश्नोई की कर्मभूमि (लूणी विधानसभा क्षेत्र) विरासत में मिली थी। पिता के निधन के बाद उपचुनाव में हार गए थे, मगर दिसंबर 08 में हुए चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और पहली बार विधायक बन कर विधानसभा में पहुंचे थे।
 
बहन इंद्रा भी एक माह से है गायब
 
मलखान की बहन इंद्रा की भी भंवरी प्रकरण में संदिग्ध भूमिका सामने आई है। सीबीआई उससे 8 बार पूछताछ कर चुकी है। दो बार उसके घर की तलाशी लेकर कंप्यूटर व कुछ सीडी बरामद की जा चुकी है और बिलाड़ा में उसका बैंक लॉकर भी खंगाला जा चुका है। इंद्रा एक माह से गायब है। सीबीआई 10 बार उसके घर पर दबिश दे चुकी है।
 
पूरे परिवार पर सीबीआई का दबाव
 
सीबीआई ने आरोपी परसराम की पत्नी व बिलाड़ा प्रधान कुसुम से 4 बार पूछताछ की थी। एक बार उसके घर की तलाशी हो चुकी है और बैंक लॉकर भी चैक किया गया। बहन इंद्रा विश्नोई से 8 बार, बहनोई मोहन व बेटे से 2 बार, मलखान के बेटों महेंद्र व नरेंद्र से 3 बार व पत्नी कमला और मां से एक-एक बार पूछताछ हो चुकी है।
 
पिछले चार दिन से मलखान के चारों बेटों को भी लगातार पूरे दिन सर्किट हाउस में बुला कर पूछताछ की गई और सोमवार को दो पुत्रवधुओं को भी बुला कर मलखान को पेश होने के लिए मजबूर किया गया।
 
गोपसिंह पर संदेह :
 
बरना के पूर्व सरपंच गोपसिंह पर उसके भतीजे विक्रम ने ही संदेह जता दिया है। चर्चा है कि विक्रम ने सीबीआई को एक पत्र लिखा कि 31 अगस्त को गोपसिंह के फार्म हाउस पर आरोपियों की बैठक हुई थी जिसमें भंवरी की बातें हो रहीं थी। गोपसिंह की जेसीबी से वहां खुदाई करते भी देखा था, फिर वह जेसीबी बेच दी। इस संबंध में गोपसिंह से पूछताछ की जा चुकी है।
 

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