Tuesday 3 January 2012

गजब! ड्रेस में नहीं आईं लड़कियां, तो दिखा दिया बाहर का रास्ता



भोपाल। महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स (एमएलबी) कॉलेज में नए साल के पहले कार्यदिवस से ड्रेस कोड लागू कर दिया गया। इसके लागू होने के साथ ही अंतिम सेमेस्टर की छात्राओं ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। छात्राओं का कहना है कि केवल छह महीने के लिए वे यूनिफॉर्म क्यों खरीदें। फिलहाल कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें दो दिन की छूट दी है।

एमएलबी में ड्रेस कोड लागू किया गया है। इसके तहत छात्राओं को अब क्रीम कलर की सलवार, दुपट्टा और प्याजी कलर का कुर्ता पहनकर कॉलेज आना होगा। अब तक ड्रेस को लेकर कोई पाबंदी नहीं थी। इसके लागू होने के साथ इसका विरोध भी शुरू हो गया है। अंतिम सेमेस्टर की छात्राओं का कहना है कि उनका सत्र पूरा होने में महज छह महीने शेष हैं। ऐसे में उनके लिए यूनिफॉर्म अनिवार्य नहीं की जानी चाहिए। इससे उन पर बेवजह आर्थिक भार आएगा। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि सोमवार को अचानक ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया गया।

इसकी पूर्व सूचना उन्हें नहीं दी गई, साथ ही यूनिफॉर्म में नहीं आने वालीं छात्राओं को क्लास में नहीं जाने दिया गया। इस बारे में प्रिंसिपल मंजुला शर्मा का कहना है कि ड्रेस कोड छात्राओं की सहमति से ही लागू किया गया है। अस्सी फीसदी छात्राएं निर्णय से खुश हैं। फिलहाल छात्राओं को दो दिन की मोहलत दी गई है।

No comments:

Post a Comment