Friday 6 January 2012

मिली भंवरी की चुनरी! अब घड़ी की तलाश (भंवरी की हड्डियां तलाश रहे गोताखोरों को मिला बैट



जोधपुर. भंवरी देवी के कथित कत्ल के मामले में सीबीआई के हाथ कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। सीबीआई 30 गोताखोरों की मदद से जोधपुर से 100 किलोमीटर दूर जलोड़ा गांव के पास राजीव गांधी नहर में सुबूतों की तलाश करवा रही है, जिसके पास भंवरी को जलाए जाने की बात कही जा रही है। 
 
राजस्थान पुलिस के गोताखोरों को शुक्रवार को अहम कामयाबी तब मिली जब तलाशी के दौरान उनके हाथ एक बोरी लगी। इस बोरी में ही चुनरी और खोपड़ी के अवशेष के साथ बैट व दो कट्टे मिले हैं। सीएफएसएल के वैज्ञानिकों ने सभी सुबूतों की सीलबंद कर दिया है। सीबीआई ने उस गड्ढे की मिट्टी का भी सैंपल लिया है, जहां कथित तौर पर भंवरी को जलाया गया था। इन सभी सुबूतों और नमूनों को जांच के लिए फॉरेंसिक लेबोरेटरी भेजा गया है।
 
गोताखोरों के हाथ लगा बल्ला कंटीले तारों से लपेटा हुआ है। जानकारों का मानना है कि ऐसा कातिलों ने यह सोचकर किया होगा कि इससे सिर कुचलने में मदद तो मिलेगी ही साथ ही इससे बल्ला नहर के तल में समा जाएगा। यह बल्ला महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह के खिलाफ एक अहम सुबूत साबित हो सकता है। बताया जा रहा है कि इस बल्‍ले का इस्‍तेमाल भंवरी का सिर कुचलने के लिए किया गया हो सकता है। 
अब सीबीआई की कोशिश भंवरी की घड़ी तलाश करने की है। इसके लिए फिलहाल 'ऑपरेशन वॉच' चलाया जा रहा है। यह घड़ी पिछले साल सितंबर से लापता है। सीबीआई के एक अफसर ने बताया, 'हम भंवरी देवी की घड़ी की तलाश के लिए नजदीकी नहर का पानी निकाल रहे हैं। एक आरोपी ने दावा किया था कि उसने भंवरी के शरीर के अवशेषों के साथ उस घड़ी को भी वहीं फेंक दिया था।' 
 
सूत्रों के मुताबिक भंवरी को ठिकाने लगाने वाली विशनाराम के गैंग ने 1 सितंबर की पूरी रात भंवरी के शव को कथित तौर पर मुरड़ के खड्ढे में जलाया। सुबह तक पूरी तरह शव जलाने के बाद राख नहर में फेंक दी। दूसरी रात जले हुए स्थान की मिट्टी भी खोदकर नहर में बहा दी और आरोपियों ने भंवरी को मारने वाले हथियार भी इसी नहर में फेंक दिए। 
 
सीबीआई भंवरी की हत्या के आरोपी गैंग के दो सदस्यों को नहर के पास ले गई, जहां भंवरी देवी को कथित रूप से जलाया गया था। सूत्रों के मुताबिक उन दोनों ने सीबीआई को बताया कि भंवरी देवी के सिर पर बल्ले से वार करने के बाद उन लोगों ने बल्ले को नहर में फेंक दिया था। 
बीते साल एक सितंबर को भंवरी देवी के गायब होने के करीब चार महीने बाद सीबीआई ने बीते बुधवार को उस जगह की पहचान की थी, जहां नर्स को अगवा करके कथित तौर पर जलाया गया था।
 


 भंवरी देवी के अवशेष तलाशने के लिए सीबीआई की कोशिशें शुक्रवार को भी जारी रहेंगी। गुरुवार को भी सीबीआई और सेंट्रल फोरेंसिक लेबोरेट्री (सीएफएसएल) के विशेषज्ञों ने भंवरी की मौत से जुड़े सबूत जुटाए थे। शुक्रवार को हाईकोर्ट में भी मामले की सुनवाई होनी है। 
 
