छेड़छाड़ व फब्ती कसने वाले मनचलों की अब खैर नहीं है, क्योंकि मुंबई की कालेज छात्राएं शुक्रवार से एक अभियान छेड़ने जा रही हैं, जिसके तहत छेड़छाड़ करने वालों को सबक सिखाने के लिए लड़कियों को प्रेरित किया जाएगा।
गुरुवार से छात्राएं छेड़ेगा तो छोड़ेगें नहीं नामक मुहिम शुरु करने जा रही है। इस अभियान में नुक्कड़ नाटक की सहायता से महिलाओं को एकजुट होने की अपील की जाएगी। इसके अलावा महिलाओं की सहायता के लिए शुरू की गई हेल्पलाईन नंबर 103 को उपयोग में लाने और मजनूओं को मुंहतोड़ जवाब देने के गुर सिखाए जाएंगे।
दादर से शुरू होगी मुहिम : गुरुवार को दादर रेलवे स्टेशन से इस मुहिम की शुरूआत होगी। सुबह 10 बजे, साढ़े दस बजे और 11 बजकर 45 मिनट पर नुक्कड़ नाटक पेश किए जाएंगे। रोटरेक्ट क्लब आफ एचआर कालेज और मुंबई मालाड पश्चिम नामक संगठन के साझे में इस अभियान की शुरूआत की गई है। अगले महीने सीएसटी रेलवे स्टेशन पर नुक्कड़ नाटक किया जाएगा। क्लब के प्रोजेक्ट हेड व एचआर कालेज के छात्र दिनेश सजनानी के मुताबिक अंबोली कांड के बाद इस अभियान को तुरंत शुरू करना चाहते थे।
पर सारे नियमों की पूर्ति करने में थोड़ा समय लगा। उन्होंने बताया कि नुक्कड़ नाटक की कहानी दो वगरे में विभाजित की गई है। पहला एक महिला छेड़खानी का शिकार हो रही है लेकिन उसकी मदद के लिए कोई आगे आने को तैयार नहीं है। कहानी के दूसरे भाग में वही महिला छेड़खानी की शिकार होती है ।
पर इस बार वह अपने हौसले से प्रतिकार करती है। महिला के साहस को देखकर उसकी मदद के लिए एक युवक आगे बढ़ता है और धीरे-धीरे उसकी सहायता में कई लोग आगे आ जाते हैं। हेल्प लाईन 103 की सहायता से मजनू को सबक सिखाया जाता है। नुक्कड़ नाटक की पटकथा रोचक है, जो महिलाओं को एकजुट होने व मुकाबला करने के लिए प्रेरित करती है। सजनानी के मुताबिक महानगर में छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ऐसे अभियान की जरूरत है। अपने बचाव में महिलाओं को हमले के पैंतरें भी सिखाए जाएंगे।
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