Tuesday 3 January 2012

ऐसे हैं यहां के अस्पताल, ना नर्स है ना डॉक्टर और इमारत भी खस्ताहाल


छतारी/बुलंदशहर। छतारी क्षेत्र के गांव बिनोली सुलतानपुर में करीब तीन वर्ष पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हो चुका है, लेकिन आज तक यहां पर किसी डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हो सकी। ऐसे में क्षेत्र के करीब दस गांवों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा। 

वहीं स्वास्थ्य विभाग के करोड़ों से निर्मित स्वास्थ्य केन्द्र चालू होने से पहले ही देखरेख के अभाव में जर्जर होने के कगार पर है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग मौन साधे बैठा है। इससे क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दूर दराज के स्थानों पर जाना पड़ता है। इससे कई बार मरीजों को देर होने से हालत बिगड़ने की नौबत तक आ जाती है।

वर्ष 2007-08 में दानपुर ब्लॉक के गांव सुलतानपुर बिलोनी में शासन ने करोड़ों की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया था। स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित करने के पीछे शासन की मंशा क्षेत्र के गांव सुलतानपुर बिनोली, डिरोरा, गड़िया, छिद्दू का नगला, उमरारा समेत करीब 10 गांवों के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना था। 

निर्माण में करोड़ों की रकम खर्च की गई थी। जिसमें पानी की टंकी, चार मरीजों के लिए कमरे और डॉक्टर और कर्मचारियों के लिए करीब 8-10 आवासों का निर्माण कराया गया था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से क्षेत्र के करीब 8-10 गांवों के लोगों में प्राथमिक सुविधाओं को लेकर उस दौरान एक नई उम्मीद जगी थी। यहां बासिंदों की उम्मीद पर पानी फिर गया। 

अस्पताल के निर्माण के करीब तीन वर्ष बीतने के बावजूद आज तक यहां पर किसी डॉक्टर अथवा नर्स की नियुंक्ति नहीं की गईं। इससे अस्पताल में अब तक ताला लटका हुआ है। इतना ही नहीं करोड़ों की लागत से बने भवन की हालत भी देखरेख के अभाव में जर्जर होने लगी है। स्वास्थ्य विभाग आंखें मूंदे बैठा है। इससे जहां क्षेत्र में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ चुकी हैं, वहीं भवन की जर्जर हालत देख लोगों की उम्मीद टूटती जा रही है। लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।

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