सीएफएसएल की टीम गुरुवार सुबह जोधपुर पहुंची और सीबीआई अफसरों के साथ सीधे फलौदी व लोहावट के बीच स्थित जालोड़ा गांव चली गई। उन्होंने यहां नहर के पानी और मुरड़ के गड्ढे से सैंपल लिए। इसी गड्ढे में भंवरी को दबाए जाने की आशंका है। नहर से निकली मिट्टी में हड्डियों जैसे टुकड़े मिले। इन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि सीबीआई ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गड्ढे की दीवारों में राख और बाल तलाशने के लिए भी कई सैंपल लिए। 
 
नहर में तलाशी के लिए बुधवार को ही पानी रोकने के लिए कह दिया गया था, मगर गुरुवार दोपहर तक महज 2 फीट पानी ही कम हो पाया। नहर में शाम तक लगभग 5 फीट पानी बह रहा था। इसलिए शुक्रवार को गोताखोरों को उतारने की तैयारी की गई है। 
 
इस बीच, सीबीआई डायरेक्टर एपी सिंह, एडिशनल डायरेक्टर सलीम अली और ज्वाइंट डाइरेक्टर आरपी अग्रवाल भी गुरुवार को जोधपुर पहुंचे और जांच अधिकारियों से पूरे केस पर चर्चा कर फाइनल चार्जशीट के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देकर दिल्‍ली लौट गए। 
 
विशनाराम व कैलाश 16 तक रिमांड पर
भंवरी को ठिकाने लगाने वाली दूसरी गैंग के सरगना विशनाराम विश्नोई और उसके साथी कैलाश जाखड़ को गुरुवार को अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने कहा कि विशनाराम और कैलाश पर भंवरी को ठिकाने पर लगाने का आरोप है, उसे मौका तस्दीक कराने के लिए रिमांड की जरूरत है। इस पर कोर्ट ने दोनों को 16 जनवरी तक रिमांड पर भेज दिया। इसके बाद सीबीआई उन्हें लाल सागर स्थित ऑफिस ले गई जहां उनसे पूछताछ की गई।   
हथकड़ियां लगाने के बाद मांगी इजाजत
सीबीआई आरोपी विशनाराम, कैलाश जाखड़ और ओमप्रकाश को हथकड़ी पहना कर ही कोर्ट लाई। ओमप्रकाश को पहले भी हथकड़ी लगा कर ही मौका तस्दीक कराने ले जाया जाता रहा है, मगर कोर्ट के भीतर ले जाने पर विशनाराम व कैलाश की हथकड़ी खोल दी गई और उन्हें हथकड़ी लगाने की इजाजत देने का प्रार्थना पत्र पेश कर दिया। सीबीआई का कहना था कि तीनों कुख्यात आरोपी हैं और उन पर सरकार ने इनाम घोषित कर रखा है। अनुसंधान के लिए उन्हें बाहर ले जाना पड़ेगा, इसलिए हथकड़ी लगाने की इजाजत दी जाए। कोर्ट इस पर शुक्रवार को आदेश सुनाएगी। 
वॉइस सैंपल मामले की सुनवाई 11 तक टली
जेल में बंद आरोपियों व सोहनलाल विश्नोई व शहाबुद्दीन के वॉइस सैंपल लेने बाबत सीबीआई कोर्ट द्वारा दी गई अनुमति के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर अपील की सुनवाई 11 जनवरी तक टल गई है। न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने आरोपियों की ओर से दायर अपील के तहत हाईकोर्ट की ओर से दिए गए रोक के आदेश को अगली सुनवाई तक बढ़ा दिया है। 
 
अशोक का गिरफ्तारी वॉरंट मांगा
सीबीआई ने गुरुवार को विशनाराम के साथी अशोक का गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने की अर्जी लगाई है। अशोक और शहाबुद्दीन ने ही नेवरा रोड पर भंवरी को सोहनलाल की बोलेरो से विशनाराम की स्कॉर्पियो में शिफ्ट किया था। वह अब तक फरार है। 
 
बलदेव की जेल से रिपोर्ट मंगवाई
जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथी बलदेव पर सरकारी गवाह बनने का दबाव बनाने की अर्जी पर कोर्ट ने जेल से रिपोर्ट मंगवाई है। बलदेव के वकील प्रदीप चौधरी ने कोर्ट में कहा कि सीबीआई बार-बार बिना इजाजत जेल में जाकर बलदेव को गवाह बनने के लिए प्रलोभन दे रही है और धमका रही है।

